पिथौरागढ़: चीन के साथ जारी विवाद के बीच कांग्रेस से राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा ने बॉर्डर इलाकों में कनेक्टिविटी का मुद्दा उठाया है. सांसद का कहना है कि यूपीए के दौर में टनकपुर-जौलजीबी सड़क को हरी झंडी मिली थी. लेकिन बीते 7 सालों में इस रोड में कोई काम नही हो पाया है, जबकि सामरिक महत्व की इस सड़क के बनने से लिपुलेख तक की दूरी 100 किलोमीटर कम हो जाएगी. साथ ही सांसद ने टनकपुर-जौलजीबी रेल लाइन को भी जल्द बनाने की मांग की है.
कांग्रेस से राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा ने चीन और नेपाल से लगे पिथौरागढ़ जिले में सड़क और रेल कनेक्टिविटी को लेकर केंद्र व राज्य सरकार पर निशाना साधा है. पिथौरागढ़ दौरे पर पहुंचे प्रदीप टम्टा का कहना कि केंद्र की भाजपा सरकार ने सामरिक नजरिये से महत्वपूर्ण टनकपुर-जौलजीबी सड़क और टनकपुर-जौलजीबी रेललाइन परियोजना को ठंडे बस्ते में डाल दिया है.
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जबकि, यूपीए सरकार ने इन दोनों महत्वाकांक्षी परियोजनाओं को आगे बढ़ाने का काम किया था. टम्टा ने कहा कि अगर सरकार देश सुरक्षा को लेकर वाकई में गंभीर है तो उसे दोनों बंद पड़ी परियोजनाओं को आगे बढ़ाना चाहिए. ताकि सीमाओं पर बेहतर कनेक्टिविटी होने के साथ ही सीमांत के लोगों को भी इसका लाभ मिल सके.