पौड़ी: योजना रंग लाई तो आने वाले दिनों में जिला मुख्यालय पौड़ी में देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल स्व. बिपिन रावत की प्रतिमा और सौ फीट ऊंचा तिरंगा स्थापित किया जाएगा. इसके लिए पौड़ी प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. प्रशासन की मानें तो योजना को मुकम्मल करने के लिए 1.17 करोड़ का एस्टीमेट तैयार किया गया है. डीएम ने लोक निर्माण विभाग को इस कार्य को शीघ्र पूरा करने की जिम्मेदारी भी सौंप दी है.
उत्तराखंड राज्य के सबसे वीआईपी जिलों में शुमार पौड़ी जिले में जल्द ही देश के पहले सीडीसी जनरल स्व. बिपिन रावत की स्मृति में उनकी प्रतिमा लगाने की तैयारी की जा रही है. इसके साथ ही यहां सौ फीट ऊंचा तिरंगा भी स्थापित किया जाएगा. जिला प्रशासन ने पौड़ी में बिपिन रावत रावत स्मृति पार्क बनाने की तैयारियां शुरू कर दी हैं.
पढे़ं- जनरल बिपिन रावत के गांव तक बन रही सड़क, 4 साल पहले देखा था सपना, निधन के बाद हो रहा पूरा
पौड़ीडीएम आशीष चौहान ने बताया यह सौभाग्य की बात है कि पहले सीडीएस पौड़ी जिले के रहने वाले थे. उनकी स्मृति को संजोए रखना हमारा काम है. लोक निर्माण विभाग को इस योजना को धरातल पर उतारने के लिए हरी झंडी दे दी गई है. विभाग ने इस कार्य के लिए करीब 1 करोड़ 17 लाख का एस्टीमेट तैयार किया है. यह कार्य जल्द शुरू करने को निर्देश लोनिवि को दिए गये हैं.
पढे़ं-जनरल बिपिन रावत के गांव को महाराष्ट्र के NGO ने लिया गोद, स्कूल-अस्पताल का कराएगी निर्माण
दुर्घटना में हुई थी बिपिन रावत की मौत:जिले के द्वारीखाल ब्लाक के सैंण गांव निवासी बिपिन रावत को जनवरी 2020 में देश का पहला सीडीएस बनाया गया था. इसके कारीब एक साल बाद यानी दिसंबर 2021 में बदकिस्मती के चलते हेलिकॉप्टर क्रैश दुर्घटना में उनकी मौत हो गई थी.
पढे़ं- सीएम धामी ने किया सीडीएस बिपिन रावत के प्रतिमा का अनावरण, बेटियों को सम्मानित भी किया
यहां बनेगा बिपिन रावत स्मृति पार्क: जिला प्रशासन ने स्व. बिपिन रावत की स्मृति में पार्क के लिए स्थान चयनित कर लिया है. प्रशासन ने कई स्थानों का निरीक्षण के बाद कंडोलिया मैदान के समीप गढ़वाल कमिश्नर कैंप कार्यालय के ठीक सामने बने व्यू पॉइंट को पार्क का रूप दिया जाएगा. कंडोलिया में कमिश्नरी के समीप यह स्थल पर्यटन के लिहाज से काफी बेहतरीन स्थल है. साथ ही मंडल आयुक्त का कार्यालय होने के चलते यहां गढ़वाल मंडल के अफसर भी पहुंचते हैं. ऐसे में यहां पार्क को विकसित किए जाने से यहां पर्यटन की गतिविधियों को नए पंख लगेंगे.