श्रीनगर: हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विवि में सीयूईटी (CUET) के माध्यम से प्रवेश में उत्तराखंड के छात्रों को 50 प्रतिशत आरक्षण दिए जाने सहित तीन सूत्रीय मांगों के समाधान की मांग को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद मुखर हो गया है. अभाविप (ABVP) के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने गढ़वाल विवि परिसर में अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है.
सीयूईटी के खिलाफ छात्रों में गुस्सा: छात्रों का कहना है कि सीयूईटी के माध्यम से प्रवेश में प्रदेश के छात्रों के हितों पर कुठाराघात हो रहा है. यहां की विषम परिस्थितियां हैं, लेकिन केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय, यूजीसी और गढ़वाल विवि प्रशासन को इससे कोई सरोकार नहीं है. छात्रों ने कहा कि हमारे पूर्वजों ने गढ़वाल विवि बनाने के लिए आंदोलन किया, हम इसे बचाने के लिए आंदोलन करेंगे. इस दौरान कुलपति आंदोलित छात्रों के बीच पहुंचीं. उन्होंने कहा कि विवि प्रशासन छात्रों की मांग के समाधान को लेकर सकारात्मक प्रयास कर रहा है.
कुलपति कार्यालय के बाहर प्रदर्शन: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के विभाग संगठन मंत्री सारस्वत खंडूड़ी और पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष संदीप राणा के नेतृत्व में छात्रों ने गढ़वाल विवि की कुलपति कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया. छात्रों ने कुलपति व विवि प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया. इस मौके पर पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष संदीप राणा ने कहा कि गढ़वाल विवि में यूजी व पीजी की कक्षाओं में एनटीए द्वारा आयोजित सीयूईटी प्रवेश परीक्षा के माध्यम से प्रवेश प्रक्रिया संपादित हो रही है.
गढ़वाल केंद्रीय विवि में राज्य के छात्रों को 50 फीसदी आरक्षण की मांग: इस प्रक्रिया से विवि में बड़ी संख्या में सीटें रिक्त रह रही हैं. छात्र नेताओं ने कहा कि प्रदेश के छात्रों को विवि में प्रवेश नहीं मिल पा रहा है. अभाविप छात्र संगठन छात्र हितों की सुरक्षा के लिए हमेशा से ही मुखरता से मुद्दे उठाता रहा है. राणा ने कहा कि गढ़वाल विवि में सीयूईटी के माध्यम से प्रवेश में 50 फीसदी आरक्षण दिया जाये. केंद्रीय संस्थान एनआईटी में प्रदेश के छात्रों को पहले से ही 50 प्रतिशत और मेडिकल कालेज में 85 फीसदी आरक्षण निर्धारित है. पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष राणा ने कहा कि गढ़वाल विवि के परिसरों में यूजी करने वाले छात्रों को पीजी में 5 प्रतिशत अधिमान (वेटेज) दिया जाये. इसके साथ ही सीयूईटी के माध्यम से प्रवेश के बाद रिक्त सीटों पर मेरिट के आधार पर छात्रों को प्रवेश दिया जाये.
प्रदेशव्यापी आंदोलन चलाएगी एबीवीपी: अभाविप के विभाग संगठन मंत्री सारस्वत खंडूड़ी ने कहा कि दिल्ली में बैठकर उत्तराखंड के पहाड़ों की विषम भौगोलिक परिस्थितियों से केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय व यूजीसी के अधिकारियों को कोई सरोकार नहीं है. प्रदेश के छात्रों के हितों के लिए अभाविप प्रदेशव्यापी आंदोलन को तैयार है. मांगों का समाधान होने पर ही आंदोलन वापस लिया जाएगा.
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कुलपति ने छात्रों को समझाया: गढ़वाल विवि की कुलपति प्रो. अन्नपूर्णा नौटियाल ने आंदोलित छात्रों को समझाने का प्रयास किया. उन्होंने यूजीसी के एक अधिकारी से फोन पर छात्रों की वार्ता कराई, लेकिन छात्र मांगों के समाधान पर अड़े रहे. छात्रों ने कहा कि हमारे पूर्वजों ने गढ़वाल विवि बनाने के लिए आंदोलन किया, हम इसे बचाने के लिए आंदोलन करेंगे.
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