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कैलाश मानसरोवर यात्रा की राह नहीं होगी आसान, नजंग से आगे जाना होगा पैदल

कैलाश मानसरोवर यात्रा की तैयारियों के लिए प्रशासन ने कमर कसनी शुरू कर दी है. यात्रियों के रहने-खाने की व्यवस्था का जिम्मा पूर्व की तरह केएमवीएन संभालेगी, जबकि यात्रियों की सुरक्षा आइटीबीपी और पुलिस के जिम्मे रहेगी.

फाइल फोटो
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Published : Apr 18, 2019, 6:12 PM IST

Updated : Apr 18, 2019, 6:42 PM IST

पिथौरागढ़: विश्व प्रसिद्ध कैलाश मानसरोवर यात्रा इस बार भी वैकल्पिक मार्ग से होकर जाएगी. कैलाश मानसरोवर यात्री नजंग तक ही वाहन से जा सकेंगे. नजंग से मालपा तक के रूट पर अभी भी वाहनों का संचालन संभव नहीं हो पाया है. बीआरओ मालपा और नजंग में दो पुलों के निर्माण में जुटे हैं, जिसे बनने में कम से कम 6 माह का समय लग सकता है. ऐसे में प्रशासन ने यात्रा के सफल संचालन के लिए वैकल्पिक पैदल मार्ग की तलाश शुरू कर दी है.

इस बार भी वैकल्पिक मार्ग से होकर जाएगी कैलाश मानसरोवर यात्रा

पढ़ें- दिल्ली में पहाड़ी वोटरों को साधेगी भाजपा, देवभूमि से भेजे गए स्टार प्रचारक

लिपुलेख दर्रे से होकर जाने वाली पारम्परिक कैलाश मानसरोवर यात्रा की तैयारियों के लिए प्रशासन ने कमर कसनी शुरू कर दी है. यात्रियों के रहने-खाने की व्यवस्था का जिम्मा पूर्व की तरह केएमवीएन संभालेगी, जबकि यात्रियों की सुरक्षा आइटीबीपी और पुलिस के जिम्मे रहेगी. यात्रा के सफल संचालन का जिम्मा नोडल एजेंसी पिथौरागढ़ प्रशासन के पास होगा.

जिलाधिकारी विजय कुमार जोगदंडे का कहना है कि यात्री नजंग तक गाड़ी से जा सकेंगे, मगर नजंग से मालपा तक के रूट पर अभी भी वाहनों का संचालन संभव नहीं है. मालपा से गुंजी तक सड़क कटी है, जिससे यहां भी यातायात संभव नहीं है. जिसे देखते हुए यात्रा वैकल्पिक पैदल मार्ग से होकर आयोजित की जाएगी.

पिथौरागढ़: विश्व प्रसिद्ध कैलाश मानसरोवर यात्रा इस बार भी वैकल्पिक मार्ग से होकर जाएगी. कैलाश मानसरोवर यात्री नजंग तक ही वाहन से जा सकेंगे. नजंग से मालपा तक के रूट पर अभी भी वाहनों का संचालन संभव नहीं हो पाया है. बीआरओ मालपा और नजंग में दो पुलों के निर्माण में जुटे हैं, जिसे बनने में कम से कम 6 माह का समय लग सकता है. ऐसे में प्रशासन ने यात्रा के सफल संचालन के लिए वैकल्पिक पैदल मार्ग की तलाश शुरू कर दी है.

इस बार भी वैकल्पिक मार्ग से होकर जाएगी कैलाश मानसरोवर यात्रा

पढ़ें- दिल्ली में पहाड़ी वोटरों को साधेगी भाजपा, देवभूमि से भेजे गए स्टार प्रचारक

लिपुलेख दर्रे से होकर जाने वाली पारम्परिक कैलाश मानसरोवर यात्रा की तैयारियों के लिए प्रशासन ने कमर कसनी शुरू कर दी है. यात्रियों के रहने-खाने की व्यवस्था का जिम्मा पूर्व की तरह केएमवीएन संभालेगी, जबकि यात्रियों की सुरक्षा आइटीबीपी और पुलिस के जिम्मे रहेगी. यात्रा के सफल संचालन का जिम्मा नोडल एजेंसी पिथौरागढ़ प्रशासन के पास होगा.

