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ध्यान गुफा को लेकर बाबा के भक्तों में उत्साह, अब तक 52 श्रद्धालु कर चुके साधना, कपाट बंद होने तक बुकिंग फुल

Meditation in Kedarnath Meditation Cave केदारनाथ धाम स्थित ध्यान गुफा में साधना करने के लिए श्रद्धालुओं में उत्साह बढ़ता जा रहा है. अब तक 52 श्रद्धालु ध्यान गुफा में साधना कर चुके हैं. जबकि कपाट बंद होने तक की बुकिंग फुल हो चुकी है.

dham cave
ध्यान गुफा
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Oct 25, 2023, 8:21 PM IST

रुद्रप्रयाग: केदारनाथ धाम की यात्रा में रिकॉर्ड संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं में 52 श्रद्धालु धाम स्थित गुफाओं में योग-साधना कर चुके हैं. धाम स्थित गुफाओं में योग साधना को लेकर श्रद्धालुओं में खासा उत्साह देखने को मिला है, जिससे गढ़वाल मंडल विकास निगम को भी अच्छा मुनाफा हुआ है. बुधवार को केदारनाथ यात्रा ने 18 लाख का आंकड़ा भी पार कर लिया है.

dham cave
ध्यान गुफा को लेकर बाबा के भक्तों में उत्साह.

बता दें कि इस वर्ष की केदारनाथ यात्रा ऐतिहासिक रहने वाली है. केदारनाथ यात्रा का आंकड़ा इस बार 20 लाख पार पहुंचने के आसार साफ-साफ नजर आ रहे हैं. धाम में जहां पिछले वर्ष 16 लाख श्रद्धालु बाबा केदार के दरबार में पहुंचे थे. वहीं इस बार अब तक 18 लाख श्रद्धालु बाबा केदार के दर्शन कर चुके हैं और अभी 20 दिन की यात्रा शेष बची हुई है. केदारनाथ धाम में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ से जहां मजदूर, व्यापारियों, होटल, लॉज स्वामियों के चेहरे पर मुस्कान है. वहीं गढ़वाल मंडल विकास निगम भी ध्यान गुफाओं की बुकिंग से अच्छी खासी आमदनी कमा रहा है.

8 लाख रुपए लागत से बनी गुफा: ध्यान गुफा को लेकर बाबा के भक्तों में खासा उत्साह देखा जा रहा है. केदारनाथ में वर्ष 2018 में मंदाकिनी नदी के दूसरी तरफ ध्यान गुफा का निर्माण किया गया था. नेहरू पर्वतारोहण संस्थान ने इस गुफा को आठ लाख रुपए की लागत से बनाया. गुफा के बनने के साथ ही यात्राकाल में बाबा के भक्तों में यहां रात्रि प्रवास व साधना को लेकर खासा उत्साह देखने को मिला है. साल 2019 में ध्यान गुफा में 103 और 2020 में 36 श्रद्धालुओं ने साधना की थी, लेकिन कोरोना के चलते 2021 में गुफा का संचालन नहीं हो पाया.
ये भी पढ़ेंः PM मोदी की साधना के बाद पॉपुलर हुई ध्यान गुफा, बुकिंग डिमांड बढ़ी

कपाट बंद होने तक बुकिंग फुल: साल 2022 में पूरे यात्राकाल में 64 शिव भक्तों ने यहां साधना की. जबकि इस वर्ष 25 अप्रैल से शुरू हुई केदारनाथ यात्रा में अभी तक ध्यान गुफा में 52 श्रद्धालु साधना कर चुके हैं, जिससे गढ़वाल मंडल विकास निगम को 1.74 लाख रुपये की आमदनी हुई है. ध्यान गुफा के लिए आगामी दिनों की बुकिंग भी मिल चुकी है. गढ़वाल मंडल विकास निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक सुदर्शन सिंह खत्री ने बताया कि ध्यान गुफा को लेकर प्रतिवर्ष श्रद्धालुओं का उत्साह बना हुआ है. गुफा में प्रवास का शुल्क 3,360 रुपये है. आगामी 15 नवंबर को केदारनाथ के कपाट बंद होने से पूर्व की तिथियों के लिए भी बुकिंग मिली है.

dham cave
18 लाख श्रद्धालु कर चुके हैं केदारनाथ यात्रा.

