पिथौरागढ: लॉकडाउन के चलते धारचूला में सैकड़ों नेपाली नागरिक फंसे हुए हैं. जिन्हें एनएचपीसी ने गोद ले लिया है. एनएचपीसी ने दो कैंपों में साढ़े तीन सौ से ज्यादा नेपाली नागरिकों रखा है. एनएचपीसी का कहना है कि जब तक नेपाली नागरिक भारत में हैं, उनके तीन वक्त के खाने का इंतजाम उनकी ओर से किया जाएगा.
कोविड-19 से निपटने के लिए पूरा देश आगे आ रहा है. वहीं, एनएचपीसी ने भारत-नेपाल सीमा सील होने के कारण धारचूला में फंसे नेपाली नागरिकों को गोद लेकर अंतरराष्ट्रीय सौहार्द की मिशाल कायम की है. एनएचपीसी ने मित्र राष्ट्र नेपाल के 327 नेपालियों के लिए धारचूला स्टेडियम और 28 नेपालियों के लिए निगालपानी के फायर बिग्रेड भवन में रहने-खाने, दवाई और स्वास्थ्य परीक्षण का इंतजाम किया है.
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एनएचपीसी के महाप्रबंधक विश्वजीत बासू ने बताया कि भारत-नेपाल के बीच जब तक पुल नहीं खुलता है, तब तक एनएचपीसी ने नेपाली मजदूरों के लिए तीनों समय का भोजन, कपड़े, बिस्तर और मेडिकल सुविधाओं की जिम्मेदारी ली है. वहीं, संकट की इस घड़ी में मानवता की मिशाल पेश करने के लिए नेपाली नागरिकों ने एनएचपीसी की जमकर प्रसंशा की है. इन नेपाली नागरिकों में बच्चे, महिला और बुजुर्ग भी शामिल हैं.