ETV Bharat / state

इस बार मुश्किलों से भरी है कैलाश मानसरोवर यात्रा, श्रद्धालुओं पर हमेशा मंडरा रहा ये बड़ा खतरा

author img

By

Published : Jun 24, 2019, 7:58 AM IST

कैलाश मानसरोवर यात्रा मार्ग भले ही नजंग तक वाहनों के लिए खुल गया हो मगर मानसून सीजन में इस मार्ग पर भूस्खलन का खतरा लगातार बना हुआ है. बीते शुक्रवार को इस मार्ग पर भूस्खलन के दौरान रास्ता पार करते हुए सीमा सड़क संगठन के बुलडोजर ऑपरेटर की मौत हो गयी थी.

फाइल फोटो

पिथौरागढ़: कैलाश मानसरोवर यात्रा मार्ग मानसून सीजन में खतरे का सबब बना हुआ है. तवाघाट से नजंग के बीच सड़क मार्ग बरसात में किसी भी वक्त भूस्खलन की चपेट में आ सकती है. जबकि नजंग से बूंदी के बीच पैदल मार्ग की भी हालत कई जगहों पर खराब है. ऐसे में यात्रा को सकुशल संपन्न करना प्रशासन के लिए चुनौती बना हुआ है.

पढ़ें- हरदा ने दो दिन के विधानसभा सत्र को बताया मजाक, कहा- अभी घाव सहला रहा हूं, जल्द करूंगा उपवास

गौर हो कि पिछले मानसून सीजन में नजंग से मालपा के बीच मार्ग बंद होने के कारण कैलाश मानसरोवर यात्रा बुरी तरह प्रभावित हुई थी और यात्रा हेलीकॉप्टर के जरिये सम्पन्न करानी पड़ी थी.

कैलाश मानसरोवर यात्रा मार्ग भले ही नजंग तक वाहनों के लिए खुल गया हो, लेकिन मानसून सीजन में इस मार्ग पर भूस्खलन का खतरा लगातार मंडरा रहा है. बीते शुक्रवार इस मार्ग पर भूस्खलन के दौरान रास्ता पार करते हुए सीमा सड़क संगठन के बुलडोजर ऑपरेटर की काली नदी में गिरने से मौत हो गयी थी.

कैलाश मानसरोवर यात्रा मार्ग पर भूस्खलन का खतरा

पढ़ें- पहाड़ों की रानी में अजीत डोभाल ने पहाड़ी व्यंजन का उठाया लुत्फ, कहा- बदल गई है मसूरी

सड़क निर्माण के दौरान बीआरओ द्वारा की जा रही ब्लास्टिंग से यात्रा मार्ग पर कमजोर चट्टाने किसी भी वक्त भर भराकर गिर सकती है. इस मार्ग से होकर ही कैलाश मानसरोवर यात्रियों को जाना है. ऐसे में कैलाश मानसरोवर यात्रियों की सुरक्षा पर सवाल खड़े होने लगे हैं. वहीं यात्रा मार्ग के निर्माण का जिम्मा देख रहे बीआरओ के अधिकारियों का कहना है कि नजंग तक सड़क तैयार होने से यात्रियों को इस बार सहूलियत होगी.

पिथौरागढ़: कैलाश मानसरोवर यात्रा मार्ग मानसून सीजन में खतरे का सबब बना हुआ है. तवाघाट से नजंग के बीच सड़क मार्ग बरसात में किसी भी वक्त भूस्खलन की चपेट में आ सकती है. जबकि नजंग से बूंदी के बीच पैदल मार्ग की भी हालत कई जगहों पर खराब है. ऐसे में यात्रा को सकुशल संपन्न करना प्रशासन के लिए चुनौती बना हुआ है.

पढ़ें- हरदा ने दो दिन के विधानसभा सत्र को बताया मजाक, कहा- अभी घाव सहला रहा हूं, जल्द करूंगा उपवास

गौर हो कि पिछले मानसून सीजन में नजंग से मालपा के बीच मार्ग बंद होने के कारण कैलाश मानसरोवर यात्रा बुरी तरह प्रभावित हुई थी और यात्रा हेलीकॉप्टर के जरिये सम्पन्न करानी पड़ी थी.

कैलाश मानसरोवर यात्रा मार्ग भले ही नजंग तक वाहनों के लिए खुल गया हो, लेकिन मानसून सीजन में इस मार्ग पर भूस्खलन का खतरा लगातार मंडरा रहा है. बीते शुक्रवार इस मार्ग पर भूस्खलन के दौरान रास्ता पार करते हुए सीमा सड़क संगठन के बुलडोजर ऑपरेटर की काली नदी में गिरने से मौत हो गयी थी.

