पिथौरागढ़: गलवान घाटी में चीन की नापाक हरकत के बाद पिथौरागढ़ से लगी भारत-चीन सीमा पर भी हलचल तेज हो गयी है. लिपुलेख को रोड से जोड़ने के बाद अब बीआरओ ने मिलम से भी चाइना बॉर्डर तक सड़क काटने का काम तेज कर दिया है. इसके लिए बकायदा मुनस्यारी से हेलीकॉप्टर की मदद से भारी-भरकम मशीनें लास्पा पहुंचाई जा रही हैं.
फिलहाल मुनस्यारी से 18 किलोमीटर दूर मिलम तक सड़क काटी जा चुकी है. जबकि मिलम से भी लास्पा तक बीआरओ ने सड़क काट ली है, बीच के हिस्से की कटिंग होनी अभी बाकी है. इस रोड के कट जाने से भारत मिलम से चीन की सीमा पर आसानी से पहुंच जाएगा.
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पिथौरागढ़ में लिपुलेख के बाद अब चीन सीमा के दूसरे सिरे मिलम तक सड़क बनाने के काम में युद्धस्तर पर तेजी आ गयी है. भारतीय निर्माण एजेंसियां चीन सीमा तक सड़क पहुंचाने के काम में दिन रात जुटी हुई हैं. वायु सेना के हेलीकॉप्टर दिन-रात एक कर चीन सीमा पर मशीनें, निर्माण समाग्री, तेल और खाद्यान्न पहुंचा रहे हैं. वायु सेना के ये हेलीकॉप्टर एक दिन में करीब 10 चक्कर लगाकर चीन सीमा तक सामाग्री पहुंचा रहे हैं.
बता दें उच्च हिमालयी इलाके में 64 किलोमीटर की यह सड़क मुनस्यारी से मिलम तक 18 किलोमीटर तक कट चुकी है. जबकि मिलम से लास्पा तक 26 किलोमीटर की सड़क काटने का काम जारी है. लेकिन 22 किलोमीटर की हार्ड रॉक में अभी कोई काम नहीं हुआ है.