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शहीद सम्मान समारोह में बोले राजनाथ, उत्तराखंड का हर गली-शहर पवित्र धाम, हर शहीद के घर से मिट्टी पहुंचेगी सैन्य धाम

पिथौरागढ़ में बीजेपी की शहीद सम्मान यात्रा का रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आगाज किया. इस दौरान उन्होंने सबसे पहले वीरांगनाओं को नमन किया और कहा कि उत्तराखंड की हर गली-हर घर-हर शहर पवित्र धाम है. यहां सैन्य धाम की स्थापना इस पवित्र सोच को दर्शाती है. इसके साथ ही उन्होंने प्रदेश की जनता से अपील की है कि सीएम धामी को 5 साल सरकार चलाने का मौका दिया जाए.

shaheed samman yatra pithoragarh
शहीद सम्मान समारोह
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Published : Nov 20, 2021, 1:14 PM IST

Updated : Nov 20, 2021, 7:30 PM IST

पिथौरागढ़: उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव 2022 नजदीक हैं. ऐसे में सभी राजनीतिक पार्टियां सैनिकों और पूर्व सैनिकों को रिझाने में लगी हुई है. राजनीतिक पार्टियों की नजर पूर्व सैनिक परिवारों से जुड़े करीब साढ़े बारह लाख वोटरों पर हैं. इन वोटों को अपने कब्जे में करने के लिए सभी पार्टियां कई कार्यक्रमों का आयोजन कर रही हैं. इसी कड़ी में आज सैनिक बाहुल्य सीमांत जिले पिथौरागढ़ जिले में बीजेपी ने शहीद सम्मान यात्रा (Shaheed Samman Yatra) का शुभारंभ किया, जिसमें केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शिरकत की. वायु सेना के विशेष हेलीकॉप्टर एमआई-17 से रक्षा मंत्री पिथौरागढ़ पहुंचे. इस मौके पर उन्होंने विण और मूनाकोट के 89 शहीदों के स्‍वजनों को शौर्य सम्मान पत्र देकर सम्मानित भी किया.

उत्तराखंड देवभूमि, तपोभूमि और वीरभूमि: पिथौरागढ़ के मूनाकोट पहुंचे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वीरांगना माताओं-बहनों को प्रणाम के साथ अपने संबोधन की शुरुआत की. राजनाथ सिंह ने शहीदों को नमन करते हुए कहा कि हमारी सांस्कृतिक परम्परा है कि जो देश के लिए अपनी जिंदगी न्यौछावर करते हैं, उनको देवतुल्य माना जाता है. जननी और जन्मभूमि दोनों स्वर्ग के समान होते हैं. उत्तराखंड, देवभूमि, तपोभूमि और वीरभूमि है. उत्तराखंड में पांचवां धाम सैन्यधाम बन रहा है. सैन्य धाम बनाने की सोच का स्वागत है लेकिन सैन्य धाम के निर्माण में औपचारिकता नहीं होनी चाहिए. सभी शहीदों के घर से मिट्टी सैन्य धाम पहुंचनी चाहिए. सैन्य धाम में सभी का नाम और गांव अंकित होना चाहिए. उत्तराखंड की हर गली, हर शहर अपने में पवित्र धाम है. उत्तराखंड में सैन्यधाम की स्थापना इस पवित्र सोच को दर्शाती है.

1962 भारत-चीन युद्ध में कुमाऊं बटालियन ने किया करिश्माई काम: वहीं, 1962 के भारत-चीन युद्ध को याद करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि अभी दो दिन पहले वो लद्दाख के सीमावर्ती इलाके में स्थित रिजांग ला में थे. वहां 1962 में भारत-चीन के दौरान 13 कुमाऊं बटालियन के सैनिकों ने जो वीरता और पराक्रम का इतिहास लिखा है, उसके दर्शन करने का सौभाग्य मिला. 1962 भारत-चीन युद्ध में कुमाऊं की 13वीं बटालियन के 124 जवानों जो करिश्माई काम किया, उसे भारत कभी भूल नहीं सकता.

