श्रीनगर: अलकनंदा नदी किनारे मरीन ड्राइव बनने जा रहा है. इसकी डीपीआर बनने की राह आसान होती नजर आ रही है. डीपीआर बनाने के लिए नोएडा की एक फर्म का चयन किया गया है. सभी कागजी प्रकिया पूरी हो चुकी है. बताया जा रहा है कि चयनित फर्म डीपीआर बनाने के बाद उसे बजट की स्वीकृति के लिए सड़क परिवहन मंत्रालय को भेजेगी.
दरअसल, प्रदेश के कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत ने साल 2018 में लोक निर्माण राष्ट्रीय राजमार्ग खण्ड को पंच पीपल से स्वीत तक मरीन ड्राइव बनाने का निर्देश दिया था. ये मरीन ड्राइव दोनों छोरो पर बदरीनाथ हाईवे से जुड़ रहा है. लोक निर्माण विभाग ने 7 किलोमीटर लंबे डबल लेन मार्ग का प्रस्ताव तैयार किया.
ये भी पढ़ें: धामी सरकार ने पेश किया 5720 करोड़ रुपए का अनुपूरक बजट, 7 विधेयक सदन से पास
वहीं, साल 2019 में सड़क परिवहन मंत्रालय की ओर से इस प्रोजेक्ट को मंजूरी मिल गई. लेकिन दो बार डीपीआर बनाने के लिए टेंडर देने के बाद भी किसी फर्म ने इस प्रोजेक्ट में दिलचस्पी नहीं दिखाई. हालांकि कब नोएडा की एक फर्म ने 29 लाख रुपए में डीपीआर बनाने के लिए राजी हो गई है.
ये भी पढ़ें: अफगानिस्तान से लौटे उत्तराखंडियों का CM धामी ने किया स्वागत, 'स्वरोजगार उपलब्ध कराएगी सरकार'
लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता राजीव शर्मा ने बताया कि संबंधित फर्म को अनुमति पत्र जारी होते ही फर्म ड्राइंग, डिज़ाइन और जिओ टेक्निकल सर्वे करके देगी. इसके बाद मरीन ड्राइव पर काम शुरू करा दिया जाएगा.