पिथौरागढ़: उत्तराखंड के कई हिस्सों में रविवार से बरसात हो रही है. बरसात के चलते नदी नाले उफान पर हैं, जिस वजह से जगह-जगह भूस्खलन और भूधसाव हो रहा है. वहीं पिथौरागढ़ जिले में चीन सीमा को जोड़ने वाला बीआरओ का वैली ब्रिज नाबी और कुटी के बीच टूट (BRO bailey bridge broken) गया. जिस समय हादसा हुआ वैली ब्रिज से सामान से भरा ट्रक गुजर रहा था, जिसका भार ब्रिज सहन नहीं कर पाया और वो टूट गया.
वैली ब्रिज के टूटने से कैलाश मार्ग पड़ने वाले गांव और चीन सीमा का संपर्क जिला मुख्यालय से कट गया (China border in Pithoragarh) है. बताया जा रहा है कि बीआरओ द्वारा निर्मित यह पुल पहले ही हल्का झुक गया था, कुछ महीने पहले ही इस पुल का निर्माण बीआरओ द्वारा किया गया था. सामरिक रूप से महत्वपूर्ण पुल के इस तरह टूटने पर बीआरओ की कार्य प्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं.
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वहीं, तवाघाट लिपुलेख मार्ग भी मलघाट के पास चट्टान खिसकने से बंद हो गया. लैंडस्लाइड के चलते कई घरों पर खतरा मडंरा रहा है. पिथौरागढ़ के धारचूला के न्यू सुवा गांव में पिछले कई दिनों से पहाड़ी टूट-टूट कर गिर रहा है, जिसके चलते गांव के करीब 15 से 20 परिवारों को खतरा बना हुआ है. खतरे को देखते हुए गांव के लोग दिन और रात जागकर काट रहे हैं.
यहां तक की गांव को जाने वाला पैदल रास्ता बंद हो गया है. लगातार हो रहे भूस्खलन के चलते लोग डर के साए में हैं. जिला पंचायत सदस्य सुरेश जेठा ने बताया कि लगातार हो रहे भूस्खलन के चलते गांव के लोग डरे सहमे हैं. कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है, गांव आने जाने के लिए भी खतरा बना हुआ है.