हर शहीद के घर से मिट्टी पहुंचेगी सैन्य धाम- रक्षा मंत्री

सिंह ने याद करते हुए कहा कि,

जब मैं रेजांग ला गया तो वहां मेरी भेंट रिटायर्ड ब्रिगेडियर आरवी जटार जी से हुई जो रिजांग ला की लड़ाई में कम्पनी कमांडर के तौर पर तैनात थे. इस उम्र में भी उनकी आंखों में जो देश प्रेम का जज़्बा था उसे देख कर स्वाभाविक रूप से मेरा हाथ उनके चरणों पर चला गया.

नेपाल के साथ रोटी-बेटी का रिश्ता: रक्षा मंत्री ने नेपाल के साथ विवाद पर बोला कि भारत और नेपाल के बीच कभी विवाद नहीं हो सकता. धारचूला होते हुए लिपुलेख से कैलास मानसरोवर यात्रा मार्ग बन चुका है, इस मार्ग को लेकर कुछ लोगों ने नेपाल में भ्रम की स्थिति पैदा करने की कोशिश की थी, लेकिन भारत और नेपाल के बीच रोटी-बेटी के रिश्ते हैं, जिसे कोई भंग नहीं कर सकता. भारत और नेपाल के बीच रोटी-बेटी के साथ-साथ एक सैन्य संबंध भी है. पिछले दिनों जब नेपाल के थल सेना अध्यक्ष जनरल प्रभुराम शर्मा भारत आए तो उन्हें भारत के राष्ट्रपति ने 'जनरल ऑफ द इंडियन आर्मी' का आनरेरी रैंक प्रदान किया.

आंख उठाने की कोई हिम्मत न करे: पड़ोसियों का जिक्र करते हुए सिंह ने कहा कि, भारत से नेपाल के साथ चीन व अन्य देशों की सीमाएं लगी हैं और भारत सभी से पड़ोसी धर्म निभाता है, लेकिन कुछ ऐसे पड़ोसी भी होते हैं जिसको रिश्ता रखना नहीं आता. इसी बीच पाकिस्तान का जिक्र करते हुए सिंह ने कहा कि पाकिस्तान को संदेश दे दिया गया है कि ज्यादा गड़बड़ करोगे तो सीमा के पार जाकर सर्जिकल और एयर स्ट्राइक भी कर सकते हैं. हमने दुनिया के किसी देश पर भारत ने कभी हमला नहीं किया, लेकिन अगर कोई भारत की तरह आंख उठाकर देखेगा तो भारत चुप बैठने वाला नहीं है.

सैनिकों, पूर्व सैनिकों की समस्याओं के समाधान: रक्षा मंत्री ने कहा कि हमारे पूर्व सैनिकों की जो वन रैंक वन पेंशन की समस्या थी उसका समाधान किया गया. सैनिकों और उनके परिवारों की समस्याओं को दूर करने के लिए बैटल कैजुवल्टी को 02 लाख से बढ़ाकर 08 लाख रुपये किया गया है. सैनिकों के सम्मान के लिए जो भी करना होगा, सरकार हमेशा उसके लिए तत्पर है. पूर्व सैनिकों की पेंशन से जुड़े मामले अटके, भटके और लटके नहीं इसके लिए एक Dedicated Pension Grievances Cell है, जिसमें 97 फीसदी मामलों का सफलतापूर्वक निस्तारण हो रहा है.

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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का स्वागत करत सीएम धामी.

पचास सालों में नेवी और एयर फोर्स के पर्सनेल के लिए पेंशन रेग्यूलेशन को रिवाइज ही नहीं किया गया था. दिसम्बर 2020 में तीनों सेनाओं के पेंशन रेग्यूलेशन की रिवाइज करने के आदेश दे दिए हैं.

इसे भी पढ़ें- 'राजनीति के धोनी हैं धामी, T-20 मैच के बेहतरीन फिनिशर, अब मिले 5 साल टेस्ट खेलने का मौका'

साल 2006 से पहले रिटायर हुए हवलदार जिनको नायाब सूबेदार के रैंक में Revised Pension की लाभ नहीं मिल रहा था मगर हमारी सरकार व्यवस्था दी और अब Pre2006 में रिटायर्ड हवलदार जिनको आनरेरी नायक सूबेदार का रैंक मिला उन्हें भी Revised Pension का लाभ मिल रहा है. ऐसे करीब 75250 आनरेरी नायब सूबेदारों को लाभ मिला है.

