पौड़ीः सोने और चांदी के आभूषणों को चमकाने के नाम पर भोले भाले पहाड़ी लोगों से ठगी करने वाले एक शातिर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी लंबे समय से फरार चल रहा था. जिसे रिखणीखाल पुलिस ने बिहार से दबोचा है. इस मामले में पुलिस ने 3 आरोपियों को पहले ही सलाखों के पीछे भेज दिया था. मामला बीते साल अगस्त 2022 का है.
पौड़ी एसएसपी श्वेता चौबे ने बताया कि बीते साल अगस्त 2022 में रिखणीखाल थाना क्षेत्र के सिनला गांव निवासी हीरा सिंह पुत्र मोहन सिंह ने थाने में एक शिकायत दर्ज कराई थी. जिसमें उन्होंने कहा था कि 3 अज्ञात लोगों ने उनके घर पर आकर पुराने सोने और चांदी के आभूषणों को चमकाने की बात कही. जिसके बाद उन्होंने झांसे में आकर गहने चमकाने को दे दिए, लेकिन शातिरों ने गहनों से सोना उतार लिया और रफूचक्कर हो गए. इस मामले में रिखणीखाल पुलिस ने के दर्ज कर जांच शुरू की.
वहीं, मामले में पहले तो आरोपी पवन सोनी और खंतार मंडल को रिखणीखाल पुलिस ने गिरफ्तार किया. जिसके बाद पुलिस के पता चला कि आरोपी दो नहीं बल्कि चार हैं. वहीं, एक आरोपी चंदन तो घटना के तुरंत बाद ही फरार हो गया था. जिस पर एसएसपी पौड़ी श्वेता चौबे ने 10 हजार का इनाम भी घोषित किया. रिखणीखाल पुलिस ने सर्विलांस की मदद से आरोपी को जनवरी 2023 में बिहार से गिरफ्तार किया. जबकि, एक अन्य आरोपी वीरेंद्र शाह पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा पाया था.
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एसएसपी श्वेता चौबे ने फरार आरोपी वीरेंद्र शाह को पकड़ने की जिम्मेदारी लैंसडाउन के एसएचओ रियाज अहमद को सौंपी. वहीं, एसएचओ रियाज अहमद और उनकी टीम ने सर्विलांस की मदद से आरोपी वीरेंद्र शाह पुत्र सिकंदर शाह को भी गिरफ्तार कर लिया है. उन्होंने बताया कि चौथा आरोपी बिहार कटिहार के बावन गंज का रहने वाला है.
ऐसे करते थे ठगीः पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वो एक गैंग के रूप में काम करते थे. जिसमें चार लोग शामिल थे. सभी लोग बिहार के रहने वाले हैं. जिसमें गैंग लीडर खंतार मंडल है. सभी लोग समूह बनाकर अलग-अलग क्षेत्रों में जाते थे और भोले भाले लोगों को आसानी से ठग लेते थे. आरोपियों ने बताया कि वो सोना, चांदी और पीतल के बर्तनों को चमकाते थे. चमकाने के लिए वो तेजाब आदि का इस्तेमाल करते हैं. तेजाब से गहनों का कुछ सोना उतर जाता था, उसे छानकर वो सुनार की दुकान में बेचते थे. जिससे उनका मुनाफा हो जाता था.