पौड़ी: उत्तराखंड के पौड़ी जिले में हुए बस हादसे में अभीतक 33 बारातियों की जान जा चुकी है. इस हादसे बाद शादियों की खुशियां मातम में बदल गई है. अपने 33 करीबियों की खोने के बाद दुल्हा भी सदमे में है, उसको रो-रोक कर बुरा हाल है. वहीं, दूल्हे ने शादी करने से भी इंकार कर दिया और बिना फेरे लिए ही घर वापस लौट आया. वहीं, कोटद्वार अस्पताल में घायलों का हाल चाल पूछने पहुंचे पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह को देखकर दूल्हा फफक-फफककर रोने लगा.
दरअसल, मंगलवार को हरिद्वार से लालढांग से संदीप की बारात पौड़ी जिले के बीरोंखाल स्थित कांडा गांव के लिए निकली थी. दूल्हा संदीप तो अपनी कार से पहले ही दुल्हन के घर पहुंच गया और बारातियों का इंतजार कर रहा था. इसी बीच खबर आई कि बीरोंखाल क्षेत्र में ही सिमड़ी के पास बारातियों की बस नदी में गिर गई और इस हादसे में 33 लोगों की मौत हो गई. वहीं, कई लोग घायल बताए जा रहे हैं.
वहीं, इस घटना की सूचना मिलते ही दूल्हा-दुल्हन दोनों के घरों में कोहरम मच गया. इस सदमे से आहत दूल्हा संदीप भी पूरी रात कार में ही बैठा रहा. संदीप फोन पर ही रिश्तेदारों और परिचितों की कुशल क्षेम पूछता रहा. दूल्हे संदीप का रो-रोकर बुरा हाल था. दूल्हे संदीप के पास मौजूद लोग उसे सांत्वना देते रहे. वहीं, इस हादसे के बाद संदीप बिना सात फेरे लिए ही अपने घर वापस लौट गया.
बता दें कि बुधवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और हरिद्वार सांसद रमेश पोखरियाल निशंक ने मौके पर जाकर घटना स्थल का जायजा लिया और मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए. वहीं, सरकार की तरफ से मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपए की आर्थिक मदद देने की घोषणा भी गई है.