इसके साथ ही शार्ट सर्विस कमीशन के माध्यम से सेना में आए अधिकारियों की शिकायत थी कि सेवा से मुक्त होने के बाद उन्हें रैंक लगाने की इजाजत नहीं थी, हमने उनकी वह शिकायत दूर कर दी है.

हर प्रदेश में एक AIIMS का लक्ष्य: सिंह ने कहा कि उत्तराखंड में रुद्रपुर, हरिद्वार और पिथौरागढ़ में मेडिकल कॉलेज खोले जा रहे हैं. भारत के हर जिले में कम से कम एक मेडिकल कॉलेज अवश्य हो और हर प्रदेश में एक AIIMS भी खोलने की दिशा में काम चल रहा है.

आज हर गरीब परिवार को 'आयुष्मान भारत योजना' के अंतर्गत पांच लाख रुपए का 'हेल्थ कवर' मिला हुआ है. देश के हर किसान के खाते में 6000 प्रति वर्ष जमा हो रहे हैं. अब तो सरकार 2024 तक 'हर घर में नल और हर नल में जल' पहुंचाने का संकल्प लेकर काम कर रही है. पिछले कुछ महीनों में ही देश में करीब 1200 आक्सीजन प्लांट लग चुके हैं और जल्द ही पूरे देश में 4000 PSA प्लांट लगा दिए जाएंगे.

पिछले साढ़े सात वर्षों में उत्तराखंड समेत पूरे देश में रेल-रोड़ और एयर कनेक्टिविटी की दृष्टि से ऐतिहासिक काम हुआ है. उत्तराखंड में चारों धाम के महत्व को देखते हुए ऑल वेदर रोड का निर्माण शुरू किया गया है जिस पर तेजी से काम हो रहा है. लिपुलेख-धारचूला-मानसरोवर जाने का रास्ता भी बन गया है. यह रास्ता सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण तो है ही मगर इस क्षेत्र में आर्थिक और सामरिक दृष्टि से भी बेहद महत्वपूर्ण है.

इसे भी पढ़ें- शहीद के घर मिट्टी उठाने गए अधिकारी, परिवार ने नहीं दी इजाजत, कहा- सम्मान नहीं मिला

फिर आया 15 पैसे बयान का जिक्र: पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के 15 पैसे बयान पर एक बार फिर राजनाथ सिंह ने जिक्र किया. रक्षा मंत्री ने कहा कि पूर्व पीएम ने कहा था कि सरकार जब भी 1 रुपया खर्च करती है तो लोगों तक 15 पैसे ही पहुंच पाते हैं...लेकिन मोदी सरकार में अगर 1 रुपया निकलता है तो 100 के 100 लाभार्थियों के डीबीटी से जरिए खाते में जमा हो जाता है. बता दें कि राजनाथ सिंह ने भी पिछले साल लोकसभा चुनाव से पहले राहुल गांधी की न्याय योजना पर हमला बोलने के लिए इस बात का जिक्र किया था.

शहीद सम्मान समारोह में सीएम धामी का संबोधन.

धोनी हैं हमारे धामी: मुख्यमंत्री धामी की तारीफ करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि धामी अपने छोटे कार्यकाल में बेहतरीन काम कर रहे हैं. हालांकि, फिलहाल उनको टी-20 मैच खेलने का मौका मिला है जिसको वो शानदार तरीके से खेल रहे हैं, लेकिन इनको 5 साल का टेस्ट मैच खेलने का मौका देना चाहिए. प्रदेश की जनता से राजनाथ सिंह ने अपील की कि धामी को 5 साल का 'टेस्ट मैच' खेलने के बाद इन्हें टेस्ट कीजिए. धामी हमारे महेंद्र सिंह धोनी हैं, वो धोनी की तरह ही अच्छे फिनिशर भी हैं.