ध्यान गुफा में पीएम मोदी कर चुके हैं साधना: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी साल 2019 में ध्यान गुफा में साधना कर चुके हैं. तब से इस गुफा को मोदी गुफा के नाम से भी जाना जाता है. पीएम मोदी 18 मई 2019 को केदारनाथ पहुंचे थे और 19 मई को गुफा में ध्यान किया था. इसके बाद से ध्यान गुफा को लेकर श्रद्धालुओं में खासा उत्साह है.

रुद्रप्रयाग: केदारनाथ धाम की यात्रा में रिकॉर्ड संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं में 52 श्रद्धालु धाम स्थित गुफाओं में योग-साधना कर चुके हैं. धाम स्थित गुफाओं में योग साधना को लेकर श्रद्धालुओं में खासा उत्साह देखने को मिला है, जिससे गढ़वाल मंडल विकास निगम को भी अच्छा मुनाफा हुआ है. बुधवार को केदारनाथ यात्रा ने 18 लाख का आंकड़ा भी पार कर लिया है.

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ध्यान गुफा को लेकर बाबा के भक्तों में उत्साह.

बता दें कि इस वर्ष की केदारनाथ यात्रा ऐतिहासिक रहने वाली है. केदारनाथ यात्रा का आंकड़ा इस बार 20 लाख पार पहुंचने के आसार साफ-साफ नजर आ रहे हैं. धाम में जहां पिछले वर्ष 16 लाख श्रद्धालु बाबा केदार के दरबार में पहुंचे थे. वहीं इस बार अब तक 18 लाख श्रद्धालु बाबा केदार के दर्शन कर चुके हैं और अभी 20 दिन की यात्रा शेष बची हुई है. केदारनाथ धाम में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ से जहां मजदूर, व्यापारियों, होटल, लॉज स्वामियों के चेहरे पर मुस्कान है. वहीं गढ़वाल मंडल विकास निगम भी ध्यान गुफाओं की बुकिंग से अच्छी खासी आमदनी कमा रहा है.

8 लाख रुपए लागत से बनी गुफा: ध्यान गुफा को लेकर बाबा के भक्तों में खासा उत्साह देखा जा रहा है. केदारनाथ में वर्ष 2018 में मंदाकिनी नदी के दूसरी तरफ ध्यान गुफा का निर्माण किया गया था. नेहरू पर्वतारोहण संस्थान ने इस गुफा को आठ लाख रुपए की लागत से बनाया. गुफा के बनने के साथ ही यात्राकाल में बाबा के भक्तों में यहां रात्रि प्रवास व साधना को लेकर खासा उत्साह देखने को मिला है. साल 2019 में ध्यान गुफा में 103 और 2020 में 36 श्रद्धालुओं ने साधना की थी, लेकिन कोरोना के चलते 2021 में गुफा का संचालन नहीं हो पाया.
ये भी पढ़ेंः PM मोदी की साधना के बाद पॉपुलर हुई ध्यान गुफा, बुकिंग डिमांड बढ़ी

कपाट बंद होने तक बुकिंग फुल: साल 2022 में पूरे यात्राकाल में 64 शिव भक्तों ने यहां साधना की. जबकि इस वर्ष 25 अप्रैल से शुरू हुई केदारनाथ यात्रा में अभी तक ध्यान गुफा में 52 श्रद्धालु साधना कर चुके हैं, जिससे गढ़वाल मंडल विकास निगम को 1.74 लाख रुपये की आमदनी हुई है. ध्यान गुफा के लिए आगामी दिनों की बुकिंग भी मिल चुकी है. गढ़वाल मंडल विकास निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक सुदर्शन सिंह खत्री ने बताया कि ध्यान गुफा को लेकर प्रतिवर्ष श्रद्धालुओं का उत्साह बना हुआ है. गुफा में प्रवास का शुल्क 3,360 रुपये है. आगामी 15 नवंबर को केदारनाथ के कपाट बंद होने से पूर्व की तिथियों के लिए भी बुकिंग मिली है.

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18 लाख श्रद्धालु कर चुके हैं केदारनाथ यात्रा.

ध्यान गुफा में पीएम मोदी कर चुके हैं साधना: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी साल 2019 में ध्यान गुफा में साधना कर चुके हैं. तब से इस गुफा को मोदी गुफा के नाम से भी जाना जाता है. पीएम मोदी 18 मई 2019 को केदारनाथ पहुंचे थे और 19 मई को गुफा में ध्यान किया था. इसके बाद से ध्यान गुफा को लेकर श्रद्धालुओं में खासा उत्साह है.

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