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सिडकुल फैक्ट्री ब्लास्ट में कार्रवाई न होने से कर्मचारी नाराज, सीएम को भेजा शिकायती पत्र - सीएम त्रिवेंद्र रावत

8 जनवरी 2019 को जसोदरपुर सिडकुल स्थित पीएल प्राइवेट लिमिटेड फैक्ट्री में ब्लास्ट के चलते 2 लोगों की मौके पर मौत हो गई. इस घटना में अन्य तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे. फैक्ट्री में धमाके के बाद प्रशासनिक टीम ने फैक्ट्री प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की बात कही थी, लेकिन दो महीने बीतने के बाद इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई है. जिसे लेकर कर्मचारियों में रोष व्याप्त है.

सिडकुल फैक्ट्री ब्लास्ट में कार्रवाई न होने से कर्मचारी नाराज.
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Published : Mar 6, 2019, 1:18 PM IST

कोटद्वार: सिडकुल स्थित पीएल प्राइवेट लिमिटेड फैक्ट्री में 2 माह पहले ब्लास्ट हो गया था. इस दुर्घटना में दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी, लेकिन अबतक प्रशासन द्वारा फैक्ट्री प्रबंधन के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है. जबकि, इस मामले में नाराज कर्मचारियों ने डीएम और एसडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को शिकायती पत्र दिया है.

बता दें कि 8 जनवरी 2019 को जसोदरपुर सिडकुल स्थित पीएल प्राइवेट लिमिटेड फैक्ट्री में ब्लास्ट के चलते 2 लोगों की मौके पर मौत हो गई. इस घटना में अन्य तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे. फैक्ट्री में धमाके के बाद प्रशासनिक टीम ने फैक्ट्री प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की बात कही थी, लेकिन दो महीने बीतने के बाद इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई है. जिसे लेकर कर्मचारियों में रोष व्याप्त है.

सिडकुल फैक्ट्री ब्लास्ट में कार्रवाई न होने से कर्मचारी नाराज.

आक्रोशित कर्मचारियों का आरोप है कि जिलाधिकारी ने इस घटना के मजिस्ट्रेट जांच के आदेश जारी किए थे, लेकिन फैक्ट्री प्रबंधन की ऊंची पहुंच के चलते यह मामला दबाया जा रहा है. जबकि, इस घटना की जांच कर रहे तत्कालीन एसडीएम कमलेश मेहता का तबादला करवा दिया गया.

वहीं, इस मामले में डीएम धीराज गर्ब्याल का कहना है कि फैक्ट्री में हुए घटनाक्रम के संबंध में जानकारी जुटाई जा रही है. हालांकि, इस घटना के संबंध में कोई कर्मचारी अपना बयान देने नहीं आया है. यह मामला श्रम विभाग का है जबकि, प्रशासनिक अमला अपनी तरफ से कार्रवाई कर रहा है. जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे. उसके अनुसार ही कार्रवाई की जाएगी. साथ ही एसएसपी ने इस मामले में मुकदमा दर्ज करने की बात कही है.

कोटद्वार: सिडकुल स्थित पीएल प्राइवेट लिमिटेड फैक्ट्री में 2 माह पहले ब्लास्ट हो गया था. इस दुर्घटना में दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी, लेकिन अबतक प्रशासन द्वारा फैक्ट्री प्रबंधन के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है. जबकि, इस मामले में नाराज कर्मचारियों ने डीएम और एसडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को शिकायती पत्र दिया है.

बता दें कि 8 जनवरी 2019 को जसोदरपुर सिडकुल स्थित पीएल प्राइवेट लिमिटेड फैक्ट्री में ब्लास्ट के चलते 2 लोगों की मौके पर मौत हो गई. इस घटना में अन्य तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे. फैक्ट्री में धमाके के बाद प्रशासनिक टीम ने फैक्ट्री प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की बात कही थी, लेकिन दो महीने बीतने के बाद इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई है. जिसे लेकर कर्मचारियों में रोष व्याप्त है.

सिडकुल फैक्ट्री ब्लास्ट में कार्रवाई न होने से कर्मचारी नाराज.

आक्रोशित कर्मचारियों का आरोप है कि जिलाधिकारी ने इस घटना के मजिस्ट्रेट जांच के आदेश जारी किए थे, लेकिन फैक्ट्री प्रबंधन की ऊंची पहुंच के चलते यह मामला दबाया जा रहा है. जबकि, इस घटना की जांच कर रहे तत्कालीन एसडीएम कमलेश मेहता का तबादला करवा दिया गया.