पिथौरागढ़ जनपद रणबांकुरों की भूमि: वहीं, इस मौके पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि ये उनका सौभाग्य है कि उन्हें आज अपनी जन्मभूमि सौर घाटी की धरती को नमन करने का अवसर मिला है. मुख्यमंत्री ने कहा कि पिथौरागढ़ जनपद हमेशा से रणबांकुरों की भूमि रही है. उत्तराखंड सैनिक बहुल प्रदेश है. वीर भूमि पिथौरागढ़ में वीर सैनिकों के परिजनों एवं वीरांगनाओं का सम्मानित कर हम सब सम्मानित हो रहे हैं. राज्य सरकार द्वारा जनहित एवं प्रदेशहित में अनेक निर्णय लिये गये हैं. सभी रिक्त पदों पर भर्ती प्रक्रिया में तेजी लाई गई है. हर वर्ग को ध्यान में रखते हुए योजनाएं क्रियान्वित की जा रही हैं.

मुख्यमंत्री ने कहा कि 'स्वस्थ युवा-स्वस्थ उत्तराखंड' योजना उत्तराखंड में शुरू की जा रही है, जिसके तहत प्रत्येक ग्राम सभा में एक जिम खोला जायेगा. इसका शासनादेश हो चुका है.

2013 से बड़ी थी 2021 की आपदा: बीते अक्टूर महीने में भारी बरसात के कारण प्रदेश में आई भीषण आपदा को याद करते हुए धामी ने कहा कि, ये आपदा 2013 से भी बड़ी थी लेकिन सही समय पर उठाए गये कदम, केंद्र से मिले सहयोग के कारण प्रदेश में मौजूद हर पर्यटक को सुरक्षित घर पहुंचाया गया. आपदा के समय केंद्र सरकार ने सेना के 03 हेलीकॉप्टर उत्तराखंड भेजे, इससे हम 500 से भी अधिक लोगों की जान बचा पाये.

2025 तक उत्तराखंड हर क्षेत्र में बनेगा अग्रणी: मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर केंद्रीय रक्षा मंत्री से अनुरोध किया कि पिथौरागढ़ क्षेत्र में पहले बीआरओ काम करता था, जो यहां से शिफ्ट हो गया, इस बीआरओ केंद्र की यहां पर पुनः स्थापना होनी चाहिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि शहीद सम्मान यात्रा का शुभारंभ सवाड़ में किया गया, सवाड़ में केंद्रीय विद्यालय की लंबे समय से मांग है, उसके लिए सभी औपचारिकताएं पूर्ण कर विद्यालय खोलने का प्रस्ताव भारत सरकार को भेजा जाएगा. सवाड़ में स्मारक की देखरेख के लिए कर्मचारियों की व्यवस्था की जायेगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि पुराने सैनिक स्मारकों के जीर्णोधार व जनपद पिथौरागढ़ में नये सैनिक विश्राम गृह के लिए धनराशि तत्काल जारी की जाएगी.

पिथौरागढ़: उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव 2022 नजदीक हैं. ऐसे में सभी राजनीतिक पार्टियां सैनिकों और पूर्व सैनिकों को रिझाने में लगी हुई है. राजनीतिक पार्टियों की नजर पूर्व सैनिक परिवारों से जुड़े करीब साढ़े बारह लाख वोटरों पर हैं. इन वोटों को अपने कब्जे में करने के लिए सभी पार्टियां कई कार्यक्रमों का आयोजन कर रही हैं. इसी कड़ी में आज सैनिक बाहुल्य सीमांत जिले पिथौरागढ़ जिले में बीजेपी ने शहीद सम्मान यात्रा (Shaheed Samman Yatra) का शुभारंभ किया, जिसमें केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शिरकत की. वायु सेना के विशेष हेलीकॉप्टर एमआई-17 से रक्षा मंत्री पिथौरागढ़ पहुंचे. इस मौके पर उन्होंने विण और मूनाकोट के 89 शहीदों के स्‍वजनों को शौर्य सम्मान पत्र देकर सम्मानित भी किया.

