पिथौरागढ़: शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने शिक्षकों के तबादले को लेकर लगाए जा रहे कयासों को खारिज किया है. मंत्री का कहना है कि कोविड की वजह से तबादला सत्र शून्य घोषित किया गया है. जिसकी वजह से तबादलों पर पूरी तरह से रोक लगाई गई है.
अरविंद पांडे ने कहा कि अगर नियमों के खिलाफ जाकर कोई भी ट्रांसफर होता है तो उस पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी. कोरोना की कठिन परिस्थितियों में सभी को जिम्मेदारी के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन करने की जरूरत है.
पिथौरागढ़ दौरे पर पहुंचे शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने कहा कि कोरोना संकट के चलते पिछले साल की तरह इस साल भी तबादला सत्र शून्य घोषित किया गया है. जिस वजह से शिक्षकों के स्थानांतरण पर पूरी तरह से रोक लगाई गई है.
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बता दें कि कोरोना महामारी के चलते वर्ष 2020 के बाद अब 2021 में भी तबादला सत्र शून्य घोषित किया गया है. बावजूद इसके वर्ष 2020 में आठ सौ शिक्षकों के तबादले हुए. शासन ने धारा 27 के तहत इन शिक्षकों के तबादले किए.
धारा 27 के तहत यदि कोई शिक्षक गंभीर बीमार है, तो आवेदनों पर विचार करते हुए उन्हें शासन को भेजा जाएगा. धारा 27 के तहत साल 2021 में भी 250 प्राथमिक शिक्षकों के तबादले अनुमोदित हैं. जबकि माध्यमिक के शिक्षकों की इस मामले में अनदेखी हो रही है.