श्रीनगरः उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम बोर्ड (Uttarakhand Chardham Devasthanam Board) के खिलाफ तीर्थ पुरोहितों का विरोध प्रदर्शन जारी हैं. इसी कड़ी में देवस्थानम बोर्ड को भंग नहीं किए जाने से आक्रोशित तीर्थ पुरोहितों ने देवप्रयाग में सरकार के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया. साथ ही नारेबाजी करते हुए संगम पर राज्य सरकार का पुतला भी फूंका. इस मौके पर तीर्थ पुरोहितों ने कहा कि जब तक सरकार देवस्थानम बोर्ड को भंग नहीं करती उनका प्रदर्शन जारी रहेगा.
साथ ही तीर्थ पुरोहितों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही सरकार देवस्थानम बोर्ड को भंग नहीं करती तो उनके द्वारा 17 सितंबर को चारधाम हकहकूधारी महापंचायत की अगुवाई में मुख्यमंत्री आवास का घेराव किया जाएगा.
देवप्रयाग में चारधाम तीर्थ पुरोहित हक हकूकधारी महापंचायत अध्यक्ष कृष्णकांत कोटियाल व बदरीश पंडा पंचायत कोषाध्यक्ष अशोक टोडरिया की अगुवाई में युवा व बुजुर्ग तीर्थ पुरोहितों ने संगम स्थल पर इकट्ठा होकर सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया व सरकार का पुतला फूंका.
हक हकूकधारी महापंचायत के अध्यक्ष कृष्ण कांत कोटियाल ने कहा कि सरकार प्राचीन धार्मिक परंपराओं से दखल अंदाजी बंद नहीं कर रही है और जोर जबरदस्ती कर इन परंपराओं को खत्म करने पर उतारू है. उन्होंने कहा जबतक देवस्थानम बोर्ड भंग नहीं किया जाता आंदोलन जारी रहेगा. उन्होंने कहा सरकार चारधाम पर निर्भर रहने वाले दुकानदारों, तीर्थपुरोहितों की रोजी रोटी छीनने में लगी है. जहां पूरे प्रदेश में लोगों का आवागमन चल रहा है. वहीं, चारधाम यात्रा को बंद किया हुआ है. उन्होंने सरकार से चारधाम यात्रा को तत्काल शुरू करने की मांग की है.
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डॉ. प्रभात रतूड़ी ने कहा कि सरकार सिर्फ हिन्दू धर्म के पूजा स्थलों व वहां की परंपराओं में मनमानी करती हैं. अन्य धर्मों से छेड़छाड़ करने का साहस उसमें नहीं है. तीर्थ पुरोहितों ने एक स्वर के अपना संघर्ष जारी रखने का संकल्प भी लिया है.