कोटद्वार: 2022 के उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के लिए जहां कांग्रेस जमीन स्तर पर अपने आप को मजबूत करने में लगी हुई तो वहीं कांग्रेस के कार्यकर्ता पार्टी में हुए फेरबदल से नाराज दिख रहे हैं. इस बार मामला पौड़ी जिले का है, जहां कांग्रेस की नवनियुक्त महिला जिला अध्यक्ष कृष्णा बहुगुणा को जान से मारने की धमकी मिली है. उन्हें पार्टी के कार्यकर्ताओं ने लैंसडाउन आने पर अंजाम भुगतने की धमकी भी दी है.
बता दें कि हाल ही में कांग्रेस ने पौड़ी जिला कार्यकारणी में बदलाव किया था. रंजना रावत को महिला जिला अध्यक्ष के पद से हटाकर उनकी जगह कृष्णा बहुगुणा को ये जिम्मेदारी सौंपी गई थी, लेकिन रंजना रावत के समर्थकों को ये पंसद नहीं आया. रजना रावत के समर्थकों ने सोशल मीडिया पर हाईकमान के इस फैसले के खिलाफ बगावत की और कृष्णा बहुगुणा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. कृष्णा बहुगुणा को फोन पर जान से मारने की धमकी मिल रही है.
पढ़ें- एक से नौ मार्च के बीच गैरसैंण में होगा उत्तराखंड का बजट सत्र
वहीं इस मामले पर कृष्णा बहुगुणा का कहना है कि पिछले दो-तीनों से उनका विरोध किया जा रहा है. कोटद्वार में गुटबाजी की जा रही है. इसके वे तंग आ चुकी हैं. पार्टी के कुछ लोगों उन्हें फोन पर धमकी दे रहे हैं, लेकिन वे किसी से डरने वाली नहीं हैं, लैंसडाउन से भी उन्हें धमकी दिलवाई गई है. वो लैंसडाउन विधानसभा जाएगी और देखेंगी कि कोई उन्हें कैसे मारता है. 2017 के विधानसभा चुनाव में वो डॉ हरक सिंह रावत की पिस्टल से भी नहीं डरी थी.
कृष्णा बहुगुणा ने कहा कि वो पूर्व जिला अध्यक्ष रंजना रावत जो वर्तमान में प्रदेश महामंत्री के पद पर विराजमान हुई थी, उनका भी फूल मालाओं से स्वागत करने की तैयारी कर रही थी. आज भी वो उन्हें बंधाई दे रही हैं, लेकिन जिस तरह के उनके खिलाफ साजिश हो रही है वो ठीक नहीं है.
वहीं पार्टी के अंदर चल रही इस गुटबाजी पर पौड़ी की पूर्व महिला जिला अध्यक्ष रंजना रावत का कहना है कि ये फेरबदल सभी को स्वीकार करना चाहिए. पौड़ी में उनका कार्यकात चार-पांच साल का हो गया था. उन्होंने सभी महिला कांग्रेस कार्यकर्ताओं व महिला समर्थकों से निवेदन किया है कि बगावत करने की जरूरत नहीं है. नवनियुक्त जिला अध्यक्ष के नेतृत्व में कांग्रेस अच्छा कार्य करेंगी.