वहीं, इस मामले में डीएम धीराज गर्ब्याल का कहना है कि फैक्ट्री में हुए घटनाक्रम के संबंध में जानकारी जुटाई जा रही है. हालांकि, इस घटना के संबंध में कोई कर्मचारी अपना बयान देने नहीं आया है. यह मामला श्रम विभाग का है जबकि, प्रशासनिक अमला अपनी तरफ से कार्रवाई कर रहा है. जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे. उसके अनुसार ही कार्रवाई की जाएगी. साथ ही एसएसपी ने इस मामले में मुकदमा दर्ज करने की बात कही है.

Intro:विगत जनवरी माह में जसोधरपुर सिडकुल पीएल स्टील प्राइवेट लिमिटेड फैक्ट्री में हुए धमाके में दो लोगों की मौत के बाद 2 माह बीत जाने के बाद भी अभी तक कार्यवाही नहीं हुई व फैक्ट्री को सुचारू रूप से चालू कर दिया गया, जिसके चलते ही स्थानीय लोगों में आक्रोश का माहौल बना हुआ है पार्षद ने जिलाधिकारी से शिकायत की और उपजिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को पत्र भेजने का मन बना लिया, जिसके बाद प्रशासन कार्यवाही की बात कहते नजर आ रहा है।


Body:बता दें कि 8 जनवरी 2019 को जसोधरपुर सिडकुल स्थित पी एल प्राइवेट लिमिटेड फैक्ट्री में देर शाम को हुए ब्लास्ट में 2 लोगों की मौके पर मौत और तीन अन्य घायल होने की सूचना पर प्रशासन की टीम ने फैक्ट्री को सीज कर जांच शुरू की थी, साथ ही जिलाधिकारी ने जन आक्रोश को देखते हुए मजिस्टेड जांच के आदेश जारी किए थे, लेकिन फैक्ट्री मालिक की ऊंची पहुंच के कारण तत्कालीन उप जिलाधिकारी कमलेश मेहता का अन्य हस्तांतरण करवा दिया गया और हस्तांतरण के बाद जांच भी ठंडे बस्ते में और फैक्टरी भी सुचारू रूप से चालू कर दी गई लेकिन स्थानीय पार्षदों ने इस मामले में आवाज उठानी शुरू की और अब मुख्यमंत्री से शिकायत करने का मन बना लिया जिसके चलते ही स्थानीय प्रशासन अब कार्यवाही की बात कहते हुए नजर आ रहा हैं, पार्षदों की शिकायत के बाद फेक्ट्री मालिक की मुश्किल भी बढ़ सकती है,

वही पार्षद मनीष भट्ट का कहना है कि 8 जनवरी को हुए ब्लास्ट में दो श्रमिकों की मौत हुई थी प्रशासन ने फैक्ट्री सीज करते हुए फैक्ट्री मालिक के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही थी लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ पार्षद मनीष भट्ट ने कहा कि मेरे द्वारा भी उप जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री जी को शिकायती पत्र भेजा जा रहा है कार्यवाही क्यों नहीं हुई, स्थानीय प्रशासन कुछ बताने को तैयार नहीं है लगता है कि सब गोलमाल है तत्कालीन उप जिलाधिकारी का भी अन्य हस्तांतरण करवा दिया गया

बाइट मनीष भट्ट पार्षद जसोधरपुर वार्ड नंबर 40


Conclusion:जिलाधिकारी धीरजा गब्र्याल का कहना है कि फैक्ट्री में हुए घटनाक्रम के संबंध में बयान दर्ज हो रहे हैं अभी बयान देने कोई नहीं आया तत्कालीन उपजिलाधिकारी का ट्रांसफर हो गया था बाकी का मामला श्रम विभाग जाने हम लोग अपनी तरफ से कार्यवाही कर रहे हैं जो मजिस्ट्रेट जांच में तथ्य सामने आएंगे उस पर कार्यवाही होगी एसएसपी साहब ने कहा कि मामले में मुकदमा दर्ज कर दिया गया है

बाइट धिरजा गब्र्याल जिलाधिकारी पौडी

फीड फाइल कॉपी है
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