श्रीनगरः कहते हैं अगर मन में इच्छा शक्ति और आस्था हो तो भक्ति की राह कभी कठिन नहीं हो सकती है. ऐसे ही भक्ति यात्रा पर निकले हैं, झारखंड के रहने वाले विराट सिंह. विराट पैदल ही विभिन्न मठ मंदिरों की यात्रा पर निकले हैं. जिसके पीछे का उद्देश्य विराट ने धर्म की रक्षा बताया है. उनका कहना है कि आप धर्म की रक्षा करो तो धर्म आप की रक्षा करेगा. जब 23 साल के विराट श्रीनगर पहुंचे तो स्थानीय लोगों ने उनका जोरदार स्वागत किया. यहां विराट कुछ देर के लिए रुके. जिसके बाद आगे गौरीकुंड के लिए बढ़ गए.
बता दें कि विराट सिंह मूल रूप से झारखंड के जिला गिरडी के सरिया गांव के रहने वाले हैं. उनके पिता फ्रूट होलसेल विक्रेता हैं. जबकि, मां गृहिणी हैं. विराट के दो भाई-बहन हैं. उन्होंने ही विराट को इस कठिन यात्रा के लिए प्रेरित किया. ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए विराट ने बताया कि जब वो मैदानी इलाके में पैदल यात्रा कर रहे थे तो रोजाना करीब 45 किलोमीटर का सफर तक किया करते थे, लेकिन पहाड़ की कठिन चढ़ाई और घुमावदार रोड के चलते वो 25 से 30 किलोमीटर की यात्रा ही हर रोज कर पा रहे हैं.
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विराट ने बताया कि वो मठ मंदिरों में ही रुकते हैं. साधु संत उन्हें प्रसाद के तौर पर जो देते हैं, उसी का भोजन कर आगे की यात्रा करते हैं. रात के समय मठ मंदिर में ही सो कर अगले दिन वे अपनी यात्रा पूरी करते हैं. ईटीवी भारत से बात करते हुए विराट ने बताया कि अब तक वो 3900 किलोमीटर की यात्रा कर चुके हैं. जिसमें वे काशी विश्वनाथ, विंध्याचल, अयोध्या, कटरा हनुमान मंदिर, उज्जैन, नीलकंठ, हरिद्वार, ऋषिकेश के विभिन्न मठ मंदिरों के दर्शन कर चुके हैं. अब वे प्रदेश के चार धामों समेत मार्ग में पढ़ने वाले मंदिरों के दर्शन करेंगे.
विराट सिंह इस समय सरिया कॉलेज से बीए इंग्लिश ऑनर्स की पढ़ाई कर रहे हैं. विराट ने इस यात्रा की शुरुआत 9 अक्टूबर 2022 को की थी. आज उनकी यात्रा का 138 वां दिन है. इसके तहत वे श्रीनगर गढ़वाल पहुंचे, जहां से विराट ने गौरीकुंड के लिए प्रस्थान किया. वहीं, उनकी इस यात्रा पर बोलते हुए स्थानीय निवासी कार्तिक बहुगुणा और अनूप बहुगुणा का कहना है कि इस उम्र में विराट का ये कार्य साहसिक तो है ही लेकिन धर्म के प्रति उनकी आस्था काबिले तारीफ भी है.
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