पिथौरागढ़: चीन सीमा को जोड़ने वाला बैली ब्रिज आपदा की भेंट चढ़ गया है. धापा और लिलम के बीच जिमिघाट में बने बैली ब्रिज के दोनों ओर कटान होने के कारण पुल हवा में लटका हुआ है. नाले का बहाव तेज होने पर पुल कभी जमींदोंज हो सकता है. बीआरओ ने भी अभी तक पुल को बचाने की कोई कोशिश नहीं की है.
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आसमानी आफत ने बॉर्डर डिस्ट्रिक पिथौरागढ़ में भारी तबाही मचाई है. मुनस्यारी में धापा से आगे लिलम मोटरमार्ग में जिमिगाड़ में बना बीआरओ का बैली ब्रिज सुरक्षा दीवार टूटने से हवा में लटक गया है. इसी बैली ब्रिज की मदद से सेना और आईटीबीपी के जवान चीन सीमा के करीब मिलम तक पहुंचते हैं.
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यही नहीं सैन्य ज़रूरतों का सामान भी इसी पुल की मदद से बॉर्डर तक पहुंचता है. जौहार घाटी को भी यही पुल जोड़ता है. पुल के एक तरफ का भाग जिमिगाड़ नाले के तेज बहाव के कारण टूट गया है. जिसके कारण सीमांत के दर्जनों गांवों का संपर्क कट चुका है. स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर जल्द ही सुरक्षा दीवार नहीं लगाई गई तो बैली ब्रिज जिमिगाड़ में पूरी तरह समा जाएगा