पौड़ी: परिसीमन में कुछ गांवों को खिर्सू ब्लॉक में शामिल कर दिया गया है. जिसके विरोध में ग्रामीणों ने अपर जिलाधिकारी के सामने रोष प्रकट किया. ग्रामीणों का आरोप है कि बिना किसी प्रस्ताव के उनके गांव मरोड़ा को खिर्सू ब्लॉक में शामिल कर दिया है. जिसके चलते उन्हें भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. ग्रामीणों की मांग है कि उनके गांव को पूर्व की भांति पाबौ ब्लॉक में ही रहने दिया जाए. अगर प्रशासन ऐसा नहीं करता तो वे आगामी पंचायत चुनाव का बहिष्कार करेंगे.
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बता दें कि जनपद पौड़ी का मरोड़ा गांव पहले पाबौ ब्लॉक के अंतर्गत था. जिसके अब खिर्सू ब्लॉक में शामिल कर दिया गया है. ग्रामीणों का आरोप है कि क्षेत्रीय विधायक और अन्य लोगों की की मिलीभगत से उनके गांव मरोड़ा को खिर्सू ब्लॉक में शामिल किया गया है. ग्रामीणों का कहना है कि उनके गांव को अगर पहले की तरह पाबौ ब्लॉक में शामिल नहीं किया गया तो वे उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे.
ग्रामीण प्रेम बल्लभ पंत का कहना है कि वह पाबौ ब्लॉक के नजदीक वाले गांव में रहते हैं. जब से उनके गांव को खिर्सू ब्लॉक में सम्मिलित कर दिया गया है. तब से सभी को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. उनका आरोप है कि गांव को बिना किसी प्रस्ताव के ही अन्य ब्लॉक में शामिल कर दिया गया है. ऐसे में ग्रामीणों को हर काम के लिए करीब 25 से 30 किलोमीटर दूर जाना पड़ेगा.उनकी मांग है कि उन्हें पूर्व की तरह पाबौ ब्लॉक में ही रखा जाए ताकि जरूरी कार्यों के लिए उन्हें बेवजह परेशान न होना पड़े.
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वहीं , पौड़ी के अपर जिलाधिकारी एसके बरनवाल ने कहा कि श्रीनगर नगरपालिका में खिर्सू के कुछ गांव को सम्मिलित कर दिया गया था. जिसके बाद पाबौ ब्लॉक के मरोड़ा गांव को भी सम्मिलित कर दिया गया है. ग्रामीणों का मांग है कि उन्हें पहले की तरह पाबौ ब्लॉक में रखा जाए. इसके लिए जिला विकास अधिकारी को जिम्मेदारी सौंपी है. जिला विकास अधिकारी गांव वालों के साथ बैठकर इस समस्या पर चर्चा कर सकारात्मक परिणाम निकालते हुए ग्रामीणों की मांग को पूरा किया जाए.