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टूटने की कगार पर बाईं सिंचाई नहर, दर्जनों गांवों पर मंडरा रहा खतरा

सिंचाई खंड दुगड्डा की बाईं मालन नहर पर खतरा मंडरा रहा है, जून 2018 में 60 लाख रुपये की लागत से इस नहर की मरम्मत की गई थी, लेकिन विभागीय अधिकारियों और ठेकेदार की मिलीभगत के कारण एक ही साल में नहर की स्लैब टूटने की कगार पर है.

भाबर क्षेत्र के दर्जनों गांवों पर सिंचाई का संकट
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Published : Jul 28, 2019, 3:11 PM IST

कोटद्वार: सिंचाई खंड दुगड्डा की मालन नदी से निकलने वाली बाईं मालन नहर पर इन दिनों खतरा मंडरा रहा है. अगर नहर टूटती है तो भाबर क्षेत्र के दर्जनों गांवों में सिंचाई की समस्या खड़ी हो जाएगी और कई क्षेत्रों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो जाएंगे. हालांकि, बजट न होने के कारण विभाग मालन नदी के बीच से गुजरने वाली बाईं मालन नहर पर जाल लगाकर नहर की सुरक्षा में जुटा है.

बता दें, मालन नदी के उद्गम से निकलने वाली बाईं मालन नहर कोटद्वार में मालन नदी को क्रास करती है. इसके लिए नदी के बीच में स्लैब की पुलिया बनाई गई थी, जो दैवीय आपदा के कारण क्षतिग्रस्त हो चुकी है. विभाग की लापरवाही के कारण भाबर के मवाकोट, नंदपुर, कोठला, गोरखपुर, घमंडपुर, शिवराजपुर सहित कई गांवों में सिंचाई का संकट पैदा हो जाएगा.

भाबर क्षेत्र के दर्जनों गांवों पर सिंचाई का संकट

पढ़ें- दून अस्पताल में तोड़फोड़ करने वालों के खिलाफ पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा

वहीं, सिंचाई खंड दुगड्डा के एई विनोद कुमार का कहना है कि विभाग के पास अभी पैसा नहीं है, फिलहाल जाल लगाकर बाईं मालन नहर की सुरक्षा की जा रही है. उन्होंने बताया कि स्टीमेट बनाकर शासन को भेजा गया है, लेकिन अभी तक कोई पैसा रिलीज नहीं हुआ है.

कोटद्वार: सिंचाई खंड दुगड्डा की मालन नदी से निकलने वाली बाईं मालन नहर पर इन दिनों खतरा मंडरा रहा है. अगर नहर टूटती है तो भाबर क्षेत्र के दर्जनों गांवों में सिंचाई की समस्या खड़ी हो जाएगी और कई क्षेत्रों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो जाएंगे. हालांकि, बजट न होने के कारण विभाग मालन नदी के बीच से गुजरने वाली बाईं मालन नहर पर जाल लगाकर नहर की सुरक्षा में जुटा है.

बता दें, मालन नदी के उद्गम से निकलने वाली बाईं मालन नहर कोटद्वार में मालन नदी को क्रास करती है. इसके लिए नदी के बीच में स्लैब की पुलिया बनाई गई थी, जो दैवीय आपदा के कारण क्षतिग्रस्त हो चुकी है. विभाग की लापरवाही के कारण भाबर के मवाकोट, नंदपुर, कोठला, गोरखपुर, घमंडपुर, शिवराजपुर सहित कई गांवों में सिंचाई का संकट पैदा हो जाएगा.

भाबर क्षेत्र के दर्जनों गांवों पर सिंचाई का संकट

पढ़ें- दून अस्पताल में तोड़फोड़ करने वालों के खिलाफ पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा

वहीं, सिंचाई खंड दुगड्डा के एई विनोद कुमार का कहना है कि विभाग के पास अभी पैसा नहीं है, फिलहाल जाल लगाकर बाईं मालन नहर की सुरक्षा की जा रही है. उन्होंने बताया कि स्टीमेट बनाकर शासन को भेजा गया है, लेकिन अभी तक कोई पैसा रिलीज नहीं हुआ है.

Intro:summary सिंचाई खंड दुगड्डा की बाई मालन नहर पर मंडरा रहा खतरा, जून 2018 में 60 लाख रुपये लगभग की लागत से इस नहर की मरम्मत का कार्य किया गया था, लेकिन विभागीय अधिकारियों और ठेकेदार की मिलीभगत के कारण एक ही साल में नहर की सेलेब टूटने की कगार पर।


intro सिंचाई खंड दुगड्डा की मालन नदी से निकलने वाली बाई नहर पर इन दिनों खतरा मंडरा रहा है अगर नहर टूटती है तो भाबर क्षेत्र के दर्जनों गांव पर सिंचाई का खतरा मंडरा सकता है ऐसे में अब विभाग मालन नदी के बीचों-बीच से गुजरने वाली बाई मालन नहर पर जाल लगाकर नहर की सुरक्षा में जुटा।


Body:वीओ1- बता दे कि मालन नदी से निकलने वाली बाई मालन नहर मालन नदी के बीचों-बीच से गुजरती है, जिसके ऊपर पड़ी सेलेब पर वर्ष 2018 के जून माह में सिंचाई खंड दुगड्डा के द्वारा लाखों रुपए की लागत से सेलेब बनाने का कार्य किया गया था, लेकिन 1 साल में ही यह सिलेब टूटने की कगार पर पहुंच गई, सिलेब के सरिए सीमेंट को छोड़कर बाहर निकलने लगे ऐसे में विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने भी लाजमी है, अगर मालन नदी का जलस्तर बढ़ता है तो इस नहर पर खतरा मंडरा सकता है और भाबर के मवाकोट, नंदपुर, कोठला, गोरखपुर, घमंडपुर,शिवराजपुर सहित कई छेत्रो में सिंचाई का खतरा मंडरा सकता है।

वीओ2- वहीं सिंचाई खण्ड दुगड्डा के एई विनोद कुमार का कहना है कि विभाग के पास अभी पैसा नहीं है, फिलहाल जाल लगाकर मालन नदी के बीचो-बीच गुजरने वाली बाई मालन नहर की सुरक्षा की जा रही है, जिससे कि वह डैमेज ना हो,नहर के एक साइड विगत वर्षों में भी दैविक आपदा में टूट गया था,उसका स्टीमेट बनाकर शासन में भेजा था लेकिन अभी तक कोई पैसा रिलीज नहीं हुआ, जिस कारण हम टेम्पेरेली व्यवस्था से जाल लगाकर नहर की सुरक्षा कर रहे है, जिससे कि नहर डैमेज ना हो बाकी नहर की मरमत के लिए बड़ी योजना के लिए एस्टीमेट बनाकर शासन को भेजा जा रहा है।

बाइट विनोद कुमार एई सिचाई खंड दुगड्डा


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