बेरीनागः सरकारी धन का दुरुपयोग निर्माण कार्य में कैसे होता है, इसकी बानगी कोटमन्या-पांखू-थल मोटर मार्ग पर देखने को मिल रहा है. जहां पर लोक निर्माण विभाग, सड़क की मरम्मत के लिए 1 करोड़ 40 लाख की धनराशी खर्च कर रहा है, लेकिन मानकों को जमकर ठेंगा दिखा रहा है. आलम तो देखिए रेत की जगह मिट्टी मिलाई जा रही है. वहीं, घटिया निर्माण को लेकर ग्राम प्रधान संगठन के अध्यक्ष ने काम रुकवा दिया है.
दरअसल, शुक्रवार को ग्राम प्रधान संगठन के अध्यक्ष मनोज कार्की कोटमन्या पांखू-थल मार्ग से होकर जा रहे थे. तभी उन्हें निर्माण कार्य में बजरी की जगह में मिट्टी का इस्तेमाल होता दिखा. जिसके बाद उन्होंने मौके पर मौजूद मजदूरों को मिट्टी का इस्तेमाल नहीं करने को कहा. साथ ही लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को भी इसकी शिकायत की. इतना ही नहीं कोई सक्षम अधिकारी मौजूद नहीं होने पर रोष जताया.
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वहीं, घटिया काम होने की सूचना पुगराऊ घाटी विकास समिति के पदाधिकारियों तक पहुंची. जिसके बाद समिति के अध्यक्ष हर्षवर्धन सिंह बृजवाल और सचिव लक्ष्मण सिंह कार्की समेत अन्य पदाधिकारी मौके पर पहुंचे. उन्होंने बताया कि वे बीते कई सालों से सड़क को दुरुस्त करने के लिए शासन-प्रशासन से मांग कर चुके हैं. आखिर में काम भी हुआ तो उसमें भी लीपापोती की जा रही है.
उन्होंने कहा निर्माण कार्य में मानकों की जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही है. जहां पर सड़क ठीक की जानी है, वहां पर कोई कार्य नहीं किया जा रहा है. जहां पर स्कपर और दीवारों की आवश्यकता नहीं थी, वहां पर घटिया गुणवत्ता से निर्माण किया जा रहा है. वहीं, उन्होंने इसकी शिकायत लोनिवि के अवर अभियंता से भी की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई है.
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उधर, बीजेपी नेता दिनेश आर्या ने भी घटिया निर्माण सामग्री इस्तेमाल करने पर रोष जताया है. उन्होंने मामले में दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की. साथ ही कहा कि निर्माण कार्य में कोताही बरतने वालों को किसी भी सूरत में बक्शा नहीं जाएगा.
बता दें कि बीते तीन साल से निजी संचार कंपनी ने मशीनों से सड़क खोदकर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दी थी. जिसे लेकर इससे पहले भी पांखू क्षेत्र के ग्रामीणों ने प्रदर्शन भी किया था. अभी काम तो शुरू हुआ लेकिन मानकों विपरीत काम किया जा रहा है.