ETV Bharat / state

कैबिनेट मंत्री हरक सिंह की विधानसभा में राम भरोसे श्रम विभाग, कैसे मिलेगा न्याय?

श्रमिक की मौत ने फैक्ट्री में श्रमिकों की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं. श्रम मंत्री की विधानसभा में कई लोग श्रमिक कार्ड के जरिए सरकारी योजना का लाभ उठा रहे हैं, लेकिन जिन जरूरतमंद श्रमिकों के कार्ड तक नहीं बन पाए हैं.

कैबिनेट मंत्री हरक सिंह
कैबिनेट मंत्री हरक सिंह
author img

By

Published : Aug 11, 2021, 10:55 AM IST

कोटद्वार: पौड़ी जिले का एकमात्र श्रम विभाग का कार्यालय व्यवस्थाओं पर संचालित हो रहा है. पिछले एक साल से कार्यालय में श्रम निरीक्षक और सहायक श्रम आयुक्त की तैनाती नहीं हो पा रही है. जिस कारण औद्योगिक क्षेत्रों में श्रमिकों की सुरक्षा भगवान भरोसे है. वहीं, दूसरी ओर श्रमिकों से जुड़ी समस्याओं को सुनने वाला भी कोई नहीं है.

गौर हो कि मंगलवार सुबह सिडकुल जसोधरपुर स्थित एक फैक्ट्री में कार्य के दौरान एक श्रमिक की मौत हो गई थी. पुलिस की मानें तो श्रमिक फैक्ट्री में ऊंचाई पर लगी क्रेन की मरम्मत का कार्य कर रहा था, इसी दौरान उसे करंट लग गया और वह क्रेन से जमीन पर गिर गया. जिससे श्रमिक की मौत हो गई.सरकारी तंत्र के किसी भी अधिकारी ने घटनास्थल पहुंचकर निरीक्षण करने की जहमत नहीं उठाई.

पढ़ें- टेक होम राशन पर सियासी रार, रेखा बोलीं- दाज्यू न देखें मुंगेरीलाल के हसीन सपने

श्रमिक की मौत ने फैक्ट्री में श्रमिकों की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं. श्रम मंत्री की विधानसभा में कई लोग श्रम कार्ड के जरिए सरकारी योजना का लाभ उठा रहे हैं, लेकिन जिन जरूरतमंद श्रमिकों के कार्ड तक नहीं बन पाए हैं. आज भी श्रम कार्ड और विभाग की ओर से मिलने वाली सुविधाओं से कोसों दूर हैं. हालत यह है कि श्रम विभाग के अधिकारी को यह तक जानकारी नहीं की औद्योगिक क्षेत्रों में कितने श्रमिक विभाग में पंजीकृत हैं.

पढ़ें- उत्तराखंड में अवॉर्ड वापसी का सिलसिला शुरू, दो महिलाओं ने लौटाया तीलू रौतेली अवॉर्ड

बता दें कि कोटद्वार में श्रम विभाग कार्यालय का संचालन पिछले करीब एक साल से हरिद्वार से किया जा रहा है. कोटद्वार में सहायक श्रम आयुक्त व श्रम निरीक्षक के पद करीब एक साल से खाली पड़े हैं, हरिद्वार के सहायक श्रम आयुक्त को कोटद्वार कार्यालय का अतिरिक्त कार्यभार दिया गया है. विभाग की मानें तो हरिद्वार में कार्य की अधिकता के कारण अधिकारी कभी कभार कोटद्वार आते हैं.

कोटद्वार: पौड़ी जिले का एकमात्र श्रम विभाग का कार्यालय व्यवस्थाओं पर संचालित हो रहा है. पिछले एक साल से कार्यालय में श्रम निरीक्षक और सहायक श्रम आयुक्त की तैनाती नहीं हो पा रही है. जिस कारण औद्योगिक क्षेत्रों में श्रमिकों की सुरक्षा भगवान भरोसे है. वहीं, दूसरी ओर श्रमिकों से जुड़ी समस्याओं को सुनने वाला भी कोई नहीं है.

गौर हो कि मंगलवार सुबह सिडकुल जसोधरपुर स्थित एक फैक्ट्री में कार्य के दौरान एक श्रमिक की मौत हो गई थी. पुलिस की मानें तो श्रमिक फैक्ट्री में ऊंचाई पर लगी क्रेन की मरम्मत का कार्य कर रहा था, इसी दौरान उसे करंट लग गया और वह क्रेन से जमीन पर गिर गया. जिससे श्रमिक की मौत हो गई.सरकारी तंत्र के किसी भी अधिकारी ने घटनास्थल पहुंचकर निरीक्षण करने की जहमत नहीं उठाई.

पढ़ें- टेक होम राशन पर सियासी रार, रेखा बोलीं- दाज्यू न देखें मुंगेरीलाल के हसीन सपने

श्रमिक की मौत ने फैक्ट्री में श्रमिकों की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं. श्रम मंत्री की विधानसभा में कई लोग श्रम कार्ड के जरिए सरकारी योजना का लाभ उठा रहे हैं, लेकिन जिन जरूरतमंद श्रमिकों के कार्ड तक नहीं बन पाए हैं. आज भी श्रम कार्ड और विभाग की ओर से मिलने वाली सुविधाओं से कोसों दूर हैं. हालत यह है कि श्रम विभाग के अधिकारी को यह तक जानकारी नहीं की औद्योगिक क्षेत्रों में कितने श्रमिक विभाग में पंजीकृत हैं.

पढ़ें- उत्तराखंड में अवॉर्ड वापसी का सिलसिला शुरू, दो महिलाओं ने लौटाया तीलू रौतेली अवॉर्ड

बता दें कि कोटद्वार में श्रम विभाग कार्यालय का संचालन पिछले करीब एक साल से हरिद्वार से किया जा रहा है. कोटद्वार में सहायक श्रम आयुक्त व श्रम निरीक्षक के पद करीब एक साल से खाली पड़े हैं, हरिद्वार के सहायक श्रम आयुक्त को कोटद्वार कार्यालय का अतिरिक्त कार्यभार दिया गया है. विभाग की मानें तो हरिद्वार में कार्य की अधिकता के कारण अधिकारी कभी कभार कोटद्वार आते हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.