बेरीनाग: लॉकडाउन के दौरान सरकार हर जरूरतमंद को सहायता पहुंचाने की कोशिश में लगी हुई है. दूर-दराज के गांवों में ग्रामीणों को मदद भेजी जा रही है. इस संकट में बेरीनाग विकासखंड के अंतर्गत आने वाले पाताल भुवनेश्वर गांव के लोगों ने मिसाल पेश की है. ग्रामीणों ने इस वक्त सरकार से कोई सहायता न लेकर खुद मदद के लिए हाथ बढ़ाए हैं.
ग्रामीण महिलाओं ने ग्राम प्रधान राधा रावल के नेतृत्व में कोरोना को मात देने के लिए अभियान भी चलाया है. इसके तहत उन्होंने एक हफ्ते में 16 हजार रुपए एकत्र किए हैं. इसमें से पांच-पांच हजार रुपए प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री राहत कोष में भेजने का निर्णय लिया गया है. छह हजार रुपए विकास खंड स्तर पर एक राहत कोष में दिए जाएंगे.
ग्राम प्रधान रावल ने कहा कि आज सरकार की मदद के लिए गांव के लोग आगे आए हैं. जो पैसा एकत्र किया गया है उससे जरूरतमंद लोगों की मदद की जाएगी. आगे भी यह अभियान जारी रहेगा.
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गांव की महिलाओं ने बताया कि यदि लॉकडाउन के दौरान गांव में किसी को भी सहायता की जरूरत पडे़गी तो उसकी मदद की जाएगी. ये समय सरकार से मदद लेने का नहीं बल्कि सरकार की मदद करने का है.
खंड विकास अधिकारी आरसी नौटियाल ने ग्रामीणों की इस पहल की सराहना करते हुए अन्य ग्रामीणों से लॉकडाउन के दौरान सरकार की मदद में आगे आने की अपील की है.
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इस गांव के लोग कितने जागरूक हैं इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि खेतों में फसल काटने और जानवरों के लिए चारा लेने जाते समय भी ग्रामीण सोशल डिस्टेंस का पूरा पालन कर रहे हैं.