ETV Bharat / state

बाबा केदार के शीतकालीन गद्दीस्थल में लगा भक्तों का तांता - केदारनाथ मंदिर न्यूज

इन दिनों श्रद्धालुओं की आवाजाही से ओंकारेश्वर मंदिर गुलजार है. देश के कई हिस्सों से श्रद्धालु बाबा केदार के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं.

शीतकालीन गद्दीस्थल बाबा केदार
बाबा केदार के शीतकालीन गद्दीस्थल में लगा भक्तों का तांता.
author img

By

Published : Jan 5, 2021, 8:00 AM IST

रुद्रप्रयाग: विश्व विख्यातओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में इन दिनों भक्तों की भारी भीड़ है. भारी संख्या में देश के अनेक हिस्सों से भक्त बाबा केदार के दर्शनों के लिये पहुंच रहे हैं. इन दिनों श्रद्धालुओं की आवाजाही से ओंकारेश्वर मंदिर गुलजार है.

गौर हो कि बाबा केदार अपने शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में विराजमान है. जिसको लेकर मंदिर में भक्तों तांता लगा हुआ है. वहीं, श्रद्धालु यात्राकाल में कोरोना महामारी के चलते अपने आराध्य केदारनाथ के दर्शन नहीं किये हैं, वह इन दिनों बाबा केदार के दर्शन के लिए बाबा के शीतकालीन गद्दीस्थल की ओर रुख कर रहे हैं. वहीं, नये साल से श्रद्धालु बाबा केदार के शीतकालीन दर्शन करने के लिये भारी संख्या में पहुंच रहे हैं. श्रद्धालुओं की आवाजाही बढ़ने से केदारनाथ शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर का वातावरण इन दिनों जय केदार के उदघोषों से गुंजायमान हो रहा है. देश के अनेक हिस्सों से श्रद्धालु अपने आराध्य केदारनाथ के दर्शनों के लिये पहुंच रहे हैं. भक्त नये जोश और उत्साह के साथ बाबा केदार के दर्शन कर रहे हैं.

पढ़ें- सिसोदिया से बहस को नहीं पहुंचे मदन कौशिक, मनीष बोले- चुनौती देने लायक नहीं राज्य सरकार

मान्यता है कि जो श्रद्धालु यात्राकाल में केदारनाथ नहीं जा सकते हैं, वह शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में बाबा केदार के दर्शन कर सकते हैं. शीतकाल के छह माह तक शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में बाबा केदार की पंचमुखी डोली विराजमान रहती है. यात्राकाल में यही से बाबा की डोली केदारनाथ धाम के लिये रवाना होती है. ओंकारेश्वर मंदिर को पंचकेदार शीतकालीन गद्दीस्थल भी कहा जाता है. यहां पहुंचने वाले श्रद्धालु एक साथ पांच केदार के दर्शन कर सकते हैं.

वहीं, स्थानीय निवासी पवन राणा ने बताया कि श्रद्धालु भारी संख्या में शीतकालीन गद्दीस्थल में पहुंच रहे है. यात्रियों को पार्किंग को लेकर भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि मंदिर मोटरमार्ग पर जगह-जगह जाम लग रहा है. उन्होंने सरकार से शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर का सौंदर्यीकरण करने की भी मांग की है.

रुद्रप्रयाग: विश्व विख्यातओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में इन दिनों भक्तों की भारी भीड़ है. भारी संख्या में देश के अनेक हिस्सों से भक्त बाबा केदार के दर्शनों के लिये पहुंच रहे हैं. इन दिनों श्रद्धालुओं की आवाजाही से ओंकारेश्वर मंदिर गुलजार है.

गौर हो कि बाबा केदार अपने शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में विराजमान है. जिसको लेकर मंदिर में भक्तों तांता लगा हुआ है. वहीं, श्रद्धालु यात्राकाल में कोरोना महामारी के चलते अपने आराध्य केदारनाथ के दर्शन नहीं किये हैं, वह इन दिनों बाबा केदार के दर्शन के लिए बाबा के शीतकालीन गद्दीस्थल की ओर रुख कर रहे हैं. वहीं, नये साल से श्रद्धालु बाबा केदार के शीतकालीन दर्शन करने के लिये भारी संख्या में पहुंच रहे हैं. श्रद्धालुओं की आवाजाही बढ़ने से केदारनाथ शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर का वातावरण इन दिनों जय केदार के उदघोषों से गुंजायमान हो रहा है. देश के अनेक हिस्सों से श्रद्धालु अपने आराध्य केदारनाथ के दर्शनों के लिये पहुंच रहे हैं. भक्त नये जोश और उत्साह के साथ बाबा केदार के दर्शन कर रहे हैं.

पढ़ें- सिसोदिया से बहस को नहीं पहुंचे मदन कौशिक, मनीष बोले- चुनौती देने लायक नहीं राज्य सरकार

मान्यता है कि जो श्रद्धालु यात्राकाल में केदारनाथ नहीं जा सकते हैं, वह शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में बाबा केदार के दर्शन कर सकते हैं. शीतकाल के छह माह तक शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में बाबा केदार की पंचमुखी डोली विराजमान रहती है. यात्राकाल में यही से बाबा की डोली केदारनाथ धाम के लिये रवाना होती है. ओंकारेश्वर मंदिर को पंचकेदार शीतकालीन गद्दीस्थल भी कहा जाता है. यहां पहुंचने वाले श्रद्धालु एक साथ पांच केदार के दर्शन कर सकते हैं.

वहीं, स्थानीय निवासी पवन राणा ने बताया कि श्रद्धालु भारी संख्या में शीतकालीन गद्दीस्थल में पहुंच रहे है. यात्रियों को पार्किंग को लेकर भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि मंदिर मोटरमार्ग पर जगह-जगह जाम लग रहा है. उन्होंने सरकार से शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर का सौंदर्यीकरण करने की भी मांग की है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.