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बेरीनाग और चौकोड़ी के हजारों परिवारों को नहीं मिला भूमि का मालिकाना हक, नई सरकार से हैं उम्मीदें

पिथौरागढ़ जिले के बेरीनाग और चौकोड़ी के लोगों को दशकों से जमीन का मालिकाना हक नहीं मिल पाया है. आज भी यहां की जमीन टी स्टेट के नाम दर्ज है. करीब 20 हजार की आबादी वाले इन दोनों इलाकों के लोग सालों से सरकार से मालिकाना हक मांग रहे हैं, लेकिन सरकार के कानों में जूं तक नही रेंगी. अब यहां के लोगों को नई सरकार से उम्मीदें हैं.

Berinag and Chaukori
Berinag and Chaukori
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Published : Feb 21, 2022, 12:21 PM IST

Updated : Feb 21, 2022, 12:47 PM IST

पिथौरागढ़: बेरीनाग और चौकोड़ी में रहने वाले 20 हजार परिवारों की समस्या का समाधान नहीं हो पाया है. उनके मकान तो अपने हैं, लेकिन भूमि का मालिकाना हक नहीं है. यहां समय-समय पर प्रशासन का डंडा भी चलता रहता है. अब लोगों को उम्मीद है कि नई सरकार आने के बाद उन्हें अपनी भूमि पर मालिकाना हक मिल पाएगा. दरअसल चौकोड़ी और बेरीनाग की भूमि का वर्गीकरण तय नहीं होने के कारण लोगों को भूमि का मालिकाना हक नहीं मिल पा रहा है. हालांकि बेरीनाग नगर को नगर पंचायत का दर्जा मिल चुका है.

चौकोड़ी और बेरीनाग की जमीन अंग्रेजों के समय से ही टी-स्टेट की जमीन रही है. वर्तमान में टी-स्टेट की भूमि पर ही भवन बने हैं. जिस पर अधिकांश जनता निवास करती है. चौकोड़ी और बेरीनाग में मकानों के अलावा कई होटल भी बन चुके हैं. मगर सरकार ने अभी तक यहां के लोगों को भूमि का मालिकाना हक नहीं दिया है. अपने ही मकानों में रह रहे लोगों को हमेशा भय बना रहता है. सरकारें भूमि के मामले को अभी तक सुलझा नहीं सकी हैं.

बेरीनाग और चौकोड़ी के हजारों परिवारों को नहीं मिला भूमि का मालिकाना हक.

पढ़ें: थराली में सड़क निर्माण में अनियमितता, ग्रामीणों ने ठेकेदार पर लगाए गंभीर आरोप

इस बार के विधानसभा चुनावों में भी मुख्य मुद्दा यही था कि बेरीनाग और चौकोड़ी के लोगों को मालिकाना हक दिया जाए. इस बार बनने वाली सरकार से चौकोड़ी और बेरीनाग में मकान बना कर रहने वाले हजारों परिवारों को उम्मीदें फिर बंधी हैं कि आगामी सरकार बेरीनाग के लोगों की समस्या का समाधान करेगी.

पिथौरागढ़: बेरीनाग और चौकोड़ी में रहने वाले 20 हजार परिवारों की समस्या का समाधान नहीं हो पाया है. उनके मकान तो अपने हैं, लेकिन भूमि का मालिकाना हक नहीं है. यहां समय-समय पर प्रशासन का डंडा भी चलता रहता है. अब लोगों को उम्मीद है कि नई सरकार आने के बाद उन्हें अपनी भूमि पर मालिकाना हक मिल पाएगा. दरअसल चौकोड़ी और बेरीनाग की भूमि का वर्गीकरण तय नहीं होने के कारण लोगों को भूमि का मालिकाना हक नहीं मिल पा रहा है. हालांकि बेरीनाग नगर को नगर पंचायत का दर्जा मिल चुका है.

चौकोड़ी और बेरीनाग की जमीन अंग्रेजों के समय से ही टी-स्टेट की जमीन रही है. वर्तमान में टी-स्टेट की भूमि पर ही भवन बने हैं. जिस पर अधिकांश जनता निवास करती है. चौकोड़ी और बेरीनाग में मकानों के अलावा कई होटल भी बन चुके हैं. मगर सरकार ने अभी तक यहां के लोगों को भूमि का मालिकाना हक नहीं दिया है. अपने ही मकानों में रह रहे लोगों को हमेशा भय बना रहता है. सरकारें भूमि के मामले को अभी तक सुलझा नहीं सकी हैं.

बेरीनाग और चौकोड़ी के हजारों परिवारों को नहीं मिला भूमि का मालिकाना हक.

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इस बार के विधानसभा चुनावों में भी मुख्य मुद्दा यही था कि बेरीनाग और चौकोड़ी के लोगों को मालिकाना हक दिया जाए. इस बार बनने वाली सरकार से चौकोड़ी और बेरीनाग में मकान बना कर रहने वाले हजारों परिवारों को उम्मीदें फिर बंधी हैं कि आगामी सरकार बेरीनाग के लोगों की समस्या का समाधान करेगी.

Last Updated : Feb 21, 2022, 12:47 PM IST
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