कोटद्वार: प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कटघर में फार्मासिस्ट पद पर तैनात जगमोहन प्रसाद ने प्रभारी चिकित्सा अधिकारी पर गंभीर आरोप लगाए हैं. फार्मासिस्ट का आरोप है कि कार्यमुक्त करने के बदले प्रभारी चिकित्सा अधिकारी ने उनसे 50 हजार रुपए की मांग की है. साथ ही उन्होंने कहा कि पैसे नहीं देने पर प्रभारी चिकित्सा अधिकारी द्वारा मुझे तीन माह से कार्य से अनुपस्थित दिखाया जा रहा है और मेरा पिछले तीन माह से वेतन भी रोक दिया गया है. उन्होंने ईटीवी भारत को व्हाट्सएप पर वीडियो संदेश भेजकर मदद की अपील की है. साथ ही पौड़ी जिलाधिकारी से भी इसकी शिकायत की है.
मामला प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र डाडामंडी के अंतर्गत आने वाले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कटघर का है, जहां पीड़ित फार्मासिस्ट जगमोहन प्रसाद की विकलांग कोटे से नियुक्त हुई है. पीड़ित की पत्नी भी गर्भवती है. चिकित्सालय के कार्य के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कटघर से सड़क तक जाने में उन्हें पैदल 2 घंटे लगते है. जगमोहन प्रसाद ने आरोप लगाया कि प्रभारी चिकित्सा अधिकारी की कार्यशैली के कारण कई कर्मचारी पूर्व में ही स्थानांतरण ले चुके हैं कई कर्मचारी नौकरी छोड़ चुके हैं.
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वहीं,जगमोहन प्रसाद ने बताया कि उनका स्वास्थ्य केंद्र कटघर में साढे तीन साल हो गए और 3 माह पूर्व उनका ट्रांसफर सामुदायिक केंद्र रिखणीखाल में हो गया. लेकिन उन्हें कार्यमुक्त करने की एवज में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र डाडामंडी के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी 50 हजार रुपए की मांग कर रहे हैं.
जगदीश प्रसाद ने कहा कि प्रभारी चिकित्सा अधिकारी ट्रांसफर के बाद से ही लगातार कटघर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चतुर्थ क्लास कर्मचारी से उनकी अनुपस्थिति लगावायी जा रही है. विगत तीन माह से उनका वेतन भी रोक दिया गया है. मजबूरन मुझे जिलाधिकारी पौड़ी को पत्र भेजना पड़ा है. उन्होंने इस पूरे मामले में न्याय की गुहार लगाई है.