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दारमा घाटी में जारी है सेना का ऑपरेशन, गर्भवती समेत 23 लोगों का किया रेस्क्यू - Army operation continued in Pithoragarh

शुक्रवार को वायुसेना के एएलएच हेलीकॉप्टर की मदद से प्रशासन ने दूसरे दिन भी सीमांत के उच्च हिमालयी इलाकों में रेस्क्यू अभियान चलाया. इस दौरान धारचूला से गर्भवती महिला अंजू देवी को हवाई सेवा के जरिये जिला चिकित्सालय पिथौरागढ़ लाया गया. वहीं, दारमा घाटी में फंसे 21 पर्यटकों को हवाई सेवा से तहसील मुख्यालय पहुंचाया गया.

Army rescue operation continued in Darma Valley
23 लोगों का रेस्क्यू
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Published : Oct 22, 2021, 7:35 PM IST

Updated : Oct 22, 2021, 8:09 PM IST

पिथौरागढ़: उच्च हिमालयी इलाकों में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए सेना का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. दारमा घाटी में दूसरे दिन भी सेना ने रेस्क्यू ऑपरेशन जारी रखा. दूसरे दिन सेना ने एक गर्भवती महिला के साथ 23 लोगों को हेलीकॉप्टर की मदद से रेस्क्यू किया. रेस्क्यू किए गए लोगों में दो स्थानीय हैं, जबकि 21 सैलानी हैं. यूपी, बिहार समेत देश के विभिन्न हिस्सों के सैलानी पंचाचूली देखने गए थे, लेकिन भारी बारिश और बर्फबारी के कारण घाटी में ही फंस गए थे.

शुक्रवार को वायुसेना के एएलएच हेलीकॉप्टर की मदद से प्रशासन ने दूसरे दिन भी सीमांत के उच्च हिमालयी इलाकों में रेस्क्यू अभियान चलाया. इस दौरान धारचूला से गर्भवती महिला अंजू देवी को हवाई सेवा के जरिये जिला चिकित्सालय पिथौरागढ़ लाया गया. वहीं सेना के हेलीकॉप्टर की मदद से दारमा घाटी के लिए 10 कुंतल राशन भी भेजा गया है, जबकि दारमा घाटी में फंसे 21 पर्यटकों को हवाई सेवा से तहसील मुख्यालय पहुंचाया गया.

गर्भवती समेत 23 लोगों का किया रेस्क्यू

धारचूला हेलीपैड पहुंचने पर तहसील प्रशासन व 832 लाइट रेजिमेंट के अधिकारियों ने पर्यटकों का हालचाल जाना. रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर लाए जाने पर पर्यटकों ने सरकार और प्रशासन का आभार जताया है. जिलाधिकारी पिथौरागढ़ डॉ. आशीष चौहान ने बताया कि अभी भी दारमा घाटी में 15 सैलानी फंसे हैं, जिन्हें शनिवार को रेस्क्यू किया जाएगा.

ये भी पढ़ें: धामी ने अपना एक माह का वेतन CM राहत कोष में दिया, पौड़ी में हालात का लिया जायजा

पहले दिन 49 लोगों का रेस्क्यूः ऑपरेशन के पहले दिन दारमा घाटी के दांतू में फंसे 19 लोगों को धारचूला पहुंचाया गया था. धारचूला लाए गए लोगों में 15 टूरिस्ट थे. ये सभी सैलानी ऊं पर्वत, पार्वती ताल और आदि कैलाश के दर्शनों के लिए गए थे. दारमा घाटी में भी भारी बारिश और बर्फबारी के कारण सभी रास्ते बंद हो चुके थे, जिस कारण ये सभी 17 अक्टूबर से दांतू में फंसे थे.

वहीं, सेना के चिनूक हेलीकॉप्टर की मदद से 11 हजार फीट की ऊंचाई पर गुंजी में फंसे 30 लोगों को भी गुरुवार को रेस्क्यू किया गया. रेस्क्यू किए गए लोगों में 15 सैलानी देश के विभिन्न राज्यों के हैं. इन सभी को सुरक्षित नैनी-सैनी एयरपोर्ट पहुंचाया गया.

पिथौरागढ़: उच्च हिमालयी इलाकों में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए सेना का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. दारमा घाटी में दूसरे दिन भी सेना ने रेस्क्यू ऑपरेशन जारी रखा. दूसरे दिन सेना ने एक गर्भवती महिला के साथ 23 लोगों को हेलीकॉप्टर की मदद से रेस्क्यू किया. रेस्क्यू किए गए लोगों में दो स्थानीय हैं, जबकि 21 सैलानी हैं. यूपी, बिहार समेत देश के विभिन्न हिस्सों के सैलानी पंचाचूली देखने गए थे, लेकिन भारी बारिश और बर्फबारी के कारण घाटी में ही फंस गए थे.

शुक्रवार को वायुसेना के एएलएच हेलीकॉप्टर की मदद से प्रशासन ने दूसरे दिन भी सीमांत के उच्च हिमालयी इलाकों में रेस्क्यू अभियान चलाया. इस दौरान धारचूला से गर्भवती महिला अंजू देवी को हवाई सेवा के जरिये जिला चिकित्सालय पिथौरागढ़ लाया गया. वहीं सेना के हेलीकॉप्टर की मदद से दारमा घाटी के लिए 10 कुंतल राशन भी भेजा गया है, जबकि दारमा घाटी में फंसे 21 पर्यटकों को हवाई सेवा से तहसील मुख्यालय पहुंचाया गया.

गर्भवती समेत 23 लोगों का किया रेस्क्यू

धारचूला हेलीपैड पहुंचने पर तहसील प्रशासन व 832 लाइट रेजिमेंट के अधिकारियों ने पर्यटकों का हालचाल जाना. रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर लाए जाने पर पर्यटकों ने सरकार और प्रशासन का आभार जताया है. जिलाधिकारी पिथौरागढ़ डॉ. आशीष चौहान ने बताया कि अभी भी दारमा घाटी में 15 सैलानी फंसे हैं, जिन्हें शनिवार को रेस्क्यू किया जाएगा.

ये भी पढ़ें: धामी ने अपना एक माह का वेतन CM राहत कोष में दिया, पौड़ी में हालात का लिया जायजा

पहले दिन 49 लोगों का रेस्क्यूः ऑपरेशन के पहले दिन दारमा घाटी के दांतू में फंसे 19 लोगों को धारचूला पहुंचाया गया था. धारचूला लाए गए लोगों में 15 टूरिस्ट थे. ये सभी सैलानी ऊं पर्वत, पार्वती ताल और आदि कैलाश के दर्शनों के लिए गए थे. दारमा घाटी में भी भारी बारिश और बर्फबारी के कारण सभी रास्ते बंद हो चुके थे, जिस कारण ये सभी 17 अक्टूबर से दांतू में फंसे थे.

वहीं, सेना के चिनूक हेलीकॉप्टर की मदद से 11 हजार फीट की ऊंचाई पर गुंजी में फंसे 30 लोगों को भी गुरुवार को रेस्क्यू किया गया. रेस्क्यू किए गए लोगों में 15 सैलानी देश के विभिन्न राज्यों के हैं. इन सभी को सुरक्षित नैनी-सैनी एयरपोर्ट पहुंचाया गया.

Last Updated : Oct 22, 2021, 8:09 PM IST
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