उत्तराखंड देवभूमि, तपोभूमि और वीरभूमि: पिथौरागढ़ के मूनाकोट पहुंचे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वीरांगना माताओं-बहनों को प्रणाम के साथ अपने संबोधन की शुरुआत की. राजनाथ सिंह ने शहीदों को नमन करते हुए कहा कि हमारी सांस्कृतिक परम्परा है कि जो देश के लिए अपनी जिंदगी न्यौछावर करते हैं, उनको देवतुल्य माना जाता है. जननी और जन्मभूमि दोनों स्वर्ग के समान होते हैं. उत्तराखंड, देवभूमि, तपोभूमि और वीरभूमि है. उत्तराखंड में पांचवां धाम सैन्यधाम बन रहा है. सैन्य धाम बनाने की सोच का स्वागत है लेकिन सैन्य धाम के निर्माण में औपचारिकता नहीं होनी चाहिए. सभी शहीदों के घर से मिट्टी सैन्य धाम पहुंचनी चाहिए. सैन्य धाम में सभी का नाम और गांव अंकित होना चाहिए. उत्तराखंड की हर गली, हर शहर अपने में पवित्र धाम है. उत्तराखंड में सैन्यधाम की स्थापना इस पवित्र सोच को दर्शाती है.

1962 भारत-चीन युद्ध में कुमाऊं बटालियन ने किया करिश्माई काम: वहीं, 1962 के भारत-चीन युद्ध को याद करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि अभी दो दिन पहले वो लद्दाख के सीमावर्ती इलाके में स्थित रिजांग ला में थे. वहां 1962 में भारत-चीन के दौरान 13 कुमाऊं बटालियन के सैनिकों ने जो वीरता और पराक्रम का इतिहास लिखा है, उसके दर्शन करने का सौभाग्य मिला. 1962 भारत-चीन युद्ध में कुमाऊं की 13वीं बटालियन के 124 जवानों जो करिश्माई काम किया, उसे भारत कभी भूल नहीं सकता.

हर शहीद के घर से मिट्टी पहुंचेगी सैन्य धाम- रक्षा मंत्री

सिंह ने याद करते हुए कहा कि,

जब मैं रेजांग ला गया तो वहां मेरी भेंट रिटायर्ड ब्रिगेडियर आरवी जटार जी से हुई जो रिजांग ला की लड़ाई में कम्पनी कमांडर के तौर पर तैनात थे. इस उम्र में भी उनकी आंखों में जो देश प्रेम का जज़्बा था उसे देख कर स्वाभाविक रूप से मेरा हाथ उनके चरणों पर चला गया.

नेपाल के साथ रोटी-बेटी का रिश्ता: रक्षा मंत्री ने नेपाल के साथ विवाद पर बोला कि भारत और नेपाल के बीच कभी विवाद नहीं हो सकता. धारचूला होते हुए लिपुलेख से कैलास मानसरोवर यात्रा मार्ग बन चुका है, इस मार्ग को लेकर कुछ लोगों ने नेपाल में भ्रम की स्थिति पैदा करने की कोशिश की थी, लेकिन भारत और नेपाल के बीच रोटी-बेटी के रिश्ते हैं, जिसे कोई भंग नहीं कर सकता. भारत और नेपाल के बीच रोटी-बेटी के साथ-साथ एक सैन्य संबंध भी है. पिछले दिनों जब नेपाल के थल सेना अध्यक्ष जनरल प्रभुराम शर्मा भारत आए तो उन्हें भारत के राष्ट्रपति ने 'जनरल ऑफ द इंडियन आर्मी' का आनरेरी रैंक प्रदान किया.

आंख उठाने की कोई हिम्मत न करे: पड़ोसियों का जिक्र करते हुए सिंह ने कहा कि, भारत से नेपाल के साथ चीन व अन्य देशों की सीमाएं लगी हैं और भारत सभी से पड़ोसी धर्म निभाता है, लेकिन कुछ ऐसे पड़ोसी भी होते हैं जिसको रिश्ता रखना नहीं आता. इसी बीच पाकिस्तान का जिक्र करते हुए सिंह ने कहा कि पाकिस्तान को संदेश दे दिया गया है कि ज्यादा गड़बड़ करोगे तो सीमा के पार जाकर सर्जिकल और एयर स्ट्राइक भी कर सकते हैं. हमने दुनिया के किसी देश पर भारत ने कभी हमला नहीं किया, लेकिन अगर कोई भारत की तरह आंख उठाकर देखेगा तो भारत चुप बैठने वाला नहीं है.

