कोटद्वार/श्रीनगर: पौड़ी जिले की यमकेश्वर विधानसभा क्षेत्र में 23 सितंबर 2022 की रात जेसीबी से वनंत्रा रिजॉर्ट तोड़ने वाले जेसीबी ऑपरेटर ने 22 दिसंबर को कोटद्वार कोर्ट में अहम गवाही दी. उसने बताया उस रात रिजॉर्ट को दो बार तुड़वाया गया था. पहले तत्कालीन एसडीएम और पुलिसकर्मियों की देखरेख में रिजॉर्ट की बाहरी दीवार तुड़वाई गई. उसके बाद देर रात एक बजे विधायक ने जेसीबी को दोबारा बुलवाकर शटर और जंगला तोड़ने को कहा गया.
जेसीबी चालक ऋषिकेश श्यामपुर में एक व्यक्ति की जेसीबी चलाता था. उसने कोर्ट को दिए बयान में बताया कि अपने मालिक के निर्देश पर ही वो 23 सितंबर 2022 को जेसीबी मशीन लेकर वनंत्रा रिजॉर्ट गया. तब तत्कालीन उपजिलाधिकारी के निर्देश पर रिजॉर्ट का गेट व बाउंड्री वॉल तोड़ी गई थी. एसडीएम के साथ वहां पुलिस मौजूद थी.
उसके बाद ड्राइवर जेसीबी लेकर हरिद्वार निकल गया था, लेकिन जैसे ही वो शिवपुरी के पास पहुंचा तो उसके पास विधायक के पीए का फोन आया और उसे दोबारा से वनंत्रा रिजॉर्ट पहुंचने को कहा गया. फोन करने वाले का नंबर उसके फोन पर आया था. वनंत्रा रिजॉर्ट पहुंचने पर विधायक रिजॉर्ट में मिलीं. विधायक ने वनंत्रा रिजॉर्ट का शटर, जंगला तोड़ने को कहा गया. विधायक के कहने पर जेसीबी चालक ने शटर, जंगला और उससे लगी दो कमरों की दीवार, जिन पर खिड़कियां थीं, उनको तोड़ा. जेसीबी चालक ने अपने बयान में बताया है कि उस दिन विधायक द्वारा उसे बगल वाले रिजॉर्ट में ठहराया गया और कहा गया कि सुबह आगे की कार्रवाई होगी. अगले दिन 24 सितंबर को कोई नहीं आया तो मालिक के कहने पर वो वापस आ गया.
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वहीं, जब इस बारे में बचाव पक्ष (आरोपी पुलकित आर्य) के वकील अमित सजवाण से फोन पर बात की गई तो उन्होंने बताया कि जितने भी गवाह पेश किए जा रहे हैं वो सभी बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं. आने वाले समय में सच सामने आ जाएगा. वहीं, अंकिता के पिता वीरेंद्र भंडारी ने पहाड़ के लोगों से बेटियों की अस्मिता बचाने और सरकार से अपने रोजगार के हक मांगने के लिए आगामी 24 दिसम्बर को देहरादून के परेड ग्राउंड में आयोजित होने वाली मूल निवास स्वाभिमान महारैली को सफल बनाने की अपील भी की है.
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बता दें कि, पौड़ी जिले के श्रीकोट की रहने वाली अंकिता भंडारी यमकेश्वर क्षेत्र स्थित वनंत्रा रिसॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट थी. 19 साल की अंकिता भंडारी 18 सितंबर 2022 को अचानक वनंत्रा रिजॉर्ट से लापता हो गई थी. इसके बाद वनंत्रा रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य ने अंकिता के घरवालों को गुमराह करने के लिए गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई. अंकिता का शव करीब एक हफ्ते बाद 24 सितंबर को चीला नहर से बरामद हुआ. पुलकित आर्य और उसके दो साथी अंकित गुप्ता और सौरभ भास्कर पर आरोप है कि तीनों ने अंकिता को चीला नहर में धक्का दे दिया था. पुलकित आर्य पर आरोप है कि वो अंकिता भंडारी से रिजॉर्ट में गलत काम कराना चाहता था, जिसके लिए अंकिता भंडारी ने साफ इनकार कर दिया था.