श्रीनगर: राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) उत्तराखंड और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) रोपड़ के बीच एक एमओयू साइन हुआ. इस एमओयू यानी समझौता ज्ञापन (Memorandum of Understanding) पर एनआईटी उत्तराखंड के निदेशक प्रोफेसर ललित कुमार अवस्थी और आईआईटी रोपड़ के निदेशक प्रो. राजीव आहूजा ने हस्ताक्षर किए. वहीं, दोनों संस्थानों के निदेशकों ने इसके फायदे भी बताए हैं.
एनआईटी उत्तराखंड (NIT Uttarakhand) और आईआईटी रोपड़ (IIT Ropar) के निदेशकों ने बताया कि इस समझौते के तहत छात्र और संकाय का एक पूर्व निर्धारित समयावधि के लिए विनिमय, संकाय सदस्यों का प्रशिक्षण, संयुक्त और सहयोगी अनुसंधान कार्य करना है. साथ ही शोध छात्रों का संयुक्त पर्यवेक्षण के साथ पारस्परिक हित के क्षेत्रों में संगोष्ठी, सम्मेलन और अकादमिक कार्यशालाओं इत्यादि का संयुक्त आयोजन करना शामिल है.
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एनआईटी उत्तराखंड के निदेशक ललित कुमार अवस्थी ने बताया कि इससे एनआईटी उत्तराखंड के प्रतिभाशाली छात्रों को अपने अंतिम सेमेस्टरों की शैक्षणिक गतिविधिओं को आईआईटी रोपड़ में करने का अवसर मिलेगा. साथ ही एंटरप्रेन्योरशिप और स्टार्टअप (Entrepreneurship and Startup) के इच्छुक छात्र आईआईटी रोपड़ के इंक्यूबेशन सेंटर में अपना पंजीकरण करा सकेंगे और अपने कौशल को निखार सकेंगे.
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उन्होंने कहा कि एनआईटी उत्तराखंड ने आईआईटी रोपड़ में स्थापित कृषि और जल प्रौद्योगिकी विकास हब (Agriculture and Water Technology Development Hub) के तहत छह प्रस्ताव प्रस्तुत किए थे. इसमें से एक प्रस्ताव आंशिक रूप से चुना गया है और इसमें संशोधन की आवश्यकता है. यह प्रस्ताव दोबारा भेजा जाएगा. साथ ही छात्रों के डिजाइन कौशल को तेज करने के लिए इस परियोजना के तहत एक टिंकरिंग प्रयोगशाला भी स्थापित की जाएगी.