कोटद्वार: कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के अंतर्गत कालागढ़ टाइगर रिजर्व फॉरेस्ट की पाखरों रेंज में विवादों में घिरी टाइगर सफारी का लोकार्पण 28 नवंबर को होगा. इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शामिल होने के कयास भी लगाये जा रहे हैं. हालांकि आधिकारिक रूप से अभी तक कोई पुष्टि नहीं हुई.
जानकारी के मुताबिक साल 2019 में कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के भ्रमण पर आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पार्क क्षेत्र में टाइगर सफारी बनाने की घोषणा की थी. जिसके बाद वन महकमे ने टाइगर सफारी के लिए कालागढ़ टाइगर रिजर्व फॉरेस्ट की पाखरों रेंज में 106 हेक्टेयर भूमि चयनित की थी.
साल 2020 में 11 दिसंबर को वन मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने टाइगर सफारी का शिलान्यास किया था. इसके साथ ही टाइगर सफारी में बाघ बाड़ों का निर्माण भी शुरू कर दिया था. वर्तमान में एक बाड़ा बनकर तैयार हो गया है, जबकि दूसरा बाड़ा नवंबर माह के अंत तक तैयार होने की संभावना है.
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कालागढ़ टाइगर रिजर्व के डीएफओ किशन चंद ने बताया कि पहले बाड़े में 25 नवंबर तक एक बाघ-बाघिन का जोड़ा जोड़ा जाएगा. दूसरे बाड़े में दिसंबर माह के अंत तक बाघ-बाघिन का एक और जोड़ा छोड़ा जाएगा. डीएफओ ने बताया कि लोकार्पण कार्यक्रम में कौन-कौन शामिल होंगे, इसके लिए शासन स्तर पर वार्ता चल रही है. उन्होंने बताया कि 14 नवंबर रविवार को वन मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत कोटद्वार में टाइगर सफारी की वेबसाइट का लोकार्पण करेंगे. इसके बाद वेबसाइट पर पर्यटक टाइगर सफारी के लिए बुकिंग कर सकेंगे.