कैलाश मानसरोवर यात्रा मार्ग पर भूस्खलन का खतरा

पढ़ें- पहाड़ों की रानी में अजीत डोभाल ने पहाड़ी व्यंजन का उठाया लुत्फ, कहा- बदल गई है मसूरी

सड़क निर्माण के दौरान बीआरओ द्वारा की जा रही ब्लास्टिंग से यात्रा मार्ग पर कमजोर चट्टाने किसी भी वक्त भर भराकर गिर सकती है. इस मार्ग से होकर ही कैलाश मानसरोवर यात्रियों को जाना है. ऐसे में कैलाश मानसरोवर यात्रियों की सुरक्षा पर सवाल खड़े होने लगे हैं. वहीं यात्रा मार्ग के निर्माण का जिम्मा देख रहे बीआरओ के अधिकारियों का कहना है कि नजंग तक सड़क तैयार होने से यात्रियों को इस बार सहूलियत होगी.

Intro:पिथौरागढ़: कैलाश मानसरोवर यात्रा मार्ग मानसून सीजन में खतरे का सबब बना हुआ है। तवाघाट से नजंग के बीच सड़क मार्ग बरसात में किसी भी वक़्त भूस्खलन की चपेट में आ सकता है। जबकि नजंग से बूंदी के बीच पैदल मार्ग भी कई जगहों पर ख़स्ताहाल है। ऐसे में यात्रा को सकुशल संपन्न करना प्रशासन के लिए चुनौती बना हुआ है। गौर हो कि पिछले मानसून सीजन में नजंग से मालपा के बीच मार्ग बंद होने के कारण कैलाश मानसरोवर यात्रा बुरी तरह प्रभावित हुई थी और यात्रा हेलीकॉप्टर के जरिये सम्पन्न करानी पड़ी थी।

कैलाश मानसरोवर यात्रा मार्ग भले ही नजंग तक वाहनों के लिए खुल गया हो मगर मानसून सीजन में इस मार्ग में भूस्खलन का खतरा लगातार बना हुआ है। बीते शुक्रवार इस मार्ग में भूस्खलन के दौरान रास्ता पार करते हुए सीमा सड़क संगठन के बुलडोजर ऑपरेटर की काली नदी में गिरने से मौत हो गयी थी। सड़क निर्माण के दौरान बीआरओ द्वारा की जा रही ब्लास्टिंग से यात्रा मार्ग में कमजोर चट्टाने किसी भी वक़्त भरभराकर गिर सकती है। इस मार्ग से होकर ही कैलाश मानसरोवर यात्रियों को जाना है। ऐसे में कैलाश मानसरोवर यात्रियों की सुरक्षा पर सवाल खड़े होने लगे है। वहीं यात्रा मार्ग के निर्माण का जिम्मा देख रहे बीआरओ के अधिकारियों का कहना है कि नजंग तक सड़क तैयार होने से यात्रियों को इस बार सहूलियत होगी।

Byte: आर एन बिंधानी, जेई सिविल, बीआरओ




Body:पिथौरागढ़: कैलाश मानसरोवर यात्रा मार्ग मानसून सीजन में खतरे का सबब बना हुआ है। तवाघाट से नजंग के बीच सड़क मार्ग बरसात में किसी भी वक़्त भूस्खलन की चपेट में आ सकता है। जबकि नजंग से बूंदी के बीच पैदल मार्ग भी कई जगहों पर ख़स्ताहाल है। ऐसे में यात्रा को सकुशल संपन्न करना प्रशासन के लिए चुनौती बना हुआ है। गौर हो कि पिछले मानसून सीजन में नजंग से मालपा के बीच मार्ग बंद होने के कारण कैलाश मानसरोवर यात्रा बुरी तरह प्रभावित हुई थी और यात्रा हेलीकॉप्टर के जरिये सम्पन्न करानी पड़ी थी।

कैलाश मानसरोवर यात्रा मार्ग भले ही नजंग तक वाहनों के लिए खुल गया हो मगर मानसून सीजन में इस मार्ग में भूस्खलन का खतरा लगातार बना हुआ है। बीते शुक्रवार इस मार्ग में भूस्खलन के दौरान रास्ता पार करते हुए सीमा सड़क संगठन के बुलडोजर ऑपरेटर की काली नदी में गिरने से मौत हो गयी थी। सड़क निर्माण के दौरान बीआरओ द्वारा की जा रही ब्लास्टिंग से यात्रा मार्ग में कमजोर चट्टाने किसी भी वक़्त भरभराकर गिर सकती है। इस मार्ग से होकर ही कैलाश मानसरोवर यात्रियों को जाना है। ऐसे में कैलाश मानसरोवर यात्रियों की सुरक्षा पर सवाल खड़े होने लगे है। वहीं यात्रा मार्ग के निर्माण का जिम्मा देख रहे बीआरओ के अधिकारियों का कहना है कि नजंग तक सड़क तैयार होने से यात्रियों को इस बार सहूलियत होगी।

Byte: आर एन बिंधानी, जेई सिविल, बीआरओ




Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.