रुद्रप्रयागः हर साल भक्त खुद तो बाबा केदार के दर्शनों को आते ही हैं, साथ ही अपने ईष्ट देवताओं को भी बाबा केदार की कठिन यात्रा पर लाते हैं. राजस्थान से भी कुछ यात्री गुरु गोरखनाथ की छड़ी को लेकर केदारनाथ दर्शन को आए हैं. यह छड़ी देखने में काफी विशालकाय है. इस छड़ी के सबसे ऊपर भगवान शिव का विशालकाय त्रिशूल और डमरू लगाया गया है. इस छड़ी को उठाने में पांच से ज्यादा लोगों का सहयोग लेना पड़ रहा है. करीब 25 भक्त 18 किमी की पैदल यात्रा करके इस विशाल छड़ी को लेकर केदारनाथ पहुंचे हैं.
विश्व विख्यात बाबा केदार के दरबार में भक्तों के अलावा अन्य देवी-देवताओं के आने का सिलसिला लगातार जारी है. राजस्थान के अजमेर से कुछ भक्त गुरु गोरखनाथ की विशालकाय छड़ी को लेकर केदारनाथ पहुंचे हैं. राजस्थान से केदारनाथ पहुंचने में भक्तों को सात दिन का समय लगा है. इस छड़ी को विशाल रूप दिया गया है. छड़ी को सबसे उपर भगवान शिव का विशाल त्रिशूल और डमरू लगाया गया है. जबकि, ठीक इसके नीचे से 351 कच्चे नारियल भी लगाए गए हैं. इतना ही नहीं भक्तों ने रंग-बिरंगे कपड़ों से इस छड़ी को अच्छी तरह से सजाया है.
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भक्तों ने इस छड़ी (Guru Gorakhnath Chhadi in Kedarnath) को 18 किमी की पैदल दूरी तय करके केदारनाथ पहुंचाया है. केदारनाथ दर्शन करने के बाद भक्त छड़ी को लेकर वापस अजमेर जाएंगे. छड़ी केदारनाथ पहुंचने पर भक्तों की भारी भीड़ इस छड़ी को देखने के लिए उमड़ पड़ी. छड़ी में साथ चल रहे भक्त ने बताया कि वो राजस्थान के अजमेर से गुरु गोरखनाथ की छड़ी को लेकर केदारनाथ पहुंचे हैं. उन्हें यहां पहुंचने में सात दिन का समय लगा है.