श्रीनगर: उत्तराखण्ड पहले से ही कोविड-19 से जंग लड़ रहा है. ऐसे में अप्रैल-मई में जंगलों में आग लगने की घटनायें भी बढ़ जाती हैं. वन विभाग जंगलों में लगने वाली आग से निपटने के लिए अपनी तैयारी शुरू कर चुका है.
श्रीनगर के पास देवप्रयाग विधानसभा क्षेत्र में आग लगने की छिटपुट घटनायें शुरू हो गयी हैं. दरअसल, यह क्षेत्र आधिकांशत: चीड़ के जगलों से घिरा हुआ है. चीड़ के पिरूल के कारण इस क्षेत्र में आग लगने की घटनायें भी बढ़ जाती हैं. जिसको लेकर वन विभाग ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है.
विभाग ने विभिन्न फायर स्टेशनों में कर्मचारियों की तैनाती करने के साथ आग लगने की घटनाओं की रोकथाम के लिए मॉक ड्रिल भी शुरू कर दी है. जिससे ग्रामीणों की मदद से जंगलों में लगने वाली आग की घटनाओं पर काबू पाया जा सके.
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वन क्षेत्राधिकारी देवेन्द्र पुंडीर ने बताया कि माणिक नाथ रेंज में 22 क्रू स्टेशन गठित किए गए हैं. इनमें सभी वनाधिकारियों को तैनात रहने के आदेश दिए गए हैं. कोरोना वायरस के कारण कर्मियों को सोशल डिस्टेंसिंग फॉलो करने के भी दिशा-निर्देश दिए गए हैं.