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श्रीकोट के स्पोर्ट्स स्टेडियम में तैयार किया जा रहा सिंथेटिक ट्रैक, जारी हुए ₹8 करोड़ - Synthetic track in Srikot

Shrikot Sports Stadium, Synthetic track in Shrikot श्रीकोट स्पोर्ट्स स्टेडियम में सिंथेटिक ट्रैक तैयार किया जा रहा है. इसके लिए 8 करोड़ 87 लाख 89 हजार की धनराशि जारी की गई है. सिंथेटिक ट्रैक बनने के बाद श्रीकोट स्टेडियम नेशनल स्टेडियम के रूप में निखरेगा.

Shrikot Sports Stadium
श्रीकोट के स्पोर्ट्स स्टेडियम में तैयार किया जा रहा सिंथेटिक ट्रैक
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Jan 12, 2024, 3:49 PM IST

श्रीनगर: स्वर्गीय बिपिन रावत स्टेडियम श्रीकोट में अब खिलाड़ी विकास की पटरी पर दौड़ेंगे. खिलाड़ियों को जो सुविधाएं दिल्ली, यूपी सहित अन्य राज्यों के स्टेडियम में मिलती थी, वह अब श्रीकोट के स्टेडियम में देखने को मिलेंगी. खेल प्रतिभाओं को निखारने के लिए प्रदेश के कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत ने पहल करते हुए स्पोर्ट्स स्टेडियम में सिंथेटिक ट्रैक बनाने के लिए 8 करोड़ 87 लाख 89 हजार रुपये की धनराशि अवमुक्त कराई है. ट्रैक बनने से शहर की प्रतिभाएं किसी भी मौसम में खेल का अभ्यास कर सकेंगी.

बता दें श्रीनगर जीआई एंड टीआई खेल मैदान रेलवे के अधीन हो चुका था, जिसके बदले प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने श्रीकोट में स्टेडियम की सौगात दी. जिसमें आज सैकड़ों की संख्या में स्कूली बच्चे विभिन्न खेलों की तैयारियां कर रहे हैं. स्टेडियम में बच्चों के लिए रनिंग ट्रैक न होने से खिलाड़ियों के बीच स्टेडियम का बनना अधूरा लगता था. युवाओं की उक्त जरूरत को देखते हुए प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री ने ट्रैक के लिए पूंजीगत निवेश के लिए राज्यों को विशेष सहायता के तहत भारत सरकार से बजट अनुमोदित करवाया. ट्रैक निर्माण होना युवाओं के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा.

पढे़ं- उत्तराखंड के सरकारी विभाग बजट खर्चने में फिसड्डी, वित्त विभाग का सर्कुलर जारी, अब होगी कटौती

बता दें सिंथेटिक ट्रैक रबर को कुसनिंग करके तैयार किया जाता है. एथलीट किसी भी मौसम में अपनी प्रतिभा को दिखाने में लिए सक्षम होता है. ऐसे ट्रैक बनाने के लिए कई तरह की राख, रेत, चट्टानों का बुरादा उपयोग में लाया जाता है. साथ ही रबर से कुसनिंग की जाती है. इसमें अभ्यास करने पर पैरों में अकड़न, जकड़न नहीं आती है. खिलाड़ियों के शरीर को किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचता है. कोच विकास शाह ने बताया उक्त ट्रैक बनाया जाना एथलीट के लिए अच्छा कदम है. ट्रैक बनने से श्रीकोट स्टेडियम एक नेशनल स्टेडियम के रूप में निखरेगा. खिलाड़ी यहां ट्रैक के माध्यम से अपनी प्रतिभा निखार सकेंगे.

श्रीनगर: स्वर्गीय बिपिन रावत स्टेडियम श्रीकोट में अब खिलाड़ी विकास की पटरी पर दौड़ेंगे. खिलाड़ियों को जो सुविधाएं दिल्ली, यूपी सहित अन्य राज्यों के स्टेडियम में मिलती थी, वह अब श्रीकोट के स्टेडियम में देखने को मिलेंगी. खेल प्रतिभाओं को निखारने के लिए प्रदेश के कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत ने पहल करते हुए स्पोर्ट्स स्टेडियम में सिंथेटिक ट्रैक बनाने के लिए 8 करोड़ 87 लाख 89 हजार रुपये की धनराशि अवमुक्त कराई है. ट्रैक बनने से शहर की प्रतिभाएं किसी भी मौसम में खेल का अभ्यास कर सकेंगी.

बता दें श्रीनगर जीआई एंड टीआई खेल मैदान रेलवे के अधीन हो चुका था, जिसके बदले प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने श्रीकोट में स्टेडियम की सौगात दी. जिसमें आज सैकड़ों की संख्या में स्कूली बच्चे विभिन्न खेलों की तैयारियां कर रहे हैं. स्टेडियम में बच्चों के लिए रनिंग ट्रैक न होने से खिलाड़ियों के बीच स्टेडियम का बनना अधूरा लगता था. युवाओं की उक्त जरूरत को देखते हुए प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री ने ट्रैक के लिए पूंजीगत निवेश के लिए राज्यों को विशेष सहायता के तहत भारत सरकार से बजट अनुमोदित करवाया. ट्रैक निर्माण होना युवाओं के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा.

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बता दें सिंथेटिक ट्रैक रबर को कुसनिंग करके तैयार किया जाता है. एथलीट किसी भी मौसम में अपनी प्रतिभा को दिखाने में लिए सक्षम होता है. ऐसे ट्रैक बनाने के लिए कई तरह की राख, रेत, चट्टानों का बुरादा उपयोग में लाया जाता है. साथ ही रबर से कुसनिंग की जाती है. इसमें अभ्यास करने पर पैरों में अकड़न, जकड़न नहीं आती है. खिलाड़ियों के शरीर को किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचता है. कोच विकास शाह ने बताया उक्त ट्रैक बनाया जाना एथलीट के लिए अच्छा कदम है. ट्रैक बनने से श्रीकोट स्टेडियम एक नेशनल स्टेडियम के रूप में निखरेगा. खिलाड़ी यहां ट्रैक के माध्यम से अपनी प्रतिभा निखार सकेंगे.

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