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कोटद्वार की इस सड़क पर चलना सावधानी से, कब आ जाए मौत किसी को नहीं पता - लोक निर्माण विभाग दुगड्डा खंड

कोटद्वार के डाडामंडी राजबाट द्वारीखाल मार्ग दे रही हादसों को न्योता. मेंटेनेंस के आभाव में सड़क की हालत खस्ता.

कोटद्वार डाडामंडी राजबाट द्वारीखाल मार्ग.
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Published : Jun 4, 2019, 6:20 PM IST

कोटद्वार: डाडामंडी राजबाट द्वारीखाल मार्ग इन दिनों काफी खस्ताहाल है. सड़क पर बने पुस्ते जगह-जगह से टूट गए हैं और मार्ग भी कई जगहों पर बुरी तरह से धस गया है. उखड़ी सड़क के दोनों किनारे झाड़ियां ही झाड़ियां उगी हैं. सड़क पर वाहन चलाना तो दूर यहां पैदल चलना भी काफी खतरनाक है. सड़क की हालत देखकर ऐसा लगता है कि स्थानीय प्रशासन धुमाकोट बस हादसे जैसे किसी बड़ी दुर्घटना का इंतजार कर रहा है.

कोटद्वार डाडामंडी राजबाट द्वारीखाल मार्ग खस्ताहाल.

ग्रामीण ध्यान सिंह रावत ने बताया कि राजबाट मोटर मार्ग पर कभी भी कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है. सड़क पर बने पुस्ते पूरी तरह टूट चुके हैं. हालांकि यह सड़क पीडब्ल्यूडी को हैंडओवर कर दी गई है, लेकिन इस सड़क का मेंटेनेंस नहीं किया जा रहा है. ध्यान सिंह ने बताया कि सड़क से संबंधित शिकायत विधायक से लेकर मुख्यमंत्री तक से कर चुके हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई.

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ग्रामीण गंगू देवी का कहना है कि रोड के हालात इतने खराब हैं कि यहां गाड़ी दौड़ाना खतरे से खाली नहीं है. अधिकारी से लेकर जनप्रतिनिधियों तक ये समस्या पहुंचा दी गई है, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला है. उन्होंने बताया कि सड़क के दोनों ओर झाड़ियां उगी हुई हैं, पुस्ते टूटे हुए हैं जिससे हर समय ये डर बना रहता है कि कोई दुर्घटना न हो जाए.

ग्रामीण अर्जुन सिंह का कहना है कि सड़क किनारे बने पुस्ते टूटे होने की वजह से यहां चलने वाली गाड़ियां खाई में गिर जाती हैं. इसके अलावा हल्की बारिश होते ही सड़क और ज्यादा खतरनाक हो जाती है. सड़कों पर पानी भरने से पता ही नहीं चलता की मार्ग में गड्ढ़े हैं, जिसके कारण हादसे होते रहते हैं. ग्रामीण धीरज सिंह रावत ने बताया कि सड़क के इतनी खराब होने के बाद भी एआरटीओ को यहां से यातायात पास होने की मंजूरी नहीं देनी चाहिए. अब तो सड़क पर जीएमओयू की बस को भी चलने की अनुमति दे दी है.

पढ़ें- इस सीमांत क्षेत्र का 'विकास' इन परिवारों के लिये बना 'अभिशाप'

इस मामले पर लोक निर्माण विभाग दुगड्डा खंड के अधिशासी अभियंता निर्भय सिंह ने कहा कि सड़क का एस्टिमेट बनाकर भेज दिया गया है. धनराशि स्वीकृत होने के बाद ही मार्ग पर कार्य किया जाएगा. उन्होंने बताया कि विगत वर्ष भी सड़क का एस्टिमेट बनाकर शासन को भेजा गया था, लेकिन धन की कमी होने का कारण अभी तक मार्ग का सुदृढ़ीकरण का कार्य लटका हुआ है.