सैनिकों, पूर्व सैनिकों की समस्याओं के समाधान: रक्षा मंत्री ने कहा कि हमारे पूर्व सैनिकों की जो वन रैंक वन पेंशन की समस्या थी उसका समाधान किया गया. सैनिकों और उनके परिवारों की समस्याओं को दूर करने के लिए बैटल कैजुवल्टी को 02 लाख से बढ़ाकर 08 लाख रुपये किया गया है. सैनिकों के सम्मान के लिए जो भी करना होगा, सरकार हमेशा उसके लिए तत्पर है. पूर्व सैनिकों की पेंशन से जुड़े मामले अटके, भटके और लटके नहीं इसके लिए एक Dedicated Pension Grievances Cell है, जिसमें 97 फीसदी मामलों का सफलतापूर्वक निस्तारण हो रहा है.

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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का स्वागत करत सीएम धामी.

पचास सालों में नेवी और एयर फोर्स के पर्सनेल के लिए पेंशन रेग्यूलेशन को रिवाइज ही नहीं किया गया था. दिसम्बर 2020 में तीनों सेनाओं के पेंशन रेग्यूलेशन की रिवाइज करने के आदेश दे दिए हैं.

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साल 2006 से पहले रिटायर हुए हवलदार जिनको नायाब सूबेदार के रैंक में Revised Pension की लाभ नहीं मिल रहा था मगर हमारी सरकार व्यवस्था दी और अब Pre2006 में रिटायर्ड हवलदार जिनको आनरेरी नायक सूबेदार का रैंक मिला उन्हें भी Revised Pension का लाभ मिल रहा है. ऐसे करीब 75250 आनरेरी नायब सूबेदारों को लाभ मिला है.

इसके साथ ही शार्ट सर्विस कमीशन के माध्यम से सेना में आए अधिकारियों की शिकायत थी कि सेवा से मुक्त होने के बाद उन्हें रैंक लगाने की इजाजत नहीं थी, हमने उनकी वह शिकायत दूर कर दी है.

हर प्रदेश में एक AIIMS का लक्ष्य: सिंह ने कहा कि उत्तराखंड में रुद्रपुर, हरिद्वार और पिथौरागढ़ में मेडिकल कॉलेज खोले जा रहे हैं. भारत के हर जिले में कम से कम एक मेडिकल कॉलेज अवश्य हो और हर प्रदेश में एक AIIMS भी खोलने की दिशा में काम चल रहा है.

आज हर गरीब परिवार को 'आयुष्मान भारत योजना' के अंतर्गत पांच लाख रुपए का 'हेल्थ कवर' मिला हुआ है. देश के हर किसान के खाते में 6000 प्रति वर्ष जमा हो रहे हैं. अब तो सरकार 2024 तक 'हर घर में नल और हर नल में जल' पहुंचाने का संकल्प लेकर काम कर रही है. पिछले कुछ महीनों में ही देश में करीब 1200 आक्सीजन प्लांट लग चुके हैं और जल्द ही पूरे देश में 4000 PSA प्लांट लगा दिए जाएंगे.

पिछले साढ़े सात वर्षों में उत्तराखंड समेत पूरे देश में रेल-रोड़ और एयर कनेक्टिविटी की दृष्टि से ऐतिहासिक काम हुआ है. उत्तराखंड में चारों धाम के महत्व को देखते हुए ऑल वेदर रोड का निर्माण शुरू किया गया है जिस पर तेजी से काम हो रहा है. लिपुलेख-धारचूला-मानसरोवर जाने का रास्ता भी बन गया है. यह रास्ता सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण तो है ही मगर इस क्षेत्र में आर्थिक और सामरिक दृष्टि से भी बेहद महत्वपूर्ण है.

इसे भी पढ़ें- शहीद के घर मिट्टी उठाने गए अधिकारी, परिवार ने नहीं दी इजाजत, कहा- सम्मान नहीं मिला

फिर आया 15 पैसे बयान का जिक्र: पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के 15 पैसे बयान पर एक बार फिर राजनाथ सिंह ने जिक्र किया. रक्षा मंत्री ने कहा कि पूर्व पीएम ने कहा था कि सरकार जब भी 1 रुपया खर्च करती है तो लोगों तक 15 पैसे ही पहुंच पाते हैं...लेकिन मोदी सरकार में अगर 1 रुपया निकलता है तो 100 के 100 लाभार्थियों के डीबीटी से जरिए खाते में जमा हो जाता है. बता दें कि राजनाथ सिंह ने भी पिछले साल लोकसभा चुनाव से पहले राहुल गांधी की न्याय योजना पर हमला बोलने के लिए इस बात का जिक्र किया था.