जिलाधिकारी विजय कुमार जोगदंडे का कहना है कि यात्री नजंग तक गाड़ी से जा सकेंगे, मगर नजंग से मालपा तक के रूट पर अभी भी वाहनों का संचालन संभव नहीं है. मालपा से गुंजी तक सड़क कटी है, जिससे यहां भी यातायात संभव नहीं है. जिसे देखते हुए यात्रा वैकल्पिक पैदल मार्ग से होकर आयोजित की जाएगी.

Intro:नोट- सर इस खबर की बाइट मोजो से भेजी है। विसुअल्स मेल पर है।

पिथौरागढ़: विश्व प्रसिद्ध कैलाश मानसरोवर यात्रा इस बार भी वैकल्पिक मार्ग से होकर जाएगी। कैलाश मानसरोवर यात्री नजंग तक ही गाड़ी से जा सकेंगे। नजंग से मालपा तक के रूट में अभी भी वाहनों का संचालन सम्भव नही हो पाया है। बीआरओ मालपा और नजंग में दो पुलों का निर्माण कर रहा है जिसे बनने में कम से कम 6 माह का समय लगना है। ऐसे में प्रशासन ने यात्रा के सफल संचालन के लिए वैकल्पिक पैदल मार्ग की तलाश शुरू कर दी है।

लिपुलेख दर्रे से होकर जाने वाली पारम्परिक कैलाश मानसरोवर यात्रा की तैयारियों के लिए प्रशासन ने कमर कसनी शुरु कर दी है। यात्रियों के रहने-खाने की व्यवस्था का जिम्मा पूर्व की भांति केएमवीएन संभालेगी। जबकि यात्रियों की सुरक्षा आइटीबीपी और पुलिस के जिम्मे रहेगी। यात्रा के सफल संचालन का जिम्मा नोडल एजेंसी पिथौरागढ़ प्रशासन के पास होगा। जिलाधिकारी विजय कुमार जोगदंडे का कहना है कि यात्री नजंग तक गाड़ी से जा सकेंगे। मगर नजंग से मालपा तक के रूट में अभी भी वाहनों का संचालन सम्भव नही है। साथ ही जिलाधिकारी ने बताया कि मालपा से गुंजी तक सड़क तो कटी है मगर यहां भी यातायात सम्भव नही है। जिसे देखते हुए यात्रा वैकल्पिक पैदल मार्ग से होकर आयोजित की जाएगी।

Byte: विजय कुमार जोगदंडे, जिलाधिकारी, पिथौरागढ़


Body:नोट- सर इस खबर की बाइट मोजो से भेजी है। विसुअल्स मेल पर है।

पिथौरागढ़: विश्व प्रसिद्ध कैलाश मानसरोवर यात्रा इस बार भी वैकल्पिक मार्ग से होकर जाएगी। कैलाश मानसरोवर यात्री नजंग तक ही गाड़ी से जा सकेंगे। नजंग से मालपा तक के रूट में अभी भी वाहनों का संचालन सम्भव नही हो पाया है। बीआरओ मालपा और नजंग में दो पुलों का निर्माण कर रहा है जिसे बनने में कम से कम 6 माह का समय लगना है। ऐसे में प्रशासन ने यात्रा के सफल संचालन के लिए वैकल्पिक पैदल मार्ग की तलाश शुरू कर दी है।

लिपुलेख दर्रे से होकर जाने वाली पारम्परिक कैलाश मानसरोवर यात्रा की तैयारियों के लिए प्रशासन ने कमर कसनी शुरु कर दी है। यात्रियों के रहने-खाने की व्यवस्था का जिम्मा पूर्व की भांति केएमवीएन संभालेगी। जबकि यात्रियों की सुरक्षा आइटीबीपी और पुलिस के जिम्मे रहेगी। यात्रा के सफल संचालन का जिम्मा नोडल एजेंसी पिथौरागढ़ प्रशासन के पास होगा। जिलाधिकारी विजय कुमार जोगदंडे का कहना है कि यात्री नजंग तक गाड़ी से जा सकेंगे। मगर नजंग से मालपा तक के रूट में अभी भी वाहनों का संचालन सम्भव नही है। साथ ही जिलाधिकारी ने बताया कि मालपा से गुंजी तक सड़क तो कटी है मगर यहां भी यातायात सम्भव नही है। जिसे देखते हुए यात्रा वैकल्पिक पैदल मार्ग से होकर आयोजित की जाएगी।

Byte: विजय कुमार जोगदंडे, जिलाधिकारी, पिथौरागढ़


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Last Updated : Apr 18, 2019, 6:42 PM IST
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