पिथौरागढ़: सीमांत जनपद पिथौरागढ़ की धारचूला तहसील अंतर्गत जुम्मा गांव में बादल फटने से भारी तबाही मची है. जुम्मा गांव के जामुनी तोक में 5 और सिरौउड़यार तोक में 2 आवासीय भवन भी जमींदोज हो गए हैं. मलबे में दबने वालों में 3 बच्चियां और 4 महिलाएं शामिल हैं. इन सात लोगों में से 5 के शव बरामद कर लिए गए हैं जबकि 2 लापता महिलाओं की खोजबीन जारी है. जुम्मा गांव में रेस्क्यू के दौरान तीन बालिकाओं के शव पहले ही बरामद कर लिये हैं. राजस्व, एसएसबी, पुलिस, एसडीआरएफ टीम रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी है.
तीनों बच्चियों- संजना, रेनू और शिवानी के शव बरामद कर लिए गए हैं. ये तीनों जुम्मा गांव निवासी जोगा सिंह की बेटियां हैं. दो महिलाओं के शव भी बरामद किए गए हैं. अन्य दो महिलाओं की तलाश में स्थानीय लोगों के साथ ही एसएसबी के जवानों ने सर्च ऑपरेशन चलाया हुआ है. वहीं, जुम्मा गांव से दो घायलों को हेलीकॉप्टर के जरिये धारचूला अस्पताल लाया गया है. दोनों सामान्य रूप से घायल हैं और खतरे से बाहर हैं. इन लोगों ने आपदा के समय भागकर किसी तरह अपनी जान बचाई.
मृतकों का विवरण-
- संजना (उम्र लगभग 15 वर्ष) पुत्री जोगा सिंह निवासी तोक जामुनी ग्राम जुम्मा तहसील धारचूला.
- रेनु (उम्र लगभग 11 वर्ष) पुत्री जोगा सिंह निवासी तोक जामुनी ग्राम जुम्मा तहसील धारचूला.
- शिवानी (उम्र लगभग 09 वर्ष) पुत्री जोगा सिंह निवासी तोक जामुनी ग्राम जुम्मा तहसील धारचूला.
- सुनीता पत्नी दीपक सिंह निवासी तोक जामुनी ग्राम जुम्मा तहसील धारचूला.
- 5वें बरामद की शिनाख्त नहीं हुई है.
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घायलों का विवरण-
- नर सिंह पुत्र लाल सिंह निवासी जुम्मा गांव.
- जयमती पत्नी सोबन सिंह निवासी जुम्मा.
- कुमारी अंजली पुत्री मान सिंह निवासी जुम्मा.
- कुमारी दीया पुत्री मान सिंह निवासी जुम्मा.
इनके साथ ही 2 अन्य लोगों के लापता होने की जानकारी है. बचाव व रेस्क्यू जारी है. एनडीआरएफ को भी हेलीकॉप्टर से घटनास्थल के लिए भेजा गया है. वहीं, घटना की सूचना पर डीएम आशीष चौहान ने जिला आपदा परिचालन केंद्र में आईआरएस अधिकारियों के साथ बैठक कर तत्काल मौके पर राहत एवं बचाव कार्य कराने के साथ ही क्षेत्र में राहत सामग्री भेजने के निर्देश दिये हैं. वहीं, जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक भी घटनास्थल पर पहुंचे हैं.
डीएम आशीष चौहान ने बताया कि-
हमें 7 लोगों के दबने की सूचना मिली है. घटनास्थल के लिए राहत सामग्री को पहुंचाया जा रहा है. SDRF, SSB की टीम को वहां भेज दिया गया है. क्षेत्र में सड़क मार्ग अवरुद्ध होने के कारण रेस्क्यू कार्य हेलीकॉप्टर से कराए जाने के लिए क्षेत्र में हेलीपैड तैयार किया जा रहा है. इस घटना के बाद से NHPC परिसर में भी भूस्खलन और जलभराव का खतरा बना हुआ है.
वहीं, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जिलाधिकारी पिथौरागढ़ डॉ. आशीष चौहान और कमिश्नर सुशील कुमार से फोन पर वार्ता कर बीती रात धारचूला के जुम्मा गांव में भारी वर्षा से हुए नुकसान की जानकारी ली. मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी को निर्देश दिये हैं कि प्रभावितों को तत्काल हरसंभव सहायता उपलब्ध कराई जाए. इसके साथ ही सर्च व रेस्क्यू आपरेशन पूरी क्षमता के साथ चलाया जाए. वहीं, घायलों का समुचित उपचार सुनिश्चित किया जाए. प्रभावितों को रहने के साथ ही खाद्य सामग्री, दवाइयों एवं बच्चों को दूध की पर्याप्त व्यवस्था की जाए. यह सुनिश्चित किया जाए कि प्रभावित क्षेत्र में कोई न फंसे. मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन लोगों के घर बह गए हैं उन्हें अन्य स्थानों पर शिफ्ट किया जा रहा है. मैं खुद वहां जाना चाह रहा था, लेकिन मौसम की खराबी के कारण नहीं जा पाया. जैसे ही मौसम ठीक होगा, हम वहां जाएंगे और स्थिति का जायजा लेंगे.
वही, रिद्धिम अग्रवाल, डीआईजी SDRF ने बताया कि-
हमें सात लोगों की मिसिंग होने की सूचना थी. रेस्क्यू टीम ने तीन बच्चियों की बॉडी रिकवर कर ली गई है. जामुनी तोक (ग्राम जुम्मा) में दो महिलाएं मिसिंग है. वहीं, दूसरे तोक सुवाधार में, एक महिला और पुरुष मिसिंग है. मलबे में इनके दबे होने की संभावना है. जिनकी खोजबीन रेस्क्यू टीम कर रही है.