पौड़ीः उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 के चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है. उत्तराखंड में 14 फरवरी को वोट डाले जाएंगे, जबकि 10 मार्च के नतीजे आएंगे. लेकिन इन पांच सालों में अपने प्रतिनिधियों के प्रति नाराज जनता का गुस्सा धीरे-धीरे बाहर आ रहा है. ऐसे में पौड़ी से भाजपा के विधायक मुकेश कोली को हाल ही में ग्रामीण का भारी विरोध झेलना पड़ा. जिस पर अब विधायक ने सफाई पेश की है.
वीडियो के मुताबिक, ग्रामीणों का आरोप है कि विधायक बनने के बाद मुकेश कोली कभी उनके गांव नहीं आए, लेकिन चुनाव नजदीक आते ही विधायक फिर से अपना चेहरा दिखाने लगे हैं. इसके अलावा जिन समस्याओं को दूर करने के वादे विधायक ने किए थे. वे आज भी जस की तस बने हैं. हालांकि, विधायक ने विरोध कर रहे ग्रामीणों को किसी दल का सर्मथक बताया और विरोध को सोची समझी साजिश करार दिया.
ये है पूरा मामलाः दरअसल, हाल ही का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वारयल हो रहा है. वीडियो के मुताबिक, विधायक मुकेश कोली जनसंपर्क के लिए पौड़ी के केवर्स गांव के दौरे पर गए थे. लेकिन ग्रामीणों ने विधायक के काफिले को रोककर विरोध शुरू कर दिया. जब विधायक ने युवा ग्रामीणों की समस्या नहीं सुनी तो आक्रोशित ग्रामीणों ने सोशल मीडिया में विधायक के काफिले को रोकने का वीडियो अपलोड कर दिया. ऐसे में विधायक की किरकिरी होने के बाद विधायक ने अपना बयान भी मीडिया के समक्ष रखा है.
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विधायक मुकेश कोली की माने तो ये हरकत या तो उनकी पार्टी से उठ रहे दावेदारों के समर्थकों की है. या फिर अन्य दल के समर्थकों की. उन्होंने कहा कि एक सोची-समझी साजिस के तहत उनका विरोध किया गया. दूसरी तरफ विरोध करने वाले ग्रामीणों का कहना है कि विधायक 5 साल से लापता थे. अब चुनाव सिर पर हैं तो विधायक जनता के बीच दोबारा पहुंच रहे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि उनके गांव की सड़क बदहाल है. जबकि युवाओं के लिए खेल मैदान न होना और युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा न होना, विधायक की नाकामी को दर्शा रहा है.