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मतदाता सूची में वोटरों के आंकड़ों में भारी अंतर, जिलाधिकारी बोले कराई जाएगी जांच - पंचायत चुनाव 2019

पंचायत चुनाव 2019 के लिए वोटर लिस्ट जारी हो चुकी है. वोटर लिस्ट में उन लोगों के नाम भी शामिल हैं जो गांव में हैं ही नहीं. इस पर प्रभारी जिलाधिकारी का कहना है कि ऐसे मामलों की जांच कराई जाएगी और दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी.

पहाड़ से पलायन
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Published : Sep 20, 2019, 9:03 AM IST

Updated : Sep 20, 2019, 10:23 AM IST

पौड़ी: पहाड़ से लोग पलायन तो कर चुके हैं लेकिन लोगों ने अपने नाम वोटर लिस्ट से नहीं हटवाए हैं. जिस कारण गांव में रह रहे लोगों और वोटर लिस्ट में दर्ज लोगों के नामों में काफी अंतर देखने को मिल रहा है. पंचायत चुनाव 2019 के लिए जारी हुई मतदान सूची में देखा जा रहा है कि अधिकतर ऐसे गांव हैं, जहां बहुत ही कम परिवार निवास कर रहे हैं. लेकिन जो मतदाता सूची में लोगों के नाम हैं. वह गांव में रहने वाले लोगों से दोगुने हैं.

मतदाता सूची में वोटरों के आंकड़ों में भारी अंतर

पिछले चुनाव के आंकड़ों पर गौर करें तो जब गांव में करीब 85 परिवार रहते थे, तब 262 मतदाता ही थे. अब गांव खाली हो चुका है. गांव में करीब 35 परिवार ही बचे हैं. तो वोटर लिस्ट में करीब 346 नाम दर्ज हैं. जबकि गांव में सिर्फ 150 लोग ही रहते हैं.

बैग्वाड़ी निवासी मनोधर बताते हैं कि लोग अपने व्यक्तिगत फायदे के लिए बाहर रहने वाले लोगों का नाम मतदाता सूची में दर्ज करवा रहे हैं, जबकि सालों से बाहर रह रहे हैं. गांव में रहने वाले लोगों और मतदाता सूची में दर्ज नामों में काफी अंतर नजर आ रहा है. वहीं, अब जिला प्रशासन की ओर से इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच करवाने की बात कह रही है.

पढ़ें- पंचायत चुनाव: फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दे सकती है सरकार, लेकिन ये मुश्किलें आएंगी सामने

वहीं इस मामले में प्रभारी जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने कहा कि उन्होंने इस तरह के आंकड़ों में अंतर की शिकायत मिली है. गांव में इसका सर्वे कराया जाएगा और दोषियों पर आवश्य कार्रवाई की जाएगी.

पौड़ी: पहाड़ से लोग पलायन तो कर चुके हैं लेकिन लोगों ने अपने नाम वोटर लिस्ट से नहीं हटवाए हैं. जिस कारण गांव में रह रहे लोगों और वोटर लिस्ट में दर्ज लोगों के नामों में काफी अंतर देखने को मिल रहा है. पंचायत चुनाव 2019 के लिए जारी हुई मतदान सूची में देखा जा रहा है कि अधिकतर ऐसे गांव हैं, जहां बहुत ही कम परिवार निवास कर रहे हैं. लेकिन जो मतदाता सूची में लोगों के नाम हैं. वह गांव में रहने वाले लोगों से दोगुने हैं.

मतदाता सूची में वोटरों के आंकड़ों में भारी अंतर

पिछले चुनाव के आंकड़ों पर गौर करें तो जब गांव में करीब 85 परिवार रहते थे, तब 262 मतदाता ही थे. अब गांव खाली हो चुका है. गांव में करीब 35 परिवार ही बचे हैं. तो वोटर लिस्ट में करीब 346 नाम दर्ज हैं. जबकि गांव में सिर्फ 150 लोग ही रहते हैं.

