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पेयजल की समस्या से मुक्त होगा कोटद्वार, शासन को भेजा गया झील का प्रस्ताव

कोटद्वार के लोगों की पानी की समस्या जल्द ही खत्म होने जा रही है. सिंचाई खंड दुगड्डा कोटद्वार के लिए तीन झीलें बनाने जा रहा है, जिसमें एक झील पेयजल के लिए होगी. अब शहर की एक बड़ी आबादी को पेयजल संकट से मुक्ति मिलेगी.

Kotdwar Hindi News
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Published : Feb 13, 2020, 11:54 AM IST

कोटद्वार: सरकार द्वारा पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पौड़ी जिले के सकमुंडा और थलनदी में प्रस्तावित झील को धन स्वीकृति का इंतजार है. वहीं अब राष्ट्रीय राजमार्ग 534 पर कोटद्वार दुगड्डा के बीच दुर्गा मंदिर के समीप पेयजल के लिए एक झील बनाने की योजना तैयार की जा रही है. जिससे कोटद्वार नगर क्षेत्र में लोगों की पानी की समस्या को निस्तारण किया जा सके.

सकमुंडा और थलनदी में बनने जा रही पेयजल झील.

वहीं, पूरे मामले पर अधिशासी अभियंता सुबोध मैठाणी ने बताया कि कोटद्वार-दुगड्डा के बीच बनने वाली झील की सैद्धांतिक रूप से उनके पास कोई स्वीकृति नहीं आई है. जबकि, थलनदी और सकमुंडा की डीपीआर तैयार कर धन स्वीकृति के लिए शासन को भेजी गई है. दुर्गा देवी के पास बनने वाली झील के पीएफआर पर कार्य चल रहा है.

पढ़ें- कांग्रेस ने किया CAA का विरोध, सरकार से की NRU लागू करने की मांग

अधिशासी अभियंता के मुताबिक, राष्ट्रीय राजमार्ग-534 पर बनने वाली झील में एक समय साढ़े बाईस लाख लीटर पानी पेयजल के लिए पाइप लाइनों में छोड़ा जा सकता है. इसकी ऊंचाई साढ़े नौ मीटर होगी. झील में कुल 45 लाख लीटर पानी रोकने की क्षमता होगी. क्योंकि, कोटद्वार शहर में इस झील से दो बार पेयजल की सप्लाई होगी. जिसमें एक समय साढ़े बाईस लाख लीटर पानी पेयजल के लिए सप्लाई किया जाएगा.

कोटद्वार: सरकार द्वारा पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पौड़ी जिले के सकमुंडा और थलनदी में प्रस्तावित झील को धन स्वीकृति का इंतजार है. वहीं अब राष्ट्रीय राजमार्ग 534 पर कोटद्वार दुगड्डा के बीच दुर्गा मंदिर के समीप पेयजल के लिए एक झील बनाने की योजना तैयार की जा रही है. जिससे कोटद्वार नगर क्षेत्र में लोगों की पानी की समस्या को निस्तारण किया जा सके.

सकमुंडा और थलनदी में बनने जा रही पेयजल झील.

वहीं, पूरे मामले पर अधिशासी अभियंता सुबोध मैठाणी ने बताया कि कोटद्वार-दुगड्डा के बीच बनने वाली झील की सैद्धांतिक रूप से उनके पास कोई स्वीकृति नहीं आई है. जबकि, थलनदी और सकमुंडा की डीपीआर तैयार कर धन स्वीकृति के लिए शासन को भेजी गई है. दुर्गा देवी के पास बनने वाली झील के पीएफआर पर कार्य चल रहा है.

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अधिशासी अभियंता के मुताबिक, राष्ट्रीय राजमार्ग-534 पर बनने वाली झील में एक समय साढ़े बाईस लाख लीटर पानी पेयजल के लिए पाइप लाइनों में छोड़ा जा सकता है. इसकी ऊंचाई साढ़े नौ मीटर होगी. झील में कुल 45 लाख लीटर पानी रोकने की क्षमता होगी. क्योंकि, कोटद्वार शहर में इस झील से दो बार पेयजल की सप्लाई होगी. जिसमें एक समय साढ़े बाईस लाख लीटर पानी पेयजल के लिए सप्लाई किया जाएगा.

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