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अंकिता भंडारी हत्याकांड: कोर्ट में इन्वेस्टिगेशन ऑफिसर ने बताया क्या हुआ था घटना की रात, बयान हुए दर्ज

Ankita Bhandari murder case अंकिता भंडारी हत्याकांड के जांच अधिकारी ने कोटद्वार कोर्ट में अपने बयान दर्ज कराए. अधिकारी ने कोर्ट में अपने लिखित में बयान दर्ज करते हुए बताया कि घटना वाली रात को क्या हुआ था. कोर्ट ने अधिकारी को अगली सुनवाई पर भी उपस्थित होने के निर्देश दिए हैं.

ANKITA BHANDARI CASE
अंकिता भंडारी
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Dec 9, 2023, 1:41 PM IST

कोटद्वारः पौड़ी के कोटद्वार अपर जिला एवं सत्र न्यायालय में आज उत्तराखंड के बहुचर्चित अंकिता भंडारी हत्याकांड मामले पर सत्र परीक्षण में तत्कालीन जांच अधिकारी के लिखित बयानों के बाद कोर्ट में बयान दर्ज किए गए. मामले पर अगली सुनवाई 15 दिसंबर को होगी. कोर्ट ने जांच अधिकारी को 15 दिसंबर को फिर से मौजूद होने के निर्देश दिए हैं.

अंकिता भंडारी हत्याकांड के तत्कालीन जांच अधिकारी एसएसआई मनोहर सिंह ने कोटद्वार न्यायालय को बताया कि वनंत्रा रिसॉर्ट में पूछताछ में अन्य कर्मियों ने बताया कि 18 सितंबर घटना के दिन वनंत्रा रिसॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य और अंकिता के बीच कहासुनी हुई थी. वनंत्रा रिसॉर्ट की रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी ने मदद की मांग भी की थी. 18 सितंबर घटना वाले दिन शाम को अंकिता, पुलकित आर्य, अंकित गुप्ता और सौरभ भास्कर के साथ रिसॉर्ट से बाइक और स्कूटी से बाहर निकली थी. रात को पुलकित आर्य, अंकित गुप्ता और सौरभ भास्कर रिसॉर्ट में आए लेकिन उनके साथ अंकिता नहीं थी. अंकिता के रिसॉर्ट में वापस ना आने पर अन्य कर्मचारियों को संदेह हुआ था.

तत्कालीन जांच अधिकारी एसएसआई मनोहर सिंह रावत ने न्यायालय को बताया कि मेरे द्वारा ही घटना स्थल पर जाकर वनंत्रा रिसॉर्ट के सभी कर्मचारियों के बयान दर्ज किए गए. कोर्ट को मेरे द्वारा दिए गए दस्तावेज में हस्ताक्षर भी मेरे ही हैं. अंकिता भंडारी के अधिवक्ता अजय पंत ने बताया कि अंकिता हत्याकांड के पहले जांच अधिकारी एसएसआई मनोहर सिंह रावत ने न्यायालय में पेश हुए. हत्याकांड के बचाव पक्ष के अधिवक्ता ने जांच अधिकारी के बयानों की परीक्षा ली. लेकिन जांच अधिकारी अपने लिखित बयानों पर कायम रहे. कोर्ट ने एसएसआई मनोहर सिंह रावत को 15 दिसंबर 2023 को न्यायालय में फिर प्रस्तुत होने के निर्देश दिए हैं.
ये भी पढ़ेंः अंकिता भंडारी मर्डर केस में अहम रहा आज का दिन, दर्ज हुए मुख्य गवाह पुष्पदीप के बयान

अंकिता भंडारी हत्याकांड: पौड़ी जिले के श्रीकोट की रहने वाली अंकिता भंडारी यमकेश्वर क्षेत्र स्थित वनंत्रा रिसॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट थी. 19 साल की अंकिता भंडारी 18 सितंबर 2022 को अचानक वनंत्रा रिसॉर्ट से लापता हो गई थी. इसके बाद वनंत्रा रिसॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य ने अंकिता के घरवालों को गुमराह करने के लिए गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई. हालांकि अंकिता का शव करीब एक हफ्ते बाद 24 सितंबर को चीला नहर से बरामद हुआ था.

पुलकित आर्य और उसके दो साथी अंकित गुप्ता और सौरभ भास्कर पर आरोप है कि तीनों ने अंकिता को चीला नहर में धक्का दे दिया था. पुलकित आर्य पर आरोप है कि वो अंकिता भंडारी से रिसॉर्ट में गलत काम कराना चाहता था. जिसके लिए अंकिता भंडारी ने साफ इनकार कर दिया था.

कोटद्वारः पौड़ी के कोटद्वार अपर जिला एवं सत्र न्यायालय में आज उत्तराखंड के बहुचर्चित अंकिता भंडारी हत्याकांड मामले पर सत्र परीक्षण में तत्कालीन जांच अधिकारी के लिखित बयानों के बाद कोर्ट में बयान दर्ज किए गए. मामले पर अगली सुनवाई 15 दिसंबर को होगी. कोर्ट ने जांच अधिकारी को 15 दिसंबर को फिर से मौजूद होने के निर्देश दिए हैं.

अंकिता भंडारी हत्याकांड के तत्कालीन जांच अधिकारी एसएसआई मनोहर सिंह ने कोटद्वार न्यायालय को बताया कि वनंत्रा रिसॉर्ट में पूछताछ में अन्य कर्मियों ने बताया कि 18 सितंबर घटना के दिन वनंत्रा रिसॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य और अंकिता के बीच कहासुनी हुई थी. वनंत्रा रिसॉर्ट की रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी ने मदद की मांग भी की थी. 18 सितंबर घटना वाले दिन शाम को अंकिता, पुलकित आर्य, अंकित गुप्ता और सौरभ भास्कर के साथ रिसॉर्ट से बाइक और स्कूटी से बाहर निकली थी. रात को पुलकित आर्य, अंकित गुप्ता और सौरभ भास्कर रिसॉर्ट में आए लेकिन उनके साथ अंकिता नहीं थी. अंकिता के रिसॉर्ट में वापस ना आने पर अन्य कर्मचारियों को संदेह हुआ था.

तत्कालीन जांच अधिकारी एसएसआई मनोहर सिंह रावत ने न्यायालय को बताया कि मेरे द्वारा ही घटना स्थल पर जाकर वनंत्रा रिसॉर्ट के सभी कर्मचारियों के बयान दर्ज किए गए. कोर्ट को मेरे द्वारा दिए गए दस्तावेज में हस्ताक्षर भी मेरे ही हैं. अंकिता भंडारी के अधिवक्ता अजय पंत ने बताया कि अंकिता हत्याकांड के पहले जांच अधिकारी एसएसआई मनोहर सिंह रावत ने न्यायालय में पेश हुए. हत्याकांड के बचाव पक्ष के अधिवक्ता ने जांच अधिकारी के बयानों की परीक्षा ली. लेकिन जांच अधिकारी अपने लिखित बयानों पर कायम रहे. कोर्ट ने एसएसआई मनोहर सिंह रावत को 15 दिसंबर 2023 को न्यायालय में फिर प्रस्तुत होने के निर्देश दिए हैं.
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अंकिता भंडारी हत्याकांड: पौड़ी जिले के श्रीकोट की रहने वाली अंकिता भंडारी यमकेश्वर क्षेत्र स्थित वनंत्रा रिसॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट थी. 19 साल की अंकिता भंडारी 18 सितंबर 2022 को अचानक वनंत्रा रिसॉर्ट से लापता हो गई थी. इसके बाद वनंत्रा रिसॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य ने अंकिता के घरवालों को गुमराह करने के लिए गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई. हालांकि अंकिता का शव करीब एक हफ्ते बाद 24 सितंबर को चीला नहर से बरामद हुआ था.

पुलकित आर्य और उसके दो साथी अंकित गुप्ता और सौरभ भास्कर पर आरोप है कि तीनों ने अंकिता को चीला नहर में धक्का दे दिया था. पुलकित आर्य पर आरोप है कि वो अंकिता भंडारी से रिसॉर्ट में गलत काम कराना चाहता था. जिसके लिए अंकिता भंडारी ने साफ इनकार कर दिया था.

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