शहीद सम्मान समारोह में सीएम धामी का संबोधन.

धोनी हैं हमारे धामी: मुख्यमंत्री धामी की तारीफ करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि धामी अपने छोटे कार्यकाल में बेहतरीन काम कर रहे हैं. हालांकि, फिलहाल उनको टी-20 मैच खेलने का मौका मिला है जिसको वो शानदार तरीके से खेल रहे हैं, लेकिन इनको 5 साल का टेस्ट मैच खेलने का मौका देना चाहिए. प्रदेश की जनता से राजनाथ सिंह ने अपील की कि धामी को 5 साल का 'टेस्ट मैच' खेलने के बाद इन्हें टेस्ट कीजिए. धामी हमारे महेंद्र सिंह धोनी हैं, वो धोनी की तरह ही अच्छे फिनिशर भी हैं.

पिथौरागढ़ जनपद रणबांकुरों की भूमि: वहीं, इस मौके पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि ये उनका सौभाग्य है कि उन्हें आज अपनी जन्मभूमि सौर घाटी की धरती को नमन करने का अवसर मिला है. मुख्यमंत्री ने कहा कि पिथौरागढ़ जनपद हमेशा से रणबांकुरों की भूमि रही है. उत्तराखंड सैनिक बहुल प्रदेश है. वीर भूमि पिथौरागढ़ में वीर सैनिकों के परिजनों एवं वीरांगनाओं का सम्मानित कर हम सब सम्मानित हो रहे हैं. राज्य सरकार द्वारा जनहित एवं प्रदेशहित में अनेक निर्णय लिये गये हैं. सभी रिक्त पदों पर भर्ती प्रक्रिया में तेजी लाई गई है. हर वर्ग को ध्यान में रखते हुए योजनाएं क्रियान्वित की जा रही हैं.

मुख्यमंत्री ने कहा कि 'स्वस्थ युवा-स्वस्थ उत्तराखंड' योजना उत्तराखंड में शुरू की जा रही है, जिसके तहत प्रत्येक ग्राम सभा में एक जिम खोला जायेगा. इसका शासनादेश हो चुका है.

2013 से बड़ी थी 2021 की आपदा: बीते अक्टूर महीने में भारी बरसात के कारण प्रदेश में आई भीषण आपदा को याद करते हुए धामी ने कहा कि, ये आपदा 2013 से भी बड़ी थी लेकिन सही समय पर उठाए गये कदम, केंद्र से मिले सहयोग के कारण प्रदेश में मौजूद हर पर्यटक को सुरक्षित घर पहुंचाया गया. आपदा के समय केंद्र सरकार ने सेना के 03 हेलीकॉप्टर उत्तराखंड भेजे, इससे हम 500 से भी अधिक लोगों की जान बचा पाये.

2025 तक उत्तराखंड हर क्षेत्र में बनेगा अग्रणी: मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर केंद्रीय रक्षा मंत्री से अनुरोध किया कि पिथौरागढ़ क्षेत्र में पहले बीआरओ काम करता था, जो यहां से शिफ्ट हो गया, इस बीआरओ केंद्र की यहां पर पुनः स्थापना होनी चाहिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि शहीद सम्मान यात्रा का शुभारंभ सवाड़ में किया गया, सवाड़ में केंद्रीय विद्यालय की लंबे समय से मांग है, उसके लिए सभी औपचारिकताएं पूर्ण कर विद्यालय खोलने का प्रस्ताव भारत सरकार को भेजा जाएगा. सवाड़ में स्मारक की देखरेख के लिए कर्मचारियों की व्यवस्था की जायेगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि पुराने सैनिक स्मारकों के जीर्णोधार व जनपद पिथौरागढ़ में नये सैनिक विश्राम गृह के लिए धनराशि तत्काल जारी की जाएगी.

Last Updated : Nov 20, 2021, 7:30 PM IST
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