श्रीनगर: पहाड़ी इलाकों में हर साल गर्मी के मौसम में आग लगने की घटनाओं का बढ़ना पर्यावरण के लिये चिंता का विषय बनता जा रहा है. इस साल भी गर्मी बढ़ने के साथ ही ये घटनाएं बढ़ने लगी हैं. आज श्रीनगर के बेलकंडी के जंगल दोपहर से धधक रहे हैं. मगर वन विभाग समय पर बेलकंडी तक नहीं पहुंच सका. जिसके कारण यहां दिन पर जंगल जलते रहे.
इससे कुछ रोज पहले भी श्रीनगर के उफल्डा, गंगा दर्शन बैंड, श्रीनगर-खिर्सू रोड के जंगल आग में स्वाह हो गए. आग से यहां की करोड़ों की वन संपदा जलकर राख हो गई. साथ ही यहां के जंगली जानवरों पर भी इसका दुष्प्रभाव पड़ रहा है.
पढ़ें- ग्राम प्रहरियों का मानदेय बढ़कर हुआ 2 हजार, कर्णप्रयाग में 3 मोटर मार्ग को मंजूरी
श्रीनगर में जंगलों में लग रही आग समाप्त होने का नाम नहीं ले रही है. हर रोज नई-नई जगहों पर वनाग्नि की घटनायें सामने आ रही हैं. मगर वन विभाग आग बुझाने में नाकाम होता दिखाई दे रहा है. वन विभाग संसाधनों के अभाव के कारण वनाग्नि की घटना पर काबू नहीं कर पा रहा है.
पढ़ें- गढ़वाल राइफल के सूत्रधार सूबेदार मेजर बलभद्र की मूर्ति का अनावरण
भगीरथी रेंज के प्रमुख वन संरक्षक धीरेंद्र पांडेय ने बताया कि वनाग्नि की घटनाओं को रोकने के लिए संसाधनों को जुटाया जा रहा है. जल्द ही रुद्रप्रयाग, टिहरी और पौड़ी में संसाधनों को बढ़ाने की कोशिश की जा रही है. उन्नत उपकरणों से विभाग को आने वाले दिनों के लिए अपग्रेड किया जाएगा.