कोटद्वार: डाडामंडी राजबाट द्वारीखाल मार्ग इन दिनों काफी खस्ताहाल है. सड़क पर बने पुस्ते जगह-जगह से टूट गए हैं और मार्ग भी कई जगहों पर बुरी तरह से धस गया है. उखड़ी सड़क के दोनों किनारे झाड़ियां ही झाड़ियां उगी हैं. सड़क पर वाहन चलाना तो दूर यहां पैदल चलना भी काफी खतरनाक है. सड़क की हालत देखकर ऐसा लगता है कि स्थानीय प्रशासन धुमाकोट बस हादसे जैसे किसी बड़ी दुर्घटना का इंतजार कर रहा है.

कोटद्वार डाडामंडी राजबाट द्वारीखाल मार्ग खस्ताहाल.

ग्रामीण ध्यान सिंह रावत ने बताया कि राजबाट मोटर मार्ग पर कभी भी कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है. सड़क पर बने पुस्ते पूरी तरह टूट चुके हैं. हालांकि यह सड़क पीडब्ल्यूडी को हैंडओवर कर दी गई है, लेकिन इस सड़क का मेंटेनेंस नहीं किया जा रहा है. ध्यान सिंह ने बताया कि सड़क से संबंधित शिकायत विधायक से लेकर मुख्यमंत्री तक से कर चुके हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई.

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ग्रामीण गंगू देवी का कहना है कि रोड के हालात इतने खराब हैं कि यहां गाड़ी दौड़ाना खतरे से खाली नहीं है. अधिकारी से लेकर जनप्रतिनिधियों तक ये समस्या पहुंचा दी गई है, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला है. उन्होंने बताया कि सड़क के दोनों ओर झाड़ियां उगी हुई हैं, पुस्ते टूटे हुए हैं जिससे हर समय ये डर बना रहता है कि कोई दुर्घटना न हो जाए.

ग्रामीण अर्जुन सिंह का कहना है कि सड़क किनारे बने पुस्ते टूटे होने की वजह से यहां चलने वाली गाड़ियां खाई में गिर जाती हैं. इसके अलावा हल्की बारिश होते ही सड़क और ज्यादा खतरनाक हो जाती है. सड़कों पर पानी भरने से पता ही नहीं चलता की मार्ग में गड्ढ़े हैं, जिसके कारण हादसे होते रहते हैं. ग्रामीण धीरज सिंह रावत ने बताया कि सड़क के इतनी खराब होने के बाद भी एआरटीओ को यहां से यातायात पास होने की मंजूरी नहीं देनी चाहिए. अब तो सड़क पर जीएमओयू की बस को भी चलने की अनुमति दे दी है.

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इस मामले पर लोक निर्माण विभाग दुगड्डा खंड के अधिशासी अभियंता निर्भय सिंह ने कहा कि सड़क का एस्टिमेट बनाकर भेज दिया गया है. धनराशि स्वीकृत होने के बाद ही मार्ग पर कार्य किया जाएगा. उन्होंने बताया कि विगत वर्ष भी सड़क का एस्टिमेट बनाकर शासन को भेजा गया था, लेकिन धन की कमी होने का कारण अभी तक मार्ग का सुदृढ़ीकरण का कार्य लटका हुआ है.

Intro:एंकर- डाडामंडी राजबाट द्वारीखाल मार्ग कि इन दिनों खस्ता हालत हो रखी है सड़क पर बने पुस्ते जगह-जगह टूटे हुए सड़क कई धसी हुई है तो कहीं उखड़ी हुई है सड़क के दोनों किनारे झाड़ियां ही झाड़ियां उगी हुई है सड़क पर वाहन चलाने तो बहुत बड़ी बात है पैदल चलना भी मुश्किल हो रखा है लेकिन विभागीय अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं सड़क के हालत देखकर ऐसा लगता है कि स्थानीय प्रशासन धुमाकोट बस हादसे जैसी किसी बड़ी दुर्घटना का इंतजार में बैठे है।


Body:वीओ1- ग्रामीण ध्यान सिंह रावत ने कहा कि राजबाट मोटर मार्ग इस प्रकार बनाया हुआ है कि कभी भी कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है सड़क पर बने पुस्ते पूरी तरह टूट चुके हैं पीडब्ल्यूडी के अधिकारी कह रहे कि हमने सड़क को अपने हैंडोवर ले ली है लेकिन पीडब्ल्यूडी के कोई अधिकारी कर्मचारी इस सड़क पर काम करते हुए नहीं दिखाई देते हैं यातायात के लिए बहुत मुश्किल हो रही है सड़क की शिकायत हमने विधायक से लेकर मुख्यमंत्री तक की लेकिन हमारे ज्ञापन कहां जाते हैं यह हमें पता नहीं चलता। बाइट ध्यान सिंह रावत वीओ2- ग्रामीण गंगू देवी का कहना है कि रोड की हालत बहुत खराब हो रखी है सड़क पर गाड़ी चलने लायक नहीं है अधिकारी से लेकर जनप्रतिनिधियों सड़क का ध्यान नहीं दे रहे हैं सड़क की दोनों ओर झाड़ियां उगी हुई है पुस्ते टूटे हुए है, हम लोगों को बहुत परेशानी हो रही है हमें हर समय यह भय बना रहता है कि हमारी सड़क पर बस जारी है कभी कोई बड़ी दुर्घटना ना हो हमें हर समय यही डर सताता रहता है हमारी मांग है कि इस सड़क की मरम्मत अच्छे ढंग से हो। बाइट गंगो देवी वीओ4- ग्रामीण अर्जुन सिंह का कहना है कि सड़क में जगह-जगह पुस्ते टूटे हुए है सड़क के किनारे बने पुस्ते दो-तीन महीने में ही टूट कर खाई में चले गए जून के माह में हल्की सी बारिश में ही पुस्ते खाई में चले गए बरसात में तो खैर कहना ही क्या है सड़क की बहुत बुरी हाल हो चुकी है गांव वाले पूरे परेशान है झाड़ी इतनी लंबी हो रखी है कि सड़क पर चलने वाली गाड़ी के ऊपर तक गाड़ियां पहुच गयी है सड़क पर पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। बाइट अर्जुन सिंह विओ5- ग्रामीण धीरज सिंह रावत का कहना है कि सड़क की दोनों और झाड़ियों हो गयी है जब से सड़क बनी होगी तब से कोई भी विभाग के अधिकारी कर्मचारी सड़क को देखने नहीं आया सड़क की बहुत बुरी हालत हो रही है ग्रामीणों को बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है सड़क के किनारे बने पुस्ते जगह-जगह टूट चुके हैं लेकिन कोई ध्यान नहीं दे रहा है एआरटीओ ने भी सड़क की बुरी हाल होते हुए भी उसे यातायात के लिए पास कर दिया है आजकल सड़क पर जी एम ओ यू की बस चल रही है ग्रामीणों ने बताया कि सड़क पर कई जगह में ऐसे मोड़ है कि जहां पर गाड़ियां घूम नहीं सकती जगह-जगह सड़क उखड़ी पड़ी है सड़क यातायात के लायग नहीं है कभी भी कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है। बाइट धीरज सिंह रावत


Conclusion:वीओ5- वहीं पूरे मामले पर जब लोक निर्माण विभाग दुगड्डा खंड के अधिशासी अभियंता निर्भय सिंह से बात की गई तो उनका कहना है कि सड़क का स्टीमेट बनाकर भेज दिया गया है धन की स्वीकृति होने के बाद ही मार्ग पर कार्य किया जाएगा विगत वर्ष में भी सड़क का स्टीमेट बनाकर शासन को भेजा गया था लेकिन धन की कमी होने का कारण स्टूडेंट सिर से नहीं हो पाया जिस कारण अभी तक मार्ग का सुदृढ़ीकरण का कार्य लटका हुआ है निर्भय सिंह अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग दुगड्डा
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