कोटद्वार: जिला प्रशासन के दावों पर सवाल उठ रहे हैं. लॉकडाउन के बीच जिला प्रशासन ने मजदूरों की लिस्ट तो बना दिया, लेकिन मजदूरों को आज तक राशन नहीं मिल पाया है. कोटद्वार के जशोधरपुर इंडस्ट्रीज एरिया में रह रहे मजदूरों का कहना है कि प्रशासन ने 10 दिन पहले ही गरीबों की लिस्ट बना दी थी, लेकिन उन्हें आज तक खाद्य सामग्री नहीं मिल पा रही है. जिसकी वजह से मजदूरों को भूखे ही सोना पड़ रहा है.
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कोटद्वार में स्थानीय प्रशासन की लापरवाही की वजह से मजदूर और असहाय लोगों को समय पर खाद्य सामग्री उपलब्ध नहीं हो पा रही है. मजदूरों ने जिला प्रशासन से अपील कि है कि सरकार यदि लॉकडाउन में रोजगार नहीं उपलब्ध करा पा रही है, तो भोजन की व्यवस्था करा दे. वहीं, पूरे मामले पर वन मंत्री हरक सिंह रावत ने कहा कि हर वार्ड में दो-दो टीचर सर्वे के लिए लगाए हैं. टीचर्स वॉर्ड में रह रहे मजदूरों को चिन्हित कर भोजन उपलब्ध कराएंगे.