रुद्रप्रयाग: केदारनाथ में हेली कंपनी की लापरवाही के कारण एक तीर्थयात्री की मौत हो गई. जिसके बाद परिजनों ने हेली स्टॉफ के खिलाफ जमकर हंगामा काटा. इस दौरान तीर्थयात्रियों और हेली स्टॉफ के बीच हाथापाई भी हुई. प्रशासन ने किसी तरह मामला शांत करवाया. जिसके बाद हेली कंपनियों ने तीन घंटे से अधिक समय तक हेली सेवा बंद रखी.
मंगलवार को बेस कैंप में 51 साल के यात्री विनोद व्यास की अचानक तबीयत बिगड़ गई. आनन-फानन में यात्री को सिक्स सिग्मा अस्पताल ले जाया गया. जहां उपचार करते हुए डॉक्टरों ने बीमार यात्री को आधे घंटे के भीतर गुप्तकाशी पहुंचाने को कहा.
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इसके बाद यात्रा मजिस्ट्रेट एवं उप जिलाधिकारी कमलेश मेहता ने बीमार यात्री को ले जाने के लिए एक हेली कंपनी को लिखित आदेश दिए. लेकिन हेली कंपनी एवं हेलीकॉप्टर स्टॉफ द्वारा हेलीपैड में स्ट्रेचर पर पड़े बीमार की 45 मिनट तक सुध नहीं ली गई. इस दौरान परिजनों द्वारा हेली स्टाफ के सामने कई बार गुहार लगाई गई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. इसी बीच बीमार यात्री ने दम तोड़ दिया.
इसके बाद परिजनों व अन्य यात्रियों ने हेलीकॉप्टर स्टॉफ के खिलाफ जमकर हंगामा काटा. मौके पर पहुंचे पुलिस उपाधीक्षक अभय कुमार सिंह ने मामले की पूरी जानकारी ली. जिसके बाद उन्होंने हेलीकॉप्टर स्टॉफ को नियमों व शर्तों के बारे में बताया. लेकिन हेली स्टॉफ के रवैये ने नाराज सीओ ने एक सदस्य पर थप्पड़ जड़ दिया.
इसके बाद मौके पर मौजूद यात्रियों ने हेली स्टॉफ पर लात-घूंसे तक चला दिये. पुलिस दल द्वारा बीच-बचाव कर स्थिति को काबू किया गया. इस दौरान हेली कंपनियों ने तीन घंटे से अधिक समय तक हेलीकॉप्टर सेवाएं बंद रखी.
अपर जिलाधिकारी अरविंद पांडेय ने बताया कि केदारनाथ में यात्री की मौत का मामला संज्ञान में आया है. यात्रा मजिस्ट्रेट की रिपोर्ट के बाद मामले में कार्रवाई की जाएगी.
वहीं पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि हेली कंपनी द्वारा केदारनाथ में तय नियम- शर्तों के विपरीत कार्य किया गया. जिस कारण एक बीमार यात्री की मौत हो गई. मामले में अगर मृतक के परिजन तहरीर देंगे तो हेली कंपनी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जायेगी.