बेरीनाग: नगर पंचायत बेरीनाग के भट्टीगांव वार्ड में बुधवार को सात वर्षीय बच्ची हिमानी पुत्री भगत राम को गुलदार ने निवाला बना दिया था. वहीं, घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने देर रात बच्ची का शव भी बरामद कर लिया था. वहीं, इस घटना को लेकर ग्रामीणों में खासा आक्रोश है. ऐसे में ग्रामीणों ने वन विभाग के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
बता दें कि गुलदार बच्ची को लेकर एक पेड़ पर चढ़ा था. पेड़ पर बच्ची का पैजामा लटका हुआ मिला. गुरुवार सुबह ग्रामीणों ने सीएचसी में एकत्र होकर परिजनों को 10 लाख का मुआवजा और परिजनों को नौकरी देने की मांग की. साथ ही ग्रामीणों ने विधायक से गुलदार को आदमखोर घोषित करते हुए मार गिराने की बात कही.
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उधर, वन विभाग ने वन विभाग ने मृतक बच्ची के माता पिता को 50 हजार की धनराशि फौरी राहत के तौर पर दी है. साथ ही वन विभाग के द्वारा गुलदार को पकड़ने के लिए गांव में एक पिंजरा भी लगा दिया है. वहीं, एसडीओ ने ग्रामीणों की मांग पर गुलदार को आदमखोर घोषित कर दिया है. एसडीओ ने बताया कि गुलदार को पहले पकड़ने की कोशिश की जायेगी और यदि पकड़ में नहीं आएगा तो उसे खत्म करने की कार्रवाई की जायेगी. वन विभाग के द्वारा नियमों के तहत मदद दी जायेगी.
गौर हो कि बुधवार (7 अक्टूबर) देर शाम को गुलदार ने बच्ची को निवाला बना दिया था. इस बात की सूचना ग्रामीणों ने उसी समय वन विभाग के अधिकारियों को कर दी थी लेकिन डीडीहाट में तैनात एसडीओ घटना के 18 घंटे के बाद पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे थे. गुस्साए ग्रामीणों ने देरी से आने पर एसडीओ का घेराव भी किया.
बता दें कि पिछले एक महीने में गुलदार के आतंक को लेकर तीन बार प्रमुखता के साथ खबर प्रकाशित की गई थी. तीन दिन पूर्व भट्टीगांव सहित कई क्षेत्रों में गुलदार का आंतक होने की खबर प्रकाशित की थी लेकिन उसके बाद भी विभाग आंखें मूंद कर बैठा रहा. इसके साथ ही नगर पंचायत के भट्टीगांव वार्ड में जहां पर गुलदार ने बच्ची को अपना निवाला बना वहां कोई स्ट्रीट लाइट भी नहीं थी.
जानकारी के मुताबिक, मृतक बच्ची के पिता भगत राम मेहतन मजूदरी कर बच्चों को पालन पोषण करते हैं. आलम ये है कि उनके पास रहने के लिए पक्का मकान भी नहीं है. वहीं, घटना की सूचना मिलते ही विधायक मीना गंगोला ने बच्ची के घर जाकर परिजनों को ढांढस बंधाया.