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ऋषिकेश से श्रीनगर के बीच NH-58 पर बढ़े डेंजर जोन, 24 से अधिक प्वॉइंट्स पर लैंडस्लाइड - 24 से अधिक प्वॉइंट्स पर लैंडस्लाइड

गढ़वाल की लाइफ लाइन कहे जाने वाले एनएच-58 पर कई जगह नए डेंजर जोन बन गये हैं. लगातार हो रहे भूस्खलन के कारण लोगों को आवाजाही में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

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दरकते पहाड़, भूस्खलन ने बढ़ाई लोगों की चिंता
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Published : Aug 28, 2021, 3:25 PM IST

श्रीनगर: पहाड़ों में हो रही बारिश के चलते आम जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हो गया है. इस बात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि ऋषिकेश से श्रीनगर के बीच एक दर्जन से ज्यादा स्थानों पर लैंडस्लाइड हो रहा है. पहले जहां इस मार्ग पर 4 से 6 डेंजर जोन थे, अब इनकी संख्या दो दर्जन से अधिक हो गई है. जिसके कारण इस राजमार्ग पर यातायात प्रभावित हो रहा है.

पहाड़ों में हो रही लगातार बारिश के कारण दरकते पहाड़, नदियों का बढ़ा जलस्तर लोगों की चिंताएं बढ़ा रहा है. पिछले पांच दिनों से एनएच-58 पूरी तरह से बंद है. लोक निर्माण विभाग मार्ग को खोलने की कोशिशों में लगा हुआ है. लेकिन, लगातार हो रही बारिश के कारण ये काम किसी चुनौती से कम साबित नहीं हो है.

दरकते पहाड़, भूस्खलन ने बढ़ाई लोगों की चिंता

पढ़ें- बारिश-लैंडस्लाइड से 200 से ज्यादा सड़कें बंद, 5 जिलों में हाई अलर्ट, गंगा डेंजर मार्क से ऊपर

दूसरी तरफ एनएच 58 के बंद होने के कारण लोग श्रीनगर, पौड़ी, कोटद्वार, हरिद्वार जाने के लिए वैकल्पिक मार्ग का प्रयोग कर रहे हैं. इस मार्ग से देहरादून का सफर 5 घंटों की बजाय 8 घंटे का हो गया है. वहीं, लोगों को किराये के तौर पर मोटी रकम भी चुकानी पड़ रही है. पहले लोगों को देहरादून जाने के लिए 300 रुपये खर्च करने पड़ते थे, जो बढ़कर 500 रुपये हो गया है. वहीं, दूसरे मार्ग मलेथा, टिहरी, चम्बा, धनोल्टी, मसूरी, देहरादून के सफर में भी लोग परेशानियां झेल रहे हैं. यहां सड़कों पर आये मलबे के कारण लंबा-लंबा जाम लग रहा है. जिसके कारण घंटों लोगों को इंतजार करना पड़ रहा है.

पढ़ें- उत्तराखंड में आसमान से बरस रही आफत, जारी है जल 'प्रहार'

वहीं, इस बारे में लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता बीएल मिश्रा का कहना है कि मॉनसून सीजन में एकाएक लैंडस्लाइड एरिया की संख्या बढ़ गई है. विभाग की कोशिश है कि जल्दी ही मार्गों को खोला जाये, मगर बारिश पूरी पर पानी फेर दे रही है. वहीं, देवप्रयाग थाना प्रभारी ने बताया सिर्फ तोता घाटी और देवप्रयाग के बीच 17 जगहों पर पहाड़ी से मलबा गिर रहा है. ऐसे में सड़क के दो-चार दिन बाद ही खुलने के आसार बन रहे हैं.

श्रीनगर: पहाड़ों में हो रही बारिश के चलते आम जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हो गया है. इस बात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि ऋषिकेश से श्रीनगर के बीच एक दर्जन से ज्यादा स्थानों पर लैंडस्लाइड हो रहा है. पहले जहां इस मार्ग पर 4 से 6 डेंजर जोन थे, अब इनकी संख्या दो दर्जन से अधिक हो गई है. जिसके कारण इस राजमार्ग पर यातायात प्रभावित हो रहा है.

पहाड़ों में हो रही लगातार बारिश के कारण दरकते पहाड़, नदियों का बढ़ा जलस्तर लोगों की चिंताएं बढ़ा रहा है. पिछले पांच दिनों से एनएच-58 पूरी तरह से बंद है. लोक निर्माण विभाग मार्ग को खोलने की कोशिशों में लगा हुआ है. लेकिन, लगातार हो रही बारिश के कारण ये काम किसी चुनौती से कम साबित नहीं हो है.

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दूसरी तरफ एनएच 58 के बंद होने के कारण लोग श्रीनगर, पौड़ी, कोटद्वार, हरिद्वार जाने के लिए वैकल्पिक मार्ग का प्रयोग कर रहे हैं. इस मार्ग से देहरादून का सफर 5 घंटों की बजाय 8 घंटे का हो गया है. वहीं, लोगों को किराये के तौर पर मोटी रकम भी चुकानी पड़ रही है. पहले लोगों को देहरादून जाने के लिए 300 रुपये खर्च करने पड़ते थे, जो बढ़कर 500 रुपये हो गया है. वहीं, दूसरे मार्ग मलेथा, टिहरी, चम्बा, धनोल्टी, मसूरी, देहरादून के सफर में भी लोग परेशानियां झेल रहे हैं. यहां सड़कों पर आये मलबे के कारण लंबा-लंबा जाम लग रहा है. जिसके कारण घंटों लोगों को इंतजार करना पड़ रहा है.

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वहीं, इस बारे में लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता बीएल मिश्रा का कहना है कि मॉनसून सीजन में एकाएक लैंडस्लाइड एरिया की संख्या बढ़ गई है. विभाग की कोशिश है कि जल्दी ही मार्गों को खोला जाये, मगर बारिश पूरी पर पानी फेर दे रही है. वहीं, देवप्रयाग थाना प्रभारी ने बताया सिर्फ तोता घाटी और देवप्रयाग के बीच 17 जगहों पर पहाड़ी से मलबा गिर रहा है. ऐसे में सड़क के दो-चार दिन बाद ही खुलने के आसार बन रहे हैं.

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