बेरीनाग: कोरोना महामारी के कारण पिछले सात महीने से स्कूल बंद पड़े हुए है. बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो इसके के लिए ऑनलाइन क्लासेज जारी है, लेकिन पहाड़ में कुछ इलाके ऐसे हैं, जहां ऑनलाइन पढ़ाई करने में छात्रों को मुश्किल आ रही है. ऐसे में छात्र अपने भविष्य को लेकर चितिंत थे. लेकिन अब सरकारी स्कूलों के अध्यापकों ने इसका हल निकाल लिया है. अध्यापक घर-घर जाकर बच्चों को पढ़ा रहे हैं.
पिथौरागढ़ और बागेश्वर जनपद की सीमा पर स्थित राजकीय इंटर कॉलेज कार्कीनगर के शिक्षक पिछले तीन महीने से कक्षा 9 से लेकर 12वीं तक के बच्चों को घर-घर जाकर पढ़ा रहे हैं. इस दौरान वे कोरोना की गाइडलाइन का पूरा पालन कर रहे हैं.
पढ़ें- BJP प्रदेश कार्यालय के प्रथम तल पर नए कक्ष का उद्घाटन
स्कूली शिक्षकों ने बताया कि कुछ इलाकों में ऑनलाइन पढ़ाई नहीं हो पा रही है. बच्चों की पढ़ाई में कोई व्यवधान न हो, इसीलिए सप्ताह में चार दिन घरों में जाकर बच्चों को पढ़ाया जा रहा है. हैलोहाथल, नागिलां गाव, स्योली, कूड़ी, खोला गांव, कराला पाठक, कराला महर, सिमगड़ी, बास्ती और धरमधर समेत कई गांव ऐसे हैं, जहां शिक्षक घर-घर जाकर पढ़ाई करवा रहे है. प्रधानाचार्य लता बिष्ट ने बताया कि पढ़ाई के दौरान मास्क और सामाजिक दूरी का पूरा ध्यान रखा जा रहा है. बच्चों को किसी भी प्रकार की कोई परेशानी न हो, इसीलिए सभी विषयों की पढ़ाई की जा रही है.