पौड़ी: घुड़दौड़ी जीबीपंत अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान के संविदा कर्मचारियों को पीआरडी से हटाकर एक आउटसोर्स एजेंसी के माध्यम से तैनाती कर दी गई है. जिसके बाद अब इन संविदा कर्मचारियों में आक्रोश बढ़ गया है. इन संविदा कर्मचारियों ने कॉलेज प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए कार्य बहिष्कार भी शुरू कर दिया है. कर्मचारियों ने कहा पूर्व की भांति ही तैनाती न होने तक कार्य बहिष्कार जारी रहेगा.
दरअसल, जीबीपंत अभियांत्रिकी एवं प्रोद्योगिकी संस्थान घुड़दौड़ी के अंतर्गत पूर्व में 204 संविदा कर्मचारियों को करीब 15 सालों से कालेज में विभिन्न पदों पर तैनात किया गया. संस्थान की ओर से बीते साल 2020 से लेकर मार्च 2022 तक इन कर्मचारियों को पीआरडी के माध्यम से 570 रूपए प्रतिदिन के तय मानक के अनुसार मानदेय भुगतान हुआ, लेकिन संस्थान की ओर से अप्रैल 2022 के बाद कर्मचारियों का पीआरडी में विस्तारीकरण नहीं करवाया गया. इनको मौजूदा समय में भी 570 रूपए की दर से ही संस्थान ने मानदेय वितरित किया.
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अब संस्थान ने गोपनीय टेंडर प्रक्रिया के माध्यम से इन 204 संविदा कामिर्कों को एक आउटसोर्स एजेंसी के सुपुर्द कर दिया, जो बीती 1 सितंबर से लागू हो गया है. आउटसोर्स कर्मचारियों की मानें तो यह उनके हित में नहीं है. पूर्व की ही स्थिति बहाल रखते हुए संविदा कर्मचारियों को 570 प्रतिदिन की दर से मानदेय का भुगतान किया जाए. उन्होंने समस्या का निस्तारण नहीं होने तक कार्य बहिष्कार जारी रखने की चेतावनी दी है.
क्या कहते हैं अफसर: जीबीपंत अभियांत्रिकी एवं प्रोद्योगिकी संस्थान के प्रभारी निदेशक प्रो. वीएन काला ने बताया शासन के निर्देश पर यह कार्यवाही की गई है. संस्थान ने किसी भी कर्मचारी का अहित नहीं किया है. मागों के सापेक्ष जो भी आदेश मिलेंगे उसके अनुसार ही कार्य किया जाएगा.