पिथौरागढ़: विधानसभा चुनाव जीतने के बाद उत्तराखंड में नवनिर्वाचित विधायकों को महंगे तोहफे भेंट करने के लिए इन दिनों लोगों की भीड़ लगी है. वहीं पिथौरागढ़ से विधायक चुने गए मयूख महर ने अपनी अनूठी अपील से लोगों का दिल जीत लिया है. मयूख महर ने लोगों से उन्हें तोहफे देने के बजाय किताबें देने की अपील की है. ताकि युवाओं को पढ़ने के लिये वे इन किताबों को लाइब्रेरी में दे सकें. मयूख महर की इस मुहिम को पिथौरागढ़ के लोगों का भरपूर समर्थन मिल रहा है.
नव निर्वाचित विधायक मयूख महर ने लोगों से अपील की है कि उन्हें फूलों, स्मृति चिन्हों के बदलें किताबें भेंट करें. ताकि किताबों के अभाव में पिथौरागढ़ का कोई भी युवा प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने से ना चूके. उनका कहना है भेंट की गई किताबें जिला पुस्तकालय में बच्चों का भविष्य बनाने में मील का पत्थर साबित होंगी. कांग्रेस विधायक मयूख महर की इस अनूठी पहल को पिथौरागढ़ के लोगों का भरपूर समर्थन मिल रहा है. उनकी अपील के बाद बड़ी संख्या में लोग किताबें भेंट करने के लिए आगे आ रहे हैं. जिसके चलते उनके पास अब तक हजारों किताबें जमा हो चुकी है.
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विधायक मयूख महर ने बताया कि उन्होंने जिस पहल की शुरूआत की है वो आने वाली राजनीति में एक नया संदेश देगी. इसका मुख्य उद्देश्य है कि जो भी किताबें उन्हें तोहफे में मिलेंगी वो गरीब, जरूरतमंदों और छात्रों के काम आ सकें और उनका सुनहरा भविष्य बन सके. विधायक मयूख महर ने सभी जनप्रतिनिधियों से इस मुहिम में उनका सहयोग करने की अपील भी की.
कौन हैं मयूख महर? : मयूख महर कांग्रेस नेता हैं. इनका जन्म ग्राम चैंसर पिथौरागढ़ में 01 जनवरी 1956 में हुआ. इन्होंने बीएससी, एमए राजनीतिशास्त्र की शिक्षा प्राप्त की है. 1988 में ब्लॉक प्रमुख बिण बनकर राजनीतिक जीवन की शुरुआत की थी. 1996 में पिथौरागढ़ जिला पंचायत अध्यक्ष बने. 2003 में फिर जिला पंचायत अध्यक्ष चुने गए. 2007 में कनालीछीना विधानसभा सीट विधायक चुने गए. वर्ष 2012 में पिथौरागढ़ विधानसभा से विधायक बने. वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में मयूख महर को प्रकाश पंत के हाथों शिकस्त मिली थी. उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 में मयूख महर ने पिथौरागढ़ सीट से बीजेपी की चंद्रा पंत को हराया है.