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अच्छी पहल: कुपोषित बच्चों का अधिकारी रखेंगे ख्याल, पौष्टिक आहार लेंगे जिम्मा - जिलाधिकारी

जनपद में 143 कुपोषित व 31अतिकुपोषित बच्चे हैं. जिले में तैनात प्रत्येक अधिकारी एक कुपोषित बच्चे की नियमित देखभाल करेगा. साथ ही बच्चे को धनराशि ना देकर उसे फूड किट मुहैया कराई जाएगी. इसके अलावा अधिकारी समय-समय पर आंगनबाड़ी  केंद्रों में जाकर बच्चे की स्वास्थ्य में सुधार की जानकारी भी लेंगे.

कुपोषित बच्चों का अधिकारी रखेंगे ख्याल
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Published : Aug 17, 2019, 11:16 PM IST

पौड़ी: जनपद में कुपोषित बच्चों की मदद के लिए के जिला प्रशासन ने एक अच्छी पहल की है. अब जिले में कुपोषित बच्चे की जिम्मेदारी एक अधिकारी को सौंपी जाएगी. गढ़वाल कमिश्नर ने इसकी शुरुआत की है. डीएम धीराज सिंह गब्र्याल ने बताया कि जब तक कुपोषित बच्चा सामान्य अवस्था में नहीं आ जाता उसके पौष्टिक आहार की जिम्मेदारी अधिकारी स्वयं लेंगे.

पढ़ें:बढ़ता जा रहा डेंगू का डंक, अब तक 403 पॉजिटिव मरीज आए सामने

बता दें कि जनपद पौड़ी में 143 कुपोषित और 31अतिकुपोषित बच्चे हैं. जिलाधिकारी पौड़ी के निर्देश पर इन कुपोषित और अतिकुपोषित बच्चे का जिम्मा एक अधिकारी को दिया गया. जिसकी शुरुआत कमिश्नर गढ़वाल द्वारा की गयी. इन सभी बच्चों के लिए उनके क्षेत्र के समीप वाले अधिकारियों को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है. प्रत्येक अधिकारी उस बच्चे की नियमित देखभाल के लिए उसे धनराशि ना देकर उसे फूड किट मुहैया कराएगा. साथ ही समय-समय पर आंगनबाड़ी केंद्रों में जाकर बच्चे के स्वास्थ्य में सुधार पर भी नजर पर बनाये रखेंगे.

कुपोषित बच्चों का अधिकारी रखेंगे ख्याल.


जिलाधिकारी धीराज सिंह गब्र्याल ने बताया कि कमिश्नर गढ़वाल की ओर से इसकी विधिवत शुरुआत की जा चुकी है. इसमें सबसे जरूरी है कि जो भी अधिकारी बच्चों को गोद लेगा. वह हर माह की 5 तारीख को आंगनबाड़ी केंद्रों में जाकर उसके वजन व अन्य कमजोरियों पर नजर रखेगा. उस बच्चे को धनराशि के रूप में कोई मदद नहीं कि जाएगी. जब तक कि वह बच्चा कुपोषण से मुक्त न हो जाय तब तक वह अधिकारी बच्चे के सामान्य होने तक उसे फूड किट देंगे.

पौड़ी: जनपद में कुपोषित बच्चों की मदद के लिए के जिला प्रशासन ने एक अच्छी पहल की है. अब जिले में कुपोषित बच्चे की जिम्मेदारी एक अधिकारी को सौंपी जाएगी. गढ़वाल कमिश्नर ने इसकी शुरुआत की है. डीएम धीराज सिंह गब्र्याल ने बताया कि जब तक कुपोषित बच्चा सामान्य अवस्था में नहीं आ जाता उसके पौष्टिक आहार की जिम्मेदारी अधिकारी स्वयं लेंगे.

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बता दें कि जनपद पौड़ी में 143 कुपोषित और 31अतिकुपोषित बच्चे हैं. जिलाधिकारी पौड़ी के निर्देश पर इन कुपोषित और अतिकुपोषित बच्चे का जिम्मा एक अधिकारी को दिया गया. जिसकी शुरुआत कमिश्नर गढ़वाल द्वारा की गयी. इन सभी बच्चों के लिए उनके क्षेत्र के समीप वाले अधिकारियों को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है. प्रत्येक अधिकारी उस बच्चे की नियमित देखभाल के लिए उसे धनराशि ना देकर उसे फूड किट मुहैया कराएगा. साथ ही समय-समय पर आंगनबाड़ी केंद्रों में जाकर बच्चे के स्वास्थ्य में सुधार पर भी नजर पर बनाये रखेंगे.

कुपोषित बच्चों का अधिकारी रखेंगे ख्याल.


जिलाधिकारी धीराज सिंह गब्र्याल ने बताया कि कमिश्नर गढ़वाल की ओर से इसकी विधिवत शुरुआत की जा चुकी है. इसमें सबसे जरूरी है कि जो भी अधिकारी बच्चों को गोद लेगा. वह हर माह की 5 तारीख को आंगनबाड़ी केंद्रों में जाकर उसके वजन व अन्य कमजोरियों पर नजर रखेगा. उस बच्चे को धनराशि के रूप में कोई मदद नहीं कि जाएगी. जब तक कि वह बच्चा कुपोषण से मुक्त न हो जाय तब तक वह अधिकारी बच्चे के सामान्य होने तक उसे फूड किट देंगे.

Intro:जनपद पौड़ी में कुपोषित व अतिकुपोषित की मदद के लिए जनपद के अधिकारी सामने आएंगे। प्रत्येक बच्चे की जिम्मेदारी एक अधिकारी को सौंपी गई है और जब तक वह बच्चा सामान्य अवस्था में नहीं आ जाता तब तक उसके पौष्टिक आहार की जिम्मेदारी अधिकारी स्वयं लेंगे। जिलाधिकारी पौड़ी के निर्देशों के बाद जनपद में कुल कुपोषित व अतिकुपोषित बच्चे का जिम्मा एक अधिकारी को दिया गया जिसकी शुरुआत कमिश्नर गढ़वाल द्वारा की गयी। इन सभी बच्चों के लिए उनके क्षेत्र के समीप वाले अधिकारियों को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है। प्रत्येक अधिकारी उस बच्चे की नियमित देखभाल के लिए उसे धनराशि ना देकर उसे फ़ूड किट देकर समय समय पर अंगबाड़ी केंद्रों में जाकर स्वास्थ्य सुधार पर नजर रखेंगे।


Body:जिलाधिकारी पौड़ी ने बताया कि जनपद में 143 कुपोषित व 31अतिकुपोषित बच्चे हैं और कमिश्नर गढ़वाल की ओर से इसकी विधिवत शुरुआत की जा चुकी है। इसमें सबसे जरूरी है कि जो भी अधिकारी बच्चो को गोद लेगा वह हर माह की 5 तारीख को आंगनबाड़ी केंद्रों में जाकर उसके वजन व अन्य कमजोरियों पर नजर रखेगा। उस बच्चे को धन राशि के रूप में कोई मदद नहीं कि जाएगी। जब तक कि वह बच्चा कुपोषण से मुक्त न हो जाय तब तक वह अधिकारी बच्चे के सामान्य होने तक उसे फ़ूड किट देंगे।
बाईट-धीराज सिंह(जिलाधिकारी पौड़ी)


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