बैग्वाड़ी निवासी मनोधर बताते हैं कि लोग अपने व्यक्तिगत फायदे के लिए बाहर रहने वाले लोगों का नाम मतदाता सूची में दर्ज करवा रहे हैं, जबकि सालों से बाहर रह रहे हैं. गांव में रहने वाले लोगों और मतदाता सूची में दर्ज नामों में काफी अंतर नजर आ रहा है. वहीं, अब जिला प्रशासन की ओर से इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच करवाने की बात कह रही है.

पढ़ें- पंचायत चुनाव: फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दे सकती है सरकार, लेकिन ये मुश्किलें आएंगी सामने

वहीं इस मामले में प्रभारी जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने कहा कि उन्होंने इस तरह के आंकड़ों में अंतर की शिकायत मिली है. गांव में इसका सर्वे कराया जाएगा और दोषियों पर आवश्य कार्रवाई की जाएगी.

Intro:जनपद पौड़ी में लगातार हो रहे पलायन और खाली होते गांव एक गंभीर समस्या बनती जा रही है। वहीं पंचायत चुनाव के लिए जारी हुई सूची में देखा जा रहा है कि अधिकतर ऐसे गांव हैं जहां की बहुत ही कम परिवार निवास कर रहे हैं लेकिन जो मतदाता सूची में लोगों के नाम हैं वह गांव में रहने वाले लोगों से दुगने हैं ताजा उदाहरण पौड़ी के बैंग्वाडी गांव का है जहां पर पिछले पंचायत चुनाव में 262 मतदाता थे और इस साल करीब 346 मतदाता पंचायत चुनाव की सूची में है। गांव में रहने वाले ग्रामीणों और मतदाता सूची में दर्ज नामों में काफी अंतर नजर आ रहा है ग्रामीणों का कहना है कि लोग अपने व्यक्तिगत फायदे के लिए गावँ में नाम दर्ज करवा रहे हैं कि लंबे सालों से बाहर रहते हैं वहीं अब जिला प्रशासन की ओर से इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच करवाने की बात कह रही है।


Body:पंचायत चुनाव आते ही गांव में रहने वाले लोगों की संख्या और मतदाता सूची में दर्ज लोगों में काफी अंतर देखने को मिल रहा है जहां एक तरफ पहाड़ों से लगातार पलायन होता जा रहा है और गांव खाली होते जा रहे हैं और गांव में मात्र बुजुर्ग लोग ही रह गए हैं दूसरी ओर देखने को मिल रहा है कि पंचायत चुनाव के समय जो लोगों की जनसंख्या है वह मात्र कागजातों में बढ़ती दिख रही है वहीं गांव में पूर्व की तरह कम लोग ही रह रहे हैं। पौड़ी के समीप बैंग्वाडी गाँव मे करीब 35 परिवार निवास करते हैं और यहां पर वर्तमान जो मतदाता सूची उसमे 346 लोगों का नाम दर्ज है वही गाँव में करीब 150 लोग ही रह है वही शहर के पास होने के चलते गांव की संख्या में थोड़ा सा अंतर देखने को मिलता है।


Conclusion:वही गांव के ग्रामीणों मनोधर ने बताया कि लोग अपने व्यक्तिगत फायदे के लिए बाहर रहने वाले लोगों का नाम मतदाता सूची में दर्ज करवा रहे हैं लेकिन यह लोग कभी गांव रहते ही नहीं है वहीं अन्य चुनाव में अपने-अपने स्थानों पर मतदान करते हैं। प्रभारी जिलाधिकारी हिमांशी खुराना ने कहा कि यदि इस तरह के आंकड़ों में अंतर की शिकायत की जा रही है तो उसकी जांच करवाई जाएगी और बाहर रहने वाले लोग जो गांव में नहीं रहते हैं उनका नाम बाहर और गांव की मतदाता सूची में है तो इसकी भी जांच करवाई जाएगी।
बाईट-मनोधर खुकशाल(ग्रामीण)
बाईट-हिमांशु खुराना(प्रभारी जिलाधिकारी)
Last Updated : Sep 20, 2019, 10:23 AM IST
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