बेरीनागः पहाड़ों में होने वाली रामलीलाओं में अधिकांश में पुरुष ही पात्रों की भूमिका में होते हैं, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में हो रही रामलीलाओं में लड़कियां भी खुलकर अभिनय कर रही हैं. कांडे किरोली और थर्प में आयोजित रामलीला में राम, लक्ष्मण, सीता और सखी का पात्र लड़कियों द्वारा किया जा रहा है. बेरीनाग विकासखंड के कांडे किरोली में आयोजित रामलीला में आधे से अधिक मुख्य पात्रों में लड़कियों द्वारा अभिनय किया जा रहा है.
रामलीला कमेटी के आयोजकों ने बताया कि बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत पिछले पांच वर्षो से लगातार यहां कई पात्रों में लड़कियों द्वारा अभियन किया जा रहा है. इनके अभिनय को देखकर महिलाओं को आगे आने का मौका मिलेगा.
राम की भूमिका निभाने वाली निकिता पंत बताती हैं कि पहली बार राम के पात्र का अभिनय करने में बहुत खुशी के साथ भगवान के प्रति भावना भी जुड़ रही है. यहां पर मुझे यह महसूस नहीं हो रहा है कि मैं लड़की होने के बाद भी राम का पात्र निभा रही हूं. वहीं लक्ष्मण का विशेष अभिनय कर रही डॉली कार्की बताती हैं कि दूसरी बार यह वे लक्ष्मण का अभियन कर रही हैं.
अभियन के दौरान कहीं भी कोई हिचक और शर्म महसूस नहीं होती है. स्थानीय लड़कियों से रामलीला में अधिक से अधिक अभियन करने की अपील की गई है. वहीं सीता के अभियन में मनीषा पंत बताती हैं कि सीता का अभियन रामलीला के दौरान शुरू लेकर अंत बहुत भावात्मक अभिनय रहा.
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रामलीला में विभिन्न पात्रों को तालीम देने वाले हारमोनियम मास्टर हीरा कार्की बताते हैं कि पिछले दो दशक से रामलीला में पात्रों को तालीम देने के साथ ही अभिनय की बारीकियों को सिखाया जाता है. यहां पर पिछले पांच वर्षों से लड़कियों द्वारा विभिन्न पात्रों की भूमिका बहुत अच्छी तरह से निभाई जा रही है. बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के नारे को धरातल में पर उतारने का प्रयास किया जा रहा है.
बेटियों को बढ़ावा देने के लिए सरकार को इस रामलीला के माध्यम से एक संदेश देने का भी प्रयास किया गया है. विधायक मीना गंगोला, ब्लाक प्रमुख विनीता बाफिला ने लड़कियों द्वारा की जा रही रामलीला की सरहाना करते हुए कहा कि सरकार से इस रामलीला को मदद दिलाने का प्रयास